ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायुसेना ने पाकिस्तान की कमर तोड़कर रख दी थी। हमारी वायुसेना ने हवाई हमला कर पाकिस्तान के एयरबेस व आतंकी अड्डाें को तबाह कर दिया था। ऑपरेशन सिंदूर में शामिल जांबाज सैनिकों व सैन्य अधिकारियों को पूर्व सैनिक सलाम करते हैं जिन्होंने पाकिस्तान को पहलगाम में हुई आतंकी घटना का माकूल जवाब दिया है। पूर्व सैनिकाें का कहना है कि रिटायर होने के बावजूद आवश्यकता पड़ने पर पर दोबारा सरहद पर जाकर देश के लिए लड़ने को हर समय तैयार रहते हैं।
अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से वायुसेना दिवस की पूर्व संध्या पर गन्नौर के केडी नगर में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें भूतपूर्व सैनिक संगठन से सूबेदार ओमप्रकाश मलिक, केसी दहिया, मूलचंद व भीमसिंह ने बताया कि सरकार की ओर से सेना में अग्निवीरों को भर्ती किया जा रहा है। चार साल की सेवा में अग्निवीरों को आर्थिक रूप से संपन्न किया जा रहा है। जिससे भविष्य में युवा स्वरोजगार स्थापित कर सके। इनमें सरकार ने अग्निवीर योजना में कुछ कमियां छोड़ दी है। उनकी मांग है कि शहादत देने वाले अग्निवीरों को शहीद का दर्जा दिया जाए और उन्हें पेंशन से वंचित न किया जाए।
वारंट अफसर नफेसिंह, पीओ रतन मलिक, एसी नवीन प्रताप त्यागी ने बताया कि रक्षा उपकरणों के मामले में अब भारत देश आत्मनिर्भर बन रहा है। स्वदेशी रक्षा उपकरणों के माध्यम से पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने जवाब दिया है। अब तकनीकी युग में देश के अंदर एयरक्राफ्ट भी बनने लगे हैं। सेना भर्ती में ऑनलाइन परीक्षा पारदर्शिता से कराई जा रही है। सक्षम युवा अब सेना में जा रहे है। सेना में हरियाणा के जवानों का सर्वोच्च स्थान है।
सोनीपत: ऑपरेशन सिंदूर में वायुसेना ने पाकिस्तान की तोड़ी कमर, पूर्व सैनिक बोले- लड़ाई में जाने के लिए हम हर समय तैयार


