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चंडीगढ़ में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा।
हरियाणा में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में हो रहे पेपर लीक मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भड़क गए। उन्होंने कहा कि ये बीजेपी सरकार का फेल्योर है। इसे और सूबे में बढ़ रही बेरोजगारी और गरीबी जैसे बहुत मुद्दे हैं। इन मुद्दों को 7 मार
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बीजेपी राज्यसभा सांसद किरण चौधरी के बयान “हुड्डा हमारे साथ हैं” पर पूर्व सीएम बोले ने कहा कि वह कांग्रेस में रहते हुए भी हमेशा से भारतीय जनता पार्टी की मदद करती रही हैं।
चंडीगढ़ में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा।
EVM में VVPAT नहीं लगाना SC की उल्लंघना
हरियाणा निकाय चुनाव में EVM में वीवी पैट नहीं लगाए जाने को लेकर पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि यह सरासर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की उल्लंघना है। निकाय चुनाव में कांग्रेस के नेताओं के द्वारा प्रचार नहीं किए जाने के सवाल पर हुड्डा ने कहा, हर चुनाव के प्रचार में हम नहीं जाते, यह छोटा चुनाव है। मैं सिर्फ MLA और MP के चुनाव में जाता हूं।

भाजपा के सभी दिग्गज लोकल बॉडी चुनाव में उतरे हैं, उससे पता चलता है कि बड़े नेता मैदान में उतरे हैं भाजपा को डर सता रहा है।
कोई वायदा सरकार ने पूरा नहीं किया
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चंडीगढ़ में अपने सरकारी आवास में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा, सरकार ने अभी तक अपने तीन महीने के कार्यकाल में एक भी वायदा पूरा नहीं किया। प्रदेश की यूनिवर्सिटियों को सरकार कर्जदार बना रही है। ताकि सभी यूनिवर्सिटियों को प्राइवेट किया जा सके। उन्होंने कहा कि अमेरिका एडवांस देश है। वह भी बैलेट पेपर का चुनाव में प्रयोग कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ठीक कहा है कि चुनाव में बैलेट पेपर का प्रयोग होना चाहिए।

चंडीगढ़ में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा।
किसानों के बीमा दावों का भुगतान घटा
इस मौके पर हुड्डा ने पीएम फसल बीमा योजना के तहत होने वाले भुगतान में आई गिरावट पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि योजना तहत बीमा दावों के भुगतान पर में साल 2023-24 के दौरान 90% की भारी गिरावट हुई है। साल 2022-23 में हरियाणा के किसानों को ₹2,496.89 करोड़ का भुगतान हुआ, लेकिन 2023-24 में सिर्फ ₹224.43 करोड़ ही मिला। इसी तरह देश भर में किसानों के बीमा दावों का भुगतान 2022-23 के ₹18,211.73 करोड़ से घटकर 2023-24 में ₹15,504.87 करोड़ रह गया है। एकबार फिर स्पष्ट हो गया है कि फसल बीमा योजना किसानों को लूटकर निजी बीमा कंपनियों की तिजोरी भरने की योजना है।
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हरियाणा में पेपर लीक पर भड़के पूर्व सीएम हुड्डा: बोले-ये सरकार का फेल्योर; बजट सत्र में उठाएंगे, किरण ने हमेशा BJP की मदद की – Haryana News