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हाल ही में तमिल फिल्म ‘वेट्टवम’ के सेट पर एक खतरनाक स्टंट के दौरान स्टंटमैन मोहनराज उर्फ राजू की दुखद मौत हो गई। इस हादसे ने एक बार फिर से इंडस्ट्री में सेफ्टी की पोल खोलकर रख दी है। इस घटना को लेकर ऑल इंडिया सिने वर्कर्स (AICWA) ने प्रेस रिलीज जारी करके कई सवाल खड़े किए हैं। साथ ही स्टंटमैन की सेफ्टी को लेकर कई मांगें रखी हैं।
प्रेस रिलीज में ये भी बताया गया है कि ऑल इंडिया सिने वर्कर्स ने जल्द ही अपनी मांगों को लेकर भारत के श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मिलेंगे। अपनी मुलाकात में वो सभी सिने वर्कर्स, खासकर के स्टंटमैन जैसी हाई रिस्क वाली भूमिकाओं में काम करने वालों के लिए एक नेशनल सेफ्टी कानून बनाने पर जोर देंगे।
एक्स पर पीएम नरेंद्र मोदी और श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को टैग करते हुए ऑल इंडिया सिने वर्कर्स की तरफ से कहा गया- ‘तमिल फिल्म वेट्टवम के एक खतरनाक स्टंट सीन के दौरान स्टंटमैन मोहनराज की दुखद मौत ने राष्ट्र की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। न केवल इसलिए कि एक व्यक्ति की जान चली गई, बल्कि इसलिए भी कि इसके बाद व्यवस्थित ढंग से मामले को छुपाया गया और चौंकाने वाली उपेक्षा की गई।। हालांकि, सेट से एक लीक वीडियो अब सामने आया है, जिससे साफ पता चलता है कि कैमरे पर लाइव स्टंट करते समय वेट्टूवम बिना किसी पर्याप्त सुरक्षा, मेडिकल बैकअप या सुरक्षा प्रोटोकॉल के थे, जिस वजह से उनकी मौत हो गई। यह सिर्फ झूठ नहीं है बल्कि एक अपराध है।’

ऑल इंडिया सिने वर्कर्स ने आगे लिखा- ‘अधिकांश मामलों में, भारत में 90% से अधिक स्टंटमैन बिना बीमा के काम करते हैं, जबकि प्रोडक्शन हाउस मुट्ठी भर इंश्योर्ड प्रोफेशनल को दिखा झूठा दावा करते हैं कि पूरी इंडस्ट्री कवर है। हम अभिनेता अक्षय कुमार की सराहना करते हैं, जिन्होंने कुछ स्टंटमैन का बीमा करवाने के लिए व्यक्तिगत पहल की है
हमें कुछ सवालों के जवाब चाहिए-
- मोहनराज को फुल मेडिकल मंजूरी और सपोर्ट के बिना खतरनाक स्टंट करने के लिए क्यों कहा गया?
- सेट पर कोई वर्ल्ड क्लास सेफ्टी इक्विपमेंट, कोई एम्बुलेंस और कोई ट्रॉमा केयर डॉक्टर क्यों नहीं था?
- प्रोड्यूसर और प्रोडक्शन हाउस ने पब्लिक और अधिकारियों से यह बात क्यों कही?
इसके अलावा ऑल इंडिया सिने वर्कर्स ने स्टंटमैन की सेफ्टी को लेकर कई मांगें भी रखी हैं।
- मोहनराज की मौत की न्यायिक जांच और प्रोड्यूसर और प्रोडक्शन हाउस के खिलाफ क्रिमिनल चार्ज लगे।
- शूटिंग शुरू होने से पहले प्रत्येक स्टंटमैन और तकनीशियन के लिए अनिवार्य बीमा।
- हॉलीवुड या इंटरनेशनल सिनेमा की तरह ही, हर एक स्टंट के लिए वर्ल्ड क्लास सेफ्टी प्रोटोकॉल।
- श्रम मंत्रालय और स्टेट अथॉरिटी द्वारा सेट पर सेफ्टी के संबंध में सख्त सरकारी दिशा-निर्देश लागू किए जाएंगे।
- शूटिंग के दौरान मृत श्रमिकों के परिवारों को प्रोडक्शन बीमा द्वारा 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।

ऑल इंडिया सिने वर्कर्स ने ये भी आरोप लगाया है कि जब कोई जब कोई सुपरस्टार स्टंट करता है, तो वर्ल्ड क्लास सेफ्टी का इंतजाम किया जाता है। लेकिन जब कोई स्टंटमैन वही स्टंट करता है, तो सस्ते इंतजाम किए जाते हैं क्योंकि उनकी जान सस्ती मानी जाती है।
उन्होंने कहा- ‘स्टंट कलाकार भारतीय फिल्मों के असली एक्शन हीरो हैं। ये वही लोग हैं जो इमारतों से कूदते हैं, कारों को दुर्घटनाग्रस्त करते हैं, हेलीकॉप्टरों से लटकते हैं, ताकि सितारे पर्दे पर चमक सकें। फिर भी, उनके जीवन को नजरअंदाज कर दिया जाता है, उनकी इंजरी को छिपाया जाता है, और जब त्रासदी आती है तो उनके परिवारों के पास कुछ भी नहीं बचता।
हर साल, कई स्टंटमैन सेट पर मारे जाते हैं। जीवन भर के लिए अपंग हो जाते हैं। जल जाते हैं, लकवाग्रस्त हो जाते हैं, या मानसिक और शारीरिक रूप से जख्मी हो जाते हैं। और फिर भी, कोई नेशन वाइड सेफ्टी कानून मौजूद नहीं है। कोई अनिवार्य बीमा योजना लागू नहीं है, और प्रोड्यूसर, चैनलों और प्रोडक्शन हाउस पर कोई जवाबदेही तय नहीं की जाती है। इंडियन इंडस्ट्री अपने वर्कर्स के खून से नहीं बन सकता। हर स्टंटमैन की जान कीमती है, सिर्फ एक स्टार की ही नहीं।’

बता दें कि 13 जुलाई को सुबह तमिलनाडु के नागपट्टिनम में आर्या और निर्देशक पा.रंजीत की अपकमिंग फिल्म ‘वेट्टवम’ की शूटिंग चल रही थी और गाड़ी से एक स्टंट सीन को फिल्माने के दौरान स्टंटमैन मोहनराज की जान चली गई।
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स्टंटमैन राजू की मौत को लेकर AICWA ने उठाए सवाल: कहा- हर स्टंटमैन की जान कीमती, नेशनल सेफ्टी कानून को लेकर श्रम मंत्री से जल्द मिलेंगे