हरियाणा बोर्ड का 56 साल के इतिहास में 12वीं बोर्ड कक्षा का परिणाम रहा सबसे बेहतर


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भिवानी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को अपने 56 साल के इतिहास में 12वीं का सबसे बेहतर परिणाम घोषित किया। इस परिणाम में नियमित परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जहां 87.08 फीसदी रहा, वहीं 73.28 प्रतिशत स्वयंपाठी परीक्षार्थियों ने सफलता का आसमान चूमा। इससे पहले 2020 में 80.34 फीसदी नियमित परीक्षार्थी पास हुए थे। खास बात यह कि परीक्षा परिणाम में बेटियों ने एक बार फिर बाजी मारी है। 90.51 फीसदी बेटियां सफल रहीं, जबकि 83.96 फीसदी लड़के पास हुए हैं। यहां तक कि टॉपर्स में भी बेटियों का दबदबा रहा और पहले पांच पायदान पर बेटियां ही हैं।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह एवं सचिव कृष्ण कुमार ने बोर्ड मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत के दौरान 12वीं का परिणाम घोषित किया। तीनों संकायों में केसीएम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल निंदाना (रोहतक) की काजल 498 अंक लेकर प्रदेशभर में प्रथम रही। एसडी कन्या महाविद्यालय नरवाना (जींद) की मुस्कान 496 अंकों के साथ द्वितीय और बाबा श्रवणनाथ सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिहोवा (कुरुक्षेत्र) की साक्षी 496 अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान पर रही। बता दें कि 2021 में कोरोना के चलते परीक्षाएं नहीं हुई थीं, जिस कारण सभी बच्चों को पास किया गया था और परिणाम 100 फीसदी रहा था। परीक्षाएं होने की स्थिति में यह अब तक का ऐतिहासिक परिणाम है।
12वीं परीक्षा में इस साल कुल 245685 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 213949 उत्तीर्ण हुए एवं 23604 परीक्षार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। परीक्षा में 117228 छात्राओं ने भाग लिया। जिनमें से 106102 पास हुईं। छात्राओं का पास प्रतिशत 90.51 रहा। वहीं 128457 छात्रों में से 117847 पास हुए। छात्रों का पास प्रतिशत 83.96 रहा। छात्राओं का छात्रों से पास प्रतिशत 06.55 ज्यादा रहा। इसके अलावा राजकीय विद्यालयों का पास प्रतिशत 85.46 तथा निजी विद्यालयों का पास प्रतिशत 89.72 रहा। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों का पास प्रतिशत 87.71 रहा। जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों का पास प्रतिशत 85.96 रहा है। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि यह परिणाम बोर्ड की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट बीएसईएच डॉट ओआरजी डॉट इन पर देखा जा सकता है।
वर्षवार परीक्षा परिणाम (प्रतिशत में)
वर्ष शैक्षिक परिणाम स्वयंपाठी
2022 87.08 73.28
2021 100 100
2020 80.34 64.83
2019 74.48 57.61
2018 63.84 47.44
2017 64.50 36.73
2016 62.40 54.22
2015 53.09 37.84
2014 72.91 —
2013 59.31 —
2012 67.82 —
2011 72.85 —
कोट
12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.08 फीसदी रहा है। इसके लिए सभी परीक्षार्थियों को बधाई। इस बार भी बेटियों ने बाजी मारी है। इसके लिए बेटियों को विशेष रूप से बधाई।
– प्रो. जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी।

भिवानी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को अपने 56 साल के इतिहास में 12वीं का सबसे बेहतर परिणाम घोषित किया। इस परिणाम में नियमित परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जहां 87.08 फीसदी रहा, वहीं 73.28 प्रतिशत स्वयंपाठी परीक्षार्थियों ने सफलता का आसमान चूमा। इससे पहले 2020 में 80.34 फीसदी नियमित परीक्षार्थी पास हुए थे। खास बात यह कि परीक्षा परिणाम में बेटियों ने एक बार फिर बाजी मारी है। 90.51 फीसदी बेटियां सफल रहीं, जबकि 83.96 फीसदी लड़के पास हुए हैं। यहां तक कि टॉपर्स में भी बेटियों का दबदबा रहा और पहले पांच पायदान पर बेटियां ही हैं।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह एवं सचिव कृष्ण कुमार ने बोर्ड मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत के दौरान 12वीं का परिणाम घोषित किया। तीनों संकायों में केसीएम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल निंदाना (रोहतक) की काजल 498 अंक लेकर प्रदेशभर में प्रथम रही। एसडी कन्या महाविद्यालय नरवाना (जींद) की मुस्कान 496 अंकों के साथ द्वितीय और बाबा श्रवणनाथ सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिहोवा (कुरुक्षेत्र) की साक्षी 496 अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान पर रही। बता दें कि 2021 में कोरोना के चलते परीक्षाएं नहीं हुई थीं, जिस कारण सभी बच्चों को पास किया गया था और परिणाम 100 फीसदी रहा था। परीक्षाएं होने की स्थिति में यह अब तक का ऐतिहासिक परिणाम है।

12वीं परीक्षा में इस साल कुल 245685 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 213949 उत्तीर्ण हुए एवं 23604 परीक्षार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। परीक्षा में 117228 छात्राओं ने भाग लिया। जिनमें से 106102 पास हुईं। छात्राओं का पास प्रतिशत 90.51 रहा। वहीं 128457 छात्रों में से 117847 पास हुए। छात्रों का पास प्रतिशत 83.96 रहा। छात्राओं का छात्रों से पास प्रतिशत 06.55 ज्यादा रहा। इसके अलावा राजकीय विद्यालयों का पास प्रतिशत 85.46 तथा निजी विद्यालयों का पास प्रतिशत 89.72 रहा। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों का पास प्रतिशत 87.71 रहा। जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों का पास प्रतिशत 85.96 रहा है। बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि यह परिणाम बोर्ड की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट बीएसईएच डॉट ओआरजी डॉट इन पर देखा जा सकता है।

वर्षवार परीक्षा परिणाम (प्रतिशत में)

वर्ष शैक्षिक परिणाम स्वयंपाठी

2022 87.08 73.28

2021 100 100

2020 80.34 64.83

2019 74.48 57.61

2018 63.84 47.44

2017 64.50 36.73

2016 62.40 54.22

2015 53.09 37.84

2014 72.91 —

2013 59.31 —

2012 67.82 —

2011 72.85 —

कोट

12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.08 फीसदी रहा है। इसके लिए सभी परीक्षार्थियों को बधाई। इस बार भी बेटियों ने बाजी मारी है। इसके लिए बेटियों को विशेष रूप से बधाई।

– प्रो. जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी।

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