हनुमान सभा में शामिल हुए युवक का नौ दिन बाद मिला शव, फोन चोरी के शक में हत्या की आशंका


शवगृह के बाहर परिजनों से बातचीत करते थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, एसआई बंसी लाल व अन्य

शवगृह के बाहर परिजनों से बातचीत करते थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, एसआई बंसी लाल व अन्य
– फोटो : Panipat

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पानीपत। गांव काबड़ी की हनुमान सभा में शामिल एक युवक का नौ दिन बाद गांव से 100 मीटर दूर जंगल में पीर के पास क्षत विक्षत शव बरामद हुआ है। मृतक के गले में रस्सी फंसी थी। परिजनों ने मृतक के दोस्तों पर फोन चोरी के शक में मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने 17 आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।
पुलिस को दी शिकायत में जय भगवान ने बताया कि गांव काबड़ी वाल्मीकि चौपाल में हनुमान सभा बनाई गई है, जिसमें उसका बेटा कुलदीप (20) भी जाता था। वह हर साल हनुमान सभा में शामिल होता था और दशहरे तक वहीं पर रहता था। 20 सितंबर को कुलदीप सभा में गया था, लेकिन जब वह 25 सितंबर तक नहीं लौटा और उससे बात नहीं हो पाई तो दूसरा बेटा मोहन लाल पता करने के लिए गया, लेकिन वहां युवकों ने चिल्लाते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता कुलदीप कहां है। काफी खोजबीन के बाद भी कुलदीप का कहीं पता नहीं चला। 29 सितंबर की दोपहर में दो बजे पड़ोसी शेट्टी का कॉल आया। उसने बताया कि गांव के बाहर पीर के पास कुलदीप का शव फंदे पर लटका हुआ है। परिजन मौके पर पहुंचे तो कुलदीप का क्षत विक्षत शव मिला।
परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने सख्ती से कुलदीप के दोस्तों से पूछा तो उन्होंने कबूल लिया कि फोन चोरी के शक में वाल्मीकि मंदिर में उन्होंने कुलदीप को पेड़ से बांधकर पीटा था और उसके बाद वहीं पर छोड़कर घर आ गए थे। परिजनों के अनुसार दोस्तों ने ही कुलदीप की हत्या की है और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को करीब 100 मीटर दूर एक पेड़ पर रस्सी से लटका दिया, जो रस्सी कमजोर होने के कारण टूट गई और कुलदीप का शव जमीन पर आ गिरा।
…तो हत्या के बाद परिजनों से हालचाल जानने पहुंचे थे आरोपी
मृतक कुलदीप के भाई मोहन लाल के अनुसार 26 सितंबर को आरोपी रिंकू और अंकित उर्फ रुग्गा, घर के पास ही घूम रहे थे। उन्होंने परिजनों से कुलदीप के बारे में पूछा और चले गए। उसने आशंका जताई कि इससे पहले ही आरोपियों ने कुलदीप की हत्या कर दी थी। मोहन ने बताया कि सभा के दौरान सन्नी का मोबाइल गुम हो गया था, जिस मामले में उसके पास फोन भी आया था। दोस्तों ने कहा था कि कुलदीप के पास मोबाइल है, वह नहीं दे रहा है। उसने बताया कि तीन भाई बहनों में कुलदीप सबसे छोटा था।
दो डॉक्टरों से कराया पोस्टमार्टम, जांच के लिए भेजा गया विसरा
जांच अधिकारी और एसआई बंसी लाल ने बताया कि कुलदीप का शव बरामद करने के बाद शुक्रवार को दो डॉक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट से स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर जांच के लिए विसरा को मधुबन लैब भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद मौत के असल कारणों का खुलासा हो पाएगा। मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।
शिकायत के आधार पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज
पिता की शिकायत के आधार पर आरोपी रिंकू, उसके भाई बिटटू, बंटी, विक्की, अंकित उर्फ रुग्गा, अर्जुन, सन्नी, दीपक, गुल्ली, साहिल पाटर, वंश, अजय बोगल, रितिक, शिब्बू, साहिल, मोनू और राहुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 148 व 149 के तहत केस दर्ज किया गया है। सभी आरोपी गांव काबड़ी के ही रहने वाले हैं।
– इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार, पुराना औद्योगिक थाना प्रभारी

पानीपत। गांव काबड़ी की हनुमान सभा में शामिल एक युवक का नौ दिन बाद गांव से 100 मीटर दूर जंगल में पीर के पास क्षत विक्षत शव बरामद हुआ है। मृतक के गले में रस्सी फंसी थी। परिजनों ने मृतक के दोस्तों पर फोन चोरी के शक में मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने 17 आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

पुलिस को दी शिकायत में जय भगवान ने बताया कि गांव काबड़ी वाल्मीकि चौपाल में हनुमान सभा बनाई गई है, जिसमें उसका बेटा कुलदीप (20) भी जाता था। वह हर साल हनुमान सभा में शामिल होता था और दशहरे तक वहीं पर रहता था। 20 सितंबर को कुलदीप सभा में गया था, लेकिन जब वह 25 सितंबर तक नहीं लौटा और उससे बात नहीं हो पाई तो दूसरा बेटा मोहन लाल पता करने के लिए गया, लेकिन वहां युवकों ने चिल्लाते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता कुलदीप कहां है। काफी खोजबीन के बाद भी कुलदीप का कहीं पता नहीं चला। 29 सितंबर की दोपहर में दो बजे पड़ोसी शेट्टी का कॉल आया। उसने बताया कि गांव के बाहर पीर के पास कुलदीप का शव फंदे पर लटका हुआ है। परिजन मौके पर पहुंचे तो कुलदीप का क्षत विक्षत शव मिला।

परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने सख्ती से कुलदीप के दोस्तों से पूछा तो उन्होंने कबूल लिया कि फोन चोरी के शक में वाल्मीकि मंदिर में उन्होंने कुलदीप को पेड़ से बांधकर पीटा था और उसके बाद वहीं पर छोड़कर घर आ गए थे। परिजनों के अनुसार दोस्तों ने ही कुलदीप की हत्या की है और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को करीब 100 मीटर दूर एक पेड़ पर रस्सी से लटका दिया, जो रस्सी कमजोर होने के कारण टूट गई और कुलदीप का शव जमीन पर आ गिरा।

…तो हत्या के बाद परिजनों से हालचाल जानने पहुंचे थे आरोपी

मृतक कुलदीप के भाई मोहन लाल के अनुसार 26 सितंबर को आरोपी रिंकू और अंकित उर्फ रुग्गा, घर के पास ही घूम रहे थे। उन्होंने परिजनों से कुलदीप के बारे में पूछा और चले गए। उसने आशंका जताई कि इससे पहले ही आरोपियों ने कुलदीप की हत्या कर दी थी। मोहन ने बताया कि सभा के दौरान सन्नी का मोबाइल गुम हो गया था, जिस मामले में उसके पास फोन भी आया था। दोस्तों ने कहा था कि कुलदीप के पास मोबाइल है, वह नहीं दे रहा है। उसने बताया कि तीन भाई बहनों में कुलदीप सबसे छोटा था।

दो डॉक्टरों से कराया पोस्टमार्टम, जांच के लिए भेजा गया विसरा

जांच अधिकारी और एसआई बंसी लाल ने बताया कि कुलदीप का शव बरामद करने के बाद शुक्रवार को दो डॉक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट से स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर जांच के लिए विसरा को मधुबन लैब भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद मौत के असल कारणों का खुलासा हो पाएगा। मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है।

शिकायत के आधार पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज

पिता की शिकायत के आधार पर आरोपी रिंकू, उसके भाई बिटटू, बंटी, विक्की, अंकित उर्फ रुग्गा, अर्जुन, सन्नी, दीपक, गुल्ली, साहिल पाटर, वंश, अजय बोगल, रितिक, शिब्बू, साहिल, मोनू और राहुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 148 व 149 के तहत केस दर्ज किया गया है। सभी आरोपी गांव काबड़ी के ही रहने वाले हैं।

– इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार, पुराना औद्योगिक थाना प्रभारी

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