[ad_1]
Last Updated:
अमिताभ बच्चन अपने माता-पिता का काफी सम्मान करते हैं और ये सम्मान उनकी बातों में साफ झलकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमिताभ बच्चन ने एक बार अपने पिता से ऊंची आवाज में बात की थी उन्होंने गुस्से पिता कह दिया था ‘हमें आपने पैदा क्यों किया?’ कौन बनेगा करोड़पति के हालिया एपिसोड में बिग बी ये किस्सा शेयर किया. उन्होंने बताया कि उनके बाबूजी ने इसका ऐसा जवाब दिया, जो उन्हें आजतक याद है.
नई दिल्ली. अमिताभ बच्चन और उनके पिता हरिवंश राय बच्चन का रिश्ता बेहद गहरा, सम्मानपूर्ण और अनोखा था. पिता के किस्सों में अक्सर उन्होंने ये बताने की कोशिश की कि वह कितने सख्त और अनुशासनप्रिय थे, लेकिन प्यार भी उतना ही बेइंतहा था. अमिताभ उन्हें ‘बाबूजी’ कहकर पुकारते थे और उनकी हर बात को अंतिम मानते थे. ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सेट पर अमिताभ बच्चन ने हाल ही में पिता से जुड़ा एक ऐसा पुराना किस्सा सुनाया कि पूरा स्टूडियो हंसते-हंसते लोटपोट हो गया. मेगा स्टार ने खुलासा किया कि जिंदगी में सिर्फ एक बार उन्होंने अपने पिता, महान कवि हरिवंश राय बच्चन से ऊंची आवाज उठाई थी और पूछ डाला था ‘हमें आपने पैदा क्यों किया?’
‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सेट पर मेहमान आमिर खान के सामने उन्होंने जिंदगी के उस एकमात्र पल को याद किया, जब उन्होंने अपने पिता के सामने आवाज उठाई थी. अमिताभ ने बताया कि वो दिन कॉलेज के शुरुआती थे. बोर्डिंग स्कूल की सख्त जिंदगी के बाद अचानक आजादी मिली थी. दुनिया बहुत जटिल लगने लगी थी. घर लौटकर एक शाम गुस्से में उन्होंने बाबूजी से ये सवाल दाग दिया.
तकिए ने नीचे मिला जवाब
अमिताभ बच्चन ने बताया कि ये सवाल सुनने के बाद हरिवंश राय बच्चन उस वक्त कुछ नहीं कहा न कोई गुस्सा, न डांट, बिल्कुल खामोश और रोज की तरह सुबह 4-5 बजे अपनी रोज की सैर पर निकल गए. जब अमिताभ सुबह उठे तो तकिए के नीचे एक तह किया हुआ कागज मिला. उस पर पिता ने पूरी कविता लिखी थी. उस कवीता का शीर्षक था ‘नई लीख’.
कविता लिखकर दिया जवाब
बिग बी ने उस कविता का एक अंश उन्होंने पढ़कर सुनाया- ‘जिंदगी और जमाने की कशमकश से घबराकर, मेरे लड़के मुझसे पूछते हैं, हमें पैदा क्यों किया था? तुम ही नई लीख धरना, अपने बेटों से पूछकर उन्हें पैदा करना.’
2008 में ब्लॉग में बिग बी ने किया था जिक्र
अमिताभ ने जून 2008 के अपने ब्लॉग में इस घटना के पीछे की भावना के बारे में लिखा था. जून 2008 में अपनी ब्लॉग पोस्ट में भी अमिताभ ने इस घटना का जिक्र किया था. उन्होंने लिखा था कि स्कूल खत्म होने के बाद अचानक आजादी मिली और दुनिया बहुत जटिल लगने लगी. ‘बोर्डिंग में जो बताया जाता था, वही करना होता था. कॉलेज आते ही हम खुद ही दुनिया और इंसानियत के मसीहा बन गए. रातों-रात आदर्शवादी और गैर-आदर्शवादी बयान देने लगे.’ इसी उधेड़बुन में एक दिन गुस्सा फूट पड़ा और वो सवाल निकल गया.
‘उम्र में चीजें तेजी से बदलती हैं’
उन्होंने लिखा था कि उस उम्र में चीजें तेजी से बदलती हैं, ‘आपको बताया जाता था कि क्या करना है, अब आप बताने लगते हैं कि क्या किया जाना चाहिए. लगभग रातों-रात आप अपने आदर्शवादी बयानों से दुनिया और मानवता के तारणहार बन जाते हैं.’ आपको बता दें कि हरिवंश राई बच्चन,’मधुशाला’ जैसे महान ग्रंथ के रचयिता थे. 18 जनवरी 2003 को लंबी बीमारी के बाद 95 साल की आयु में निधन हो गया था.
About the Author
शिखा पाण्डेय News18 Digital के साथ दिसंबर 2019 से जुड़ी हैं. पत्रकारिता के क्षेत्र में उन्हें 12 साल से ज्यादा का अनुभव है. News18 Digital से पहले वह Zee News Digital, Samachar Plus, Virat Vaibhav जैसे प्रतिष्ठ…और पढ़ें
[ad_2]
‘हमें पैदा क्यों किया?’, जब बाबू जी पर चिल्लाएं अमिताभ बच्चन, ऊंची आवाज में पूछा सवाल, तकिए ने नीचे मिला जवाब


