सहकारिता एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि उत्तर भारत में इस बार बारिश व पहाड़ों से आ रहे पानी से जन-धन हानि रोकने को लेकर हरसंभव प्रबंध किए गए हैं। गोहाना क्षेत्र से भी विभिन्न जिलों का अतिरिक्त पानी गुजर रहा है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से मुस्तैदी से कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन गांवों में जलभराव की जानकारी मिल रही है, वहां पंपसेट लगाकर पानी की निकासी कराई जाए।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने वीरवार को रोहतक रोड पर ड्रेन संख्या 8 व डायवर्जन ड्रेन के माहरा हेड का एसडीएम अंजलि श्रोत्रिय एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ दौरा किया। अधिकारियों ने बताया कि ड्रेन संख्या 8 में सोनीपत, पानीपत, जींद, कैथल का बारिश का पानी रोहतक, झज्जर होते हुए यमुना नदी में जा रहा है, जबकि डायवर्जन ड्रेन संख्या 8 सोनीपत होकर यमुना नदी में जाता है। वर्तमान में दोनों में पानी पूरी क्षमता के साथ बह रहा है। कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बहाव में किसी प्रकार की रुकावट हो तो उसे प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए। उन्होंने उपायुक्त सुशील सारवान को कॉल कर निर्देश दिए कि जिन गांवों में जलभराव को लेकर समस्या है, वहां पर किराये पर मोटर लेकर भी पंपसेट चलवाए जाएं। यही नहीं प्रशासनिक अधिकारी निरंतर आमजन के संपर्क में रहें तथा किसी भी क्षेत्र में जलभराव निकासी में देरी की सूचना प्राप्त हो तो उसे प्राथमिकता के आधार पर तुरंत कार्रवाई करें। एसडीएम अंजलि श्रोत्रिय ने बताया कि गोहाना-बरोदा हलके में 83 मोटर व पंपसेट लगवाकर पानी की निकासी करवाई जा रही है। इस दौरान सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रशांत कुमार, उपमंडल अभियंता प्रियव्रत, अक्षय, राजवीर, भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रवीण खुराना, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुमित कक्कड़ भी उपस्थित रहे।
सोनीपत: गांवों में जलभराव की स्थिति में तुरंत पंपसेट उपलब्ध कराए प्रशासन: मंत्री अरविंद शर्मा

