[ad_1]
बैनामा मकान एक आबादी देह करनाल नगर निगम फरीक अव्वल द्वारा फरीक दोयम को दिया जाता है, इसके बदले में मुबलिग इतने रुपये हुआ है। मकान भार व तनाजा से मुक्त है। किसी रजिस्ट्री में लिखा यह वाक्य आपको उलझा रहा होगा। बहुत कम लोग होंगे, जो इस वाक्य को समझ पाएंगे। हर व्यक्ति ऐसे वाक्यों को आसानी से समझ सके इसके लिए सरकार की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
राजस्व शब्दावली में तरमीम यानी संशोधन किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में जमीन खरीद फरोख्त की नई रजिस्ट्री में बैनामा की जगह विक्रय पत्र, आबादी देह की जगह बसा हुआ क्षेत्र, फरीक अव्वल व दोयम की जगह खरीद फरोख्त करने वाला पहला व दूसरा पक्ष, मुबलिग की जगह रकम व बार व तनाज से मुक्त यानी सभी झगड़े और विवाद से मुक्त है, लिखा होगा।
राजस्व शब्दावली से अरबी, फारसी और उर्दू के शब्दों को बाहर किया जाएगा। इन भाषाओं के ऐसे करीब 900 से ज्यादा शब्द हैं, जिनका इस्तेमाल राजस्व अभिलेखों में होता और आमजन को इनका अर्थ भी नहीं पता है। ऐसे में इन शब्दों को हटाकर इनकी जगह हिंदी व अंग्रेजी से हिंदी में आए शब्दों का इस्तेमाल किया जाएगा। हिंदी विशेषज्ञ भी सरकार के इस कदम को सही बता रहे हैं।
उनका कहना है कि मातृभाषा में शब्दों का भंडार है, राजस्व शब्दावली लाने और इसे समझने वालों का जमाना बीत चुका है। वर्तमान में भी ज्यादातर लोग रजिस्ट्री सहित अन्य राजस्व संबंधित दस्तावेजों को समझ नहीं पाते। ऐसे में आने वाली पीढ़ियों के लिए इसमें भाषायी संशोधन जरूरी है। पेपरलेस रजिस्ट्री के बाद सरकार का यह भी बड़ा कदम होगा।
[ad_2]
हिंदी शब्दों की चयन प्रक्रिया शुरू: राजस्व शब्दावली से बाहर होंगे अरबी-फारसी के शब्द, विशेषज्ञ बोले…


