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Agency:News18 Haryana
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Who Is Harvinder Singh: हरविंदर सिंह, जिन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा, उनको 76वें गणतंत्र दिवस पर पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया. हरविंदर का सफर संघर्षों से भरा रहा.
हाइलाइट्स
- हरविंदर सिंह ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में गोल्ड जीता।
- हरविंदर को 76वें गणतंत्र दिवस पर पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- हरविंदर का जीवन संघर्षों से भरा रहा है।
फरीदाबाद. हरविंदर सिंह, जिन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा, उनको 76वें गणतंत्र दिवस पर पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान उनके अथक परिश्रम और समर्पण का परिणाम है. हरविंदर ने पेरिस पैरालंपिक में मेंस व्यक्तिगत रिकर्व ओपन के फाइनल में पोलैंड के लुकास सिसजेक को 6-0 से हराकर भारत के लिए चौथा स्वर्ण पदक जीता. यह उनका पैरालंपिक में दूसरा पदक था; इससे पहले उन्होंने 2021 में टोक्यो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीता था.
हरविंदर का जीवन संघर्षों से भरा रहा है. हरियाणा के कैथल जिले के एक किसान परिवार में जन्मे हरविंदर ने बचपन में ही कठिनाइयों का सामना किया. केवल डेढ़ साल की उम्र में डेंगू बुखार के कारण उनके पैरों में समस्या आ गई थी. इस दर्दनाक घटना के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी. तीरंदाजी में उनकी रुचि 2010 में पंजाब विश्वविद्यालय में तीरंदाजों को ट्रेनिंग लेते हुए बढ़ी, जिसके बाद उन्होंने इस खेल को गंभीरता से अपनाया.
हरविंदर का सफर आसान नहीं था. कोविड-19 महामारी के दौरान उनकी ट्रेनिंग में रुकावट आई, लेकिन उनके पिता ने हमेशा उनका साथ दिया. उन्होंने अपने घर के आसपास के मैदान को तीरंदाजी रेंज में बदलकर हरविंदर को इस मुश्किल समय में अभ्यास करने का अवसर दिया. उनके समर्पण और मेहनत ने उन्हें तीरंदाजी के क्षेत्र में शानदार सफलता दिलाई.
आज हरविंदर सिंह भारतीय पैरालंपिक खेलों के एक प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं. उनका सफर दिखाता है कि अगर इंसान में आत्मविश्वास और संघर्ष की भावना हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती.
Faridabad,Haryana
January 26, 2025, 11:16 IST
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