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हिसार। मॉडल टाउन स्थित श्री आद्य शक्ति पीठ संतोषी मां आश्रम में श्री गणेश चरित्र एवं शिव महापुराण कथा के पहले दिन प्रवचन करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी महाराज ने बताया कि हमें कर्म करते समय हमेशा उसके फल के बारे में सोचना चाहिए।
अक्सर आदमी कर्म करते समय सोचता नहीं है, लेकिन जब उसका फल गलत मिलता है तो वो इसका दोष भगवान को देता है। महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी महाराज ने बताया कि श्रीगणेश को लड्डू बहुत ही प्रिय हैं। एक लड्डू को बनाने के लिए हजारों दानों को एकजुट करना पड़ता है। इसलिए हमारे धर्म में खुशी लड्डू बांटकर मनाई जाती है। वहीं पश्चिम में केक काटकर खुशी मनाई जाती है। यानि वो जोड़ने के बजाय बांटकर खुशी मनाते हैं। यही कारण है कि आज पश्चिम में लोगों में आपसी प्रेम का अभाव है। वहीं हमारे सनातन धर्म में प्रेम जोड़ना सिखाता है। इस अवसर पर संजय वर्मा, नवीन वर्मा, राजीव सभ्रवाल, गौरव ढांडा, बार एसोसिएशन जिला प्रधान विनय बिश्रोई, अनिल जैन, जयप्रकाश जेपी, आश्रम प्रवक्ता रमेश चुघ आदि मौजूद रहे।
पौषध व्रत की तपस्या के साथ मनाया संवत्सरी पर्व
उकलाना मंडी। जैन महासाध्वी सुरक्षा सुविज्ञ महाराज और शाश्वत महाराज ठाणे 3 के सानिध्य में समवत्सरी पर्व मनाया गया। महासाध्वी ने कहा कि यह पर्व क्षमा करने का दिन है, जिस दिन कितनी भी बड़ी गलती की हो तो आज के दिन माफी मांग ले तो माफी देने का सबसे बड़ा दिन माना गया है। दोनों एक-दूसरे के गले मिल सकते हैं।
जैन धर्म के अनुसार आज के दिन जो तपस्या करता है उसको 25 व्रत के बराबर फल मिलता है। अपनी आत्मा के कल्याण के लिए यह पर्व आता है और इस दिन तपस्या करने का विशेष महत्व रहता है। महासाध्वी सुरक्षा ने बताया कि इस दिन यह पर्व चातुर्मास को शुरू होने के 50 वे दिन तथा प्रयूषण पर्व के आठवें दिन मनाया जाता है। छोटे-छोटे बच्चों ने पौषध पर्व की आराधना करके यह पर्व मनाया। इस मौके पर प्रधान विनय जैन, महामंत्री नितिन जैन, प्रवीण जैन, रविन्द्र जैन, शिल्पा जैन, रक्षा गोयल, विक्की जैन, मोहित जैन, राकेश जैन आदि मौजूद रहे।
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हमेशा कर्म फल के बारे में सोचना चाहिए : महामंडलेश्वर स्वामी यमुनापुरी