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ढाका2 मिनट पहलेलेखक: एसएम अमानुर रहमान

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बांग्लादेश के कुमिल्ला के मुरादनगर में 26 जून 2025 को 21 वर्षीय हिंदू युवती के साथ हुई दुष्कर्म की घटना को लेकर देशभर में प्रदर्शन और सियासत तेज हो गई है। एक ओर जहां हिंदू संगठनों और मानवाधिकार संगठनों ने देशभर के कई शहरों में उग्र प्रदर्शन किया।
उधर, राजनीतिक दलों में इस घटना पर विवाद छिड़ गया। पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग और पूर्व पीएम खालिदा जिया की पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने आरोपी फजोर अली को एक-दूसरे का नेता बताकर आरोप लगाए। जमात-ए-इस्लामी ने भी इस मामले में बीएनपी को निशाना बनाया।
पहले बांग्लादेश पुलिस और यूनुस समर्थकों ने इस मामले को एक्सट्रामैरिटल अफेयर बताने की कोशिश की। लेकिन कुमिल्ला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एकेएम कमरुज्जमां ने जांच में इसे क्रूर यातना का मामला बताया। उन्होंने कहा कि पीड़िता सरल स्वभाव की है और एक्सट्रामैरिटल अफेयर का कोई सबूत नहीं मिला।
इसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय में गुस्सा फैल गया। ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने रात में विरोध मार्च निकाला। सात जिलों में हिंदू समुदाय ने मानव श्रृंखला बनाकर न्याय की मांग की।

हसीना की सरकार के पतन के बाद हिंदुओं पर हमलों में वृद्धि की खबरें सामने आई हैं, लेकिन इस घटना से हालात गंभीर हो गए हैं।
कोर्ट ने घटना का वीडियो हटाने के आदेश दिए
हाई कोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
जस्टिस फहमिदा कादर और जस्टिस सैयद जाहेद मंसूर की बेंच ने रविवार को एक रिट याचिका की प्रारंभिक सुनवाई के बाद यह निर्देश जारी किया।
कोर्ट ने सभी सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से पीड़िता के वीडियो और तस्वीरें 24 घंटे के भीतर हटाने का आदेश दिया। पीड़िता को चिकित्सा और सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया।
प्रदर्शनकारी बोले- एक्सट्रामैरिटल अफेयर बताने वालों पर एक्शन हो
ढाका यूनिवर्सिटी में जगन्नाथ हॉल के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही कार्रवाई की मांग करते हुए नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि-
- दुष्कर्म के मुख्य आरोपी फजोर अली और उसके साथियों को तुरंत सजा मिले और बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के केस चलाया जाए।
- दुष्कर्म का वीडियो सोशल मीडिया से हटाया जाए, ताकि पीड़िता की गरिमा बची रहे।
- इस मामले की जांच स्वतंत्र और पारदर्शी हो, कोई भी दल या नेता हस्तक्षेप न करे।
- इस घटना को एक्सट्रामैरिटल अफेयर कहकर कमजोर करने वालों पर भी कार्रवाई हो।
- अल्पसंख्यक समुदाय, विशेषकर हिंदू महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
BNP बोली- आरोपी का हमारी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं
यह घटना BNP के लिए राजनीतिक रूप से संवेदनशील बन गई है, क्योंकि मुख्य आरोपी फजोर अली को पार्टी का नेता बताया गया।
BNP महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की, लेकिन पार्टी ने यह कहकर दूरी बनाई कि फजोर अली का उनके किसी समिति से कोई संबंध नहीं है। स्थानीय यूनियन परिषद के पूर्व सदस्य अब्दुर रोब ने कहा कि फजोर अली पहले अवामी लीग से जुड़ा था।
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हिंदू युवती से दुष्कर्म मामले में बांग्लादेश में उग्र विरोध-प्रदर्शन: पुलिस ने एक्सट्रामैरिटल अफेयर बताने की कोशिश की; सोशल मीडिया से घटना वीडियो हटाने के आदेश