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साउथ सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू को ईडी (इन्फॉर्समेंट डायरेक्टरेट) ने एक धोखाधड़ी मामले में समन भेजा है. ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए 28 अप्रैल को हैदराबाद स्थित ईडी के दफ्तर बुलाया है.
महेश बाबू की बढ़ी मुश्किलें.
हाइलाइट्स
- महेश बाबू को ईडी ने समन भेजा है.
- 28 अप्रैल को हैदराबाद ईडी दफ्तर में पूछताछ होगी.
- साईं सूर्या कंपनी से संदिग्ध लेनदेन का आरोप.
नई दिल्ली: रील और रियल लाइफ की कहानी में अक्सर बदलाव देखने को मिलता है, ऐसी ही एक कहानी रील लाइफ के सुपरहीरो की है, जो रियल लाइफ में एक आरोपी के तौर पर अपना बयान दर्ज करने के लिए जांच एजेंसी ईडी के सामने पेश होने जा रहा है. दरअसल, केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने तेलुगू फिल्मों के सुपरस्टार महेश बाबू से पूछताछ के लिए समन भेजा है. उन्हें 28 अप्रैल को पूछताछ के लिए हैदराबाद स्थित ED दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है. जांच एजेंसी के सूत्र के मुताबिक, उन्हें अपने बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारियों समेत कई अहम दस्तावेजों के साथ पूछताछ के लिए बुलाया गया है. पूछताछ वीडियो के सामने बैठाकर और कलमबंद बयानों के आधार पर की जाएगी.
रियल एस्टेट कंपनियों से करोड़ों के संदिग्ध लेनदेन का आरोप
जांच एजेंसी ED के सूत्र के मुताबिक, पिछले कुछ समय पहले सुराणा ग्रुप और साईं सूर्या डेवलवर्स नाम की इन दोनों कंपनियों सहित कई अन्य कंपनियों और उनके निदेशकों, अधिकारियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था, जिसके जरिये कई अहम जानकारी और सबूतों को ईडी ने इकठ्ठा किया. जांच को खंगालने के बाद पता चला कि दोनों रियल एस्टेट कंपनियों के साथ महेश बाबू का कनेक्शन है और उनके बीच करोड़ों रुपयों का संदिग्ध लेनदेन हुआ है. हालांकि, सूत्र ये भी बताते हैं कि महेश बाबू ग्रीन मिडोज और उससे जुड़ी कंपनियों के ब्रांड एंबेसेडर थे. लिहाजा, इसी वजह से उन्हें साईं सूर्या ने इंडोर्समेंट के लिए 5.9 करोड़ रुपये दिए थे. सुपरस्टार से पूछताछ के दौरान कई जानकारियां सामने आ जाएंगी.
कंपनी के झांसे में आए लोग
कुछ वक्त पहले जांच एजेंसी ने सिकंदराबाद, जुबली हिल्स और बोबेवनपल्ली सहित कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया था. उसी सर्च ऑपरेशन के दौरान ये जानकारी भी सामने आई थी कि साईं सूर्या कंपनी के मालिक सतीश चंद्र गुप्ता के खिलाफ कई धोखाधड़ी संबंधित जानकारियों और सबूतों को इकठ्ठा किया गया था. दरअसल, सूर्या कंपनी पर उनके ग्रीन मिडोज नाम के एक प्रोजेक्ट के निवेशकों को धोखा देने का केस दर्ज है. जब महेश बाबू को ब्रांड एंबेसेडर बनाया गया था, तब कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट के बारे में खूब बढ़ चढ़कर दावे किए और उसका प्रचार-प्रसार किया. महेश बाबू के ब्रांड एंबेसेडर होने का फायदा उससे जुड़ी साईं सूर्या कंपनी कंपनियों ने उठाया और काफी संख्या में लोगों ने ग्रीन मिडोज प्रोजेक्ट में अपने करोड़ों रुपयों का निवेश कर दिया.
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स्क्रिप्ट चेंज… कैमरे के आगे तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार महेश बाबू और कैमरे के पीछे ED वाले साहेब