हरियाणा: नहरों पर लगेंगे सौर ऊर्जा प्लांट, बिजली मंत्री रणजीत सिंह बोले- कार्ययोजना हो रही तैयार


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हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश में नए पावर प्लांट लगाने के साथ ही सौर ऊर्जा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नवीन एवं नवीकरणीय विभाग द्वारा प्रदेश की नहरों पर सोलर पैनल के जरिये पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। प्रदेश के बिजली मंत्री शनिवार को सिरसा स्थित अपने निवास पर आमजन की समस्याएं सुन रहे थे। 
    
इसके बाद, उन्होंने पत्रकारों को बताया कि प्रदेश में बड़ी नहरों के दोनों ओर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। ये पैनल इस तरह लगेंगे कि इससे नहरों के साइड की पगडंडी भी कवर हो जाएं और नहरों पर भी इसका हिस्सा आए। इसके लिए बाकायदा डिजाइन तैयार किया जा रहा है, जो देखने में भी सुंदर लगेगा।

नहरों के ऊपर सोलर पैनल लगाने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं। बिजली मंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसे पूरी गंभीरता से ले रहे हैं। जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा करके इस योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा।

इसी के चलते हरियाणा सरकार ने नहरों के जरिये इसकी शुरुआत करने की योजना बनाई है। भाखड़ा मुख्य ब्रांच से जुड़ी हरियाणा की नहरों के अलावा उन सभी बड़ी नहरों पर सोलर पैनल लगेंगे, जिनकी लंबाई काफी अधिक है।

बिजली उत्पादन के लिए पराली आधारित लगेंगे प्लांट 
वहीं, उन्होंने बताया कि बिजली उत्पादन के लिए चार जगहों – जींद, कैथल, नरवाना व फतेहाबाद में पराली आधारित प्लांट लगेंगे। इन प्लांट्स से न केवल बिजली का उत्पादन होगा, बल्कि कम्प्रेस्ड बायोगैस भी उत्पादित होगी। इस बायोगैस का छोटी गाड़ियों (कार) में ईंधन के रूप में इस्तेमाल हो सकेगा। 

नहरों पर सोलर प्लांट लगाने के वैज्ञानिक कारण
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि जब पानी के ऊपर पैनल लगेंगे तो पानी में मॉइस्चर बनेगा और इससे बिजली का उत्पादन जल्दी और अधिक होगा। अमेरिका सहित कई देशों में इस तरह के प्लांट पहले से लगे हुए हैं। पंजाब ने भी इस तरह की शुरुआत की है, लेकिन यह पहली स्टेज पर है। इसके लिए बाकायदा पूरी कार्ययोजना तैयार हो रही है।

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हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश में नए पावर प्लांट लगाने के साथ ही सौर ऊर्जा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नवीन एवं नवीकरणीय विभाग द्वारा प्रदेश की नहरों पर सोलर पैनल के जरिये पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। प्रदेश के बिजली मंत्री शनिवार को सिरसा स्थित अपने निवास पर आमजन की समस्याएं सुन रहे थे। 

    

इसके बाद, उन्होंने पत्रकारों को बताया कि प्रदेश में बड़ी नहरों के दोनों ओर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। ये पैनल इस तरह लगेंगे कि इससे नहरों के साइड की पगडंडी भी कवर हो जाएं और नहरों पर भी इसका हिस्सा आए। इसके लिए बाकायदा डिजाइन तैयार किया जा रहा है, जो देखने में भी सुंदर लगेगा।

नहरों के ऊपर सोलर पैनल लगाने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं। बिजली मंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसे पूरी गंभीरता से ले रहे हैं। जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा करके इस योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा।

इसी के चलते हरियाणा सरकार ने नहरों के जरिये इसकी शुरुआत करने की योजना बनाई है। भाखड़ा मुख्य ब्रांच से जुड़ी हरियाणा की नहरों के अलावा उन सभी बड़ी नहरों पर सोलर पैनल लगेंगे, जिनकी लंबाई काफी अधिक है।

बिजली उत्पादन के लिए पराली आधारित लगेंगे प्लांट 

वहीं, उन्होंने बताया कि बिजली उत्पादन के लिए चार जगहों – जींद, कैथल, नरवाना व फतेहाबाद में पराली आधारित प्लांट लगेंगे। इन प्लांट्स से न केवल बिजली का उत्पादन होगा, बल्कि कम्प्रेस्ड बायोगैस भी उत्पादित होगी। इस बायोगैस का छोटी गाड़ियों (कार) में ईंधन के रूप में इस्तेमाल हो सकेगा। 

नहरों पर सोलर प्लांट लगाने के वैज्ञानिक कारण

बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि जब पानी के ऊपर पैनल लगेंगे तो पानी में मॉइस्चर बनेगा और इससे बिजली का उत्पादन जल्दी और अधिक होगा। अमेरिका सहित कई देशों में इस तरह के प्लांट पहले से लगे हुए हैं। पंजाब ने भी इस तरह की शुरुआत की है, लेकिन यह पहली स्टेज पर है। इसके लिए बाकायदा पूरी कार्ययोजना तैयार हो रही है।

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