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त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ प्रदर्शन।
हरिद्वार के सिंहद्वार पर रविवार को युवाओं और ग्रामीणों ने सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने त्रिवेंद्र सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाए। इसमें उनके विवादास्पद बयानों और दलितों के खिलाफ भेदभाव को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की गई। इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे युवाओं ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने चार साल के कार्यकाल में अवैध खनन को बढ़ावा दिया और ग्रामीणों के रोजगार के अवसरों को समाप्त करने का कार्य किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सांसद रावत सिर्फ अपनी राजनीतिक चमक को बढ़ाने के लिए लाखों लोगों की रोजी-रोटी को छीनना चाहते हैं।
सांसद की कार्यप्रणाली पर सवाल
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत पर आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने अपनी चार साल के कार्यकाल में किसी भी महत्वपूर्ण विकास कार्य को धरातल पर नहीं उतारा। उन्होंने कहा, “सिर्फ देवस्थानम बोर्ड का गठन और मंगलौर में स्लाटर हाउस की अनुमति देना, क्या यही है विकास? यह सांसद न तो अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं, न ही वे अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को समझ रहे हैं।” प्रदर्शनकारियों ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत दलितों और गरीबों का अपमान कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “अगर वे दलितों और गरीबों का नुकसान करना चाहते हैं तो हमें घर पर बैठने का आदेश दे दें, लेकिन हमें इस सांसद की राजनीति को और उनका रवैया स्वीकार नहीं है।”
इस्तीफे की मांग
वहीं हरिद्वार के सिंहद्वार पर हुए इस प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ जनता में गुस्सा काफी बढ़ गया है। युवा और ग्रामीण उन्हें उनकी विफलताओं के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं अब प्रदर्शनकारियों की मांग है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत तुरंत इस्तीफा दें। उनका कहना है कि अगर सांसद अपने क्षेत्र में विकास नहीं कर सकते और सिर्फ राजनीति के खेल में व्यस्त हैं, तो उन्हें संसद में रहने का कोई हक नहीं है।
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हरिद्वार में त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ प्रदर्शन, की इस्तीफे की मांग – India TV Hindi