हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला: युवाओं को कराएगी अग्निपथ की तैयारी, 200 स्कूलों में देगी कोचिंग


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केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत थल सेना, नौसेना व वायुसेना में अग्निवीर के रूप में सेवाएं देने के इच्छुक युवाओं को हरियाणा सरकार कोचिंग दिलाएगी। शुरुआत में प्रदेश के 200 स्कूलों में 50-50 के बैच में इसकी शुरूआत की जाएगी। इसके लिए 11वीं कक्षा में दाखिले के समय ही विद्यार्थियों को इसका विकल्प दिया जाएगा। इसके अलावा, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान व बहु-तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थियों के लिए भी कोचिंग सुविधा उपलब्ध होगी।

यह निर्णय मुख्यमंत्री मनोहर लाल व वायुसेना ट्रेनिंग कमांड, मुख्यालय बेंगलुरू के एयर ऑफिसर-कमांडिंग-इन चीफ एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के साथ अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के संबंध में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि शारीरिक व शैक्षणिक अलग-अलग स्तर पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम होंगे। 

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पाठ्यक्रम का प्रारूप तैयार करेगा। शारीरिक प्रशिक्षण के लिए जिला सैनिक बोर्ड और इच्छुक भूतपूर्व सैनिक, जो अपनी सेवाकाल के दौरान सेना की ट्रेनिंग संस्थान व भर्ती कार्यालयों में रहे हैं, को वरीयता दी जाएगी। शैक्षणिक पाठ्यक्रम के लिए स्कूल के अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी। आरंभ में प्रशिक्षण कार्यक्रम सप्ताह के अंत में और बाद में गर्मी की छुट्टियों के दौरान एक महीने चलाया जाएगा। 1.80 लाख वार्षिक आय वाले परिवारों को दी जाने वाली सरकारी योजनाओं के लाभ की तर्ज पर ऐसे परिवारों के बच्चों को भी अग्निवीर कोचिंग की सुविधा निशुल्क होगी। 

तीसरा सैनिक स्कूल हरियाणा में लाने का प्रयास
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने पूरे देश में 10 नए सैनिक स्कूल खोलने की घोषणा की है। हरियाणा में कुंजपुरा व रेवाड़ी में 2 सैनिक स्कूल पहले से ही संचालित हैं। हमारा प्रयास है कि 10 नए सैनिक स्कूलों में से एक सैनिक स्कूल हरियाणा को मिले। हमारे पास इस स्कूल के लिए झज्जर जिले के मातनहेल में पहले से ही जमीन उपलब्ध है।

शुरू में 48000 अग्निवीर भर्ती करने की योजना
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने बताया कि 10वीं पास युवाओं की अग्निवीर (सामान्य ड्यूटी) और 12वीं पास युवाओं की अग्निवीर (टेक्निकल) के रूप में भर्ती होगी। नौसेना और वायुसेना में 12वीं (विज्ञान विषयों के साथ) और सेना के लिए 10वीं और 12वीं (कला विषय) के साथ रहेगी। सेना में 42 हजार अग्निवीर, जबकि नौ सेना और वायुसेना के लिए 3-3 हजार अग्निवीर भर्ती करने की योजना है। एनसीसी ए, बी व सी प्रमाण पत्र प्राप्त युवाओं को अलग से अंक दिए जाएंगे। एनसीसी के आरडी परेड वाले कैडेट्स को भी वरीयता मिलेगी। हरियाणा में सेना व वायुसेना के बेस हैं वहां से भी कोचिंग कार्यक्रम चलाये जा सकते हैं। कोचिंग के कार्यक्रम प्री-रिक्रूटमेंट्स ट्रेनिंग की तरह होंगे।

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केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत थल सेना, नौसेना व वायुसेना में अग्निवीर के रूप में सेवाएं देने के इच्छुक युवाओं को हरियाणा सरकार कोचिंग दिलाएगी। शुरुआत में प्रदेश के 200 स्कूलों में 50-50 के बैच में इसकी शुरूआत की जाएगी। इसके लिए 11वीं कक्षा में दाखिले के समय ही विद्यार्थियों को इसका विकल्प दिया जाएगा। इसके अलावा, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान व बहु-तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थियों के लिए भी कोचिंग सुविधा उपलब्ध होगी।

यह निर्णय मुख्यमंत्री मनोहर लाल व वायुसेना ट्रेनिंग कमांड, मुख्यालय बेंगलुरू के एयर ऑफिसर-कमांडिंग-इन चीफ एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के साथ अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के संबंध में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि शारीरिक व शैक्षणिक अलग-अलग स्तर पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम होंगे। 

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पाठ्यक्रम का प्रारूप तैयार करेगा। शारीरिक प्रशिक्षण के लिए जिला सैनिक बोर्ड और इच्छुक भूतपूर्व सैनिक, जो अपनी सेवाकाल के दौरान सेना की ट्रेनिंग संस्थान व भर्ती कार्यालयों में रहे हैं, को वरीयता दी जाएगी। शैक्षणिक पाठ्यक्रम के लिए स्कूल के अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी। आरंभ में प्रशिक्षण कार्यक्रम सप्ताह के अंत में और बाद में गर्मी की छुट्टियों के दौरान एक महीने चलाया जाएगा। 1.80 लाख वार्षिक आय वाले परिवारों को दी जाने वाली सरकारी योजनाओं के लाभ की तर्ज पर ऐसे परिवारों के बच्चों को भी अग्निवीर कोचिंग की सुविधा निशुल्क होगी। 

तीसरा सैनिक स्कूल हरियाणा में लाने का प्रयास

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने पूरे देश में 10 नए सैनिक स्कूल खोलने की घोषणा की है। हरियाणा में कुंजपुरा व रेवाड़ी में 2 सैनिक स्कूल पहले से ही संचालित हैं। हमारा प्रयास है कि 10 नए सैनिक स्कूलों में से एक सैनिक स्कूल हरियाणा को मिले। हमारे पास इस स्कूल के लिए झज्जर जिले के मातनहेल में पहले से ही जमीन उपलब्ध है।

शुरू में 48000 अग्निवीर भर्ती करने की योजना

एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने बताया कि 10वीं पास युवाओं की अग्निवीर (सामान्य ड्यूटी) और 12वीं पास युवाओं की अग्निवीर (टेक्निकल) के रूप में भर्ती होगी। नौसेना और वायुसेना में 12वीं (विज्ञान विषयों के साथ) और सेना के लिए 10वीं और 12वीं (कला विषय) के साथ रहेगी। सेना में 42 हजार अग्निवीर, जबकि नौ सेना और वायुसेना के लिए 3-3 हजार अग्निवीर भर्ती करने की योजना है। एनसीसी ए, बी व सी प्रमाण पत्र प्राप्त युवाओं को अलग से अंक दिए जाएंगे। एनसीसी के आरडी परेड वाले कैडेट्स को भी वरीयता मिलेगी। हरियाणा में सेना व वायुसेना के बेस हैं वहां से भी कोचिंग कार्यक्रम चलाये जा सकते हैं। कोचिंग के कार्यक्रम प्री-रिक्रूटमेंट्स ट्रेनिंग की तरह होंगे।

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