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हरियाणा के BJP अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर कसौली में गैंगरेप की FIR तो हो गई लेकिन इसे साबित करना हिमाचल पुलिस के लिए मुश्किल होता जा रहा है।
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इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि जिस महिला ने गैंगरेप के आरोप लगाए, वह मेडिकल करवाने से ही मुकर गई। फिर FIR भी 529 दिन देरी से दर्ज कराई गई।
जिस सरकारी होटल में गैंगरेप के आरोप हैं, वहां अब उस दिन की रिकॉर्डिंग भी नहीं है। पुलिस ने होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की लेकिन अब उन्हें भी कुछ याद नहीं। ऐसे में केस को कोर्ट में साबित करने से पहले जांच में ही हिमाचल पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग रहा।
पुलिस ने मेडिकल कराने को कहा, महिला ने इनकार किया परवाणु की DSP मेहर पंवर ने कहा कि गैंगरेप के आरोप लगाने वाली महिला से हमने मेडिकल करवाने को कहा था। मगर, उसने इनकार कर दिया। गैंगरेप साबित करने के लिए यही पुलिस के पास सबसे बड़ा सबूत होना था।
3 जुलाई 2023 को गैंगरेप, 13 दिसंबर 2024 को शिकायत की महिला ने कहा कि उसके साथ 3 जुलाई 2023 को गैंगरेप हुआ। तब वह होटल रोज कॉमन में ठहरी हुई थी। हालांकि महिला ने इसकी शिकायत 13 दिसंबर को दर्ज कराई। इतनी लेट शिकायत की कोई वजह भी उसने पुलिस को नहीं बताई। पुलिस ने उसी दिन केस तो दर्ज कर दिया लेकिन सबूत ढूंढने की चुनौती पैदा हो गई।

होटल में सिर्फ 45 दिन की CCTV मिली महिला के मुताबिक उसका गैंगरेप कसौली के होटल रोज कॉमन में हुआ। यह होटल हिमाचल प्रदेश टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (HPTDC) का है। गैंगरेप का केस दर्ज करने के बाद पुलिस सीधे होटल पहुंची। पुलिस उस दिन यानी 3 जुलाई 2024 की CCTV फुटेज देखना चाहती है। जिससे इन सबकी मौजूदगी के सबूत मिल सके। हालांकि होटल में कहा गया कि यहां सिर्फ 45 दिन की फुटेज ही रहती है। वहीं केस 529 दिन बाद दर्ज कराया गया।
होटल में कमरा- बैडशीट, शराब के गिलास जैसे सबूत भी खत्म किसी भी केस के मामले में अक्सर पुलिस घटना वाली जगह से भी सबूत इकट्ठा करती है। इस केस में भी पुलिस को होटल का कमरा, वहां की बैड या बैडशीट, शराब के गिलास, बोतल के अलावा बाकी चीजों की जरूरत थी ताकि इन सबके एक साथ कमरे में होने और रेप के सबूत मिलते। हालांकि देरी से शिकायत की वजह से कुछ नहीं मिला।

होटलकर्मियों को भी कुछ याद नहीं पुलिस ने इस मामले में होटल रोज कॉमन में काम करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ की। उसमें भी कुछ नहीं मिला। जिस भी कर्मचारी को पूछा गया, उसने कहा कि इतनी पुरानी बात है, उन्हें अब कुछ याद नहीं है। न ही उस दिन कोई ऐसा हंगामा वगैरह मचा कि उन्हें यह याद रह सके। उन्होंने सबको रूटीन गेस्ट की तरह ही ट्रीट किया।
गैंगरेप के सबूत जुटाने के लिए हिमाचल पुलिस ने क्या किया पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जब मौके से सबूत नहीं मिले तो वह पीड़ित महिला और दोनों आरोपियों, मोहन बड़ौली व रॉकी मित्तल को लेकर होटल गए। वहां भी उनसे पूछताछ की गई। हालांकि अभी तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है।

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हरियाणा BJP अध्यक्ष-रॉकी पर गैंगरेप साबित करना मुश्किल: मेडिकल नहीं कराया, करीब डेढ़ साल बाद शिकायत, न CCTV फुटेज, होटलकर्मियों को कुछ याद नहीं – Solan News
