[ad_1]
आज विश्व स्वास्थ्य दिवस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के मुताबिक, पूरी दुनिया में हर साल लगभग 6.8 करोड़ लोगों की मौत होती है। इनमें सबसे ज्यादा मौतें कार्डियो वस्कुलर डिजीज, स्ट्रोक और श्वसन संक्रमण के कारण होती हैं।
हर साल कार्डियोवस्कुलर डिजीज के कारण लगभग 1.79 करोड़ लोगों की मौत होती है। इसके अलावा कैंसर, निम्न श्वसन संक्रमण, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और डायबिटीज के कारण भी कई करोड़ लोगों की मौत हो रही है।
ज्यादातर बीमारियां ऐसी हैं, जिनके बारे में थोड़ी सी जागरूकता से लोगों की जान बचा सकती है। खासतौर पर अगर लाइफस्टाइल और खानपान ठीक कर लिया जाए तो ज्यादातर बीमारियों का जोखिम टाला जा सकता है।
इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज 5 डॉक्टर्स से बात करेंगे। उनसे जानेंगे कि-
- अक्सर होने वाले इन्फेक्शन और जुकाम से कैसे बचें?
- स्लीप एक्सपर्ट से जानेंगे कि अच्छी नींद के लिए क्या करें?
- डाइटीशियन से हेल्दी डाइट के टिप्स लेंगे।
- कार्डियोलॉजिस्ट से दिल की सेहत का राज जानेंगे?
जिंदगी में खुश रहना है तो सेहत ठीक करें
एक्सपर्ट: डॉ. अंकित पटेल, जनरल फिजिशियन, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर

- हाथ धोने की आदत डालें: खाना खाने से पहले हमेशा हाथ धोएं। इससे बैक्टीरिया और वायरस से बचाव होता है।
- ताजा और साफ खाना खाएं: खराब हाइजीन वाला और बासी खाना खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि भोजन ताजा हो।
- फिल्टर किया पानी पिएं या उबालकर पिएं: यह घर पर तो जरूरी ही है, खासतौर पर जब आप बाहर हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें।
- सर्दी-जुकाम से बचें: अगर आसपास लोगों को जुकाम है तो मास्क पहनें और किसी भी संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें।
- स्वच्छता का ध्यान रखें: नियमित रूप से नहाएं और कपड़े साफ रखें, ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचा जा सके।
- खाना अच्छे से पकाकर खाएं: खासतौर पर मीट को अच्छी तरह से पकाकर खाएं, ताकि बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा न रहें।
- जंक फूड से परहेज करें: बाहर का अनहेल्दी खाना, जैसे- तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें। इससे लाइफस्टाइल बीमारियां हो सकती हैं।
- स्मोकिंग और अल्कोहल से बचें: इन आदतों से लिवर, किडनी और इम्यून सिस्टम कमजोर होते हैं। जिससे इन्फेक्शन और बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
- एक्सरसाइज करें और बॉडी एक्टिव रखें: यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और शरीर में एक्स्ट्रा फैट नहीं जमा होने देता है।
- वैक्सिनेशन कराएं: नियमित रूप से जरूरी वैक्सीन लगवाएं ताकि आप गंभीर संक्रमणों से बच सकें और स्वस्थ रहें।
नींद में रीसेट होता है दिमाग
एक्सपर्ट: डॉ. शिवानी स्वामी, सीनियर पल्मनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन एक्सपर्ट, नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर

- नियत समय पर सोएं: अच्छी नींद के लिए रोज एक निश्चित समय पर सोने की आदत डालें।
- स्लीप हाइजीन: सोने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले कोई किताब पढ़ें, मोबाइल से दूर रहें।
- आरामदायक वातावरण: सोने का कमरें में शांति जरूरी है। इसमें बहुत रोशनी नहीं होनी चाहिए और बेहतर होगा अगर यह थोड़ा ठंडा हो।
- कैफीन से परहेज: शाम के 4 बजे के बाद कैफीन यानी चाय, कॉफी के सेवन से बचें।
- म्यूजिक: सोने से पहले सॉफ्ट म्यूजिक सुनने से स्लीप क्वालिटी बेहतर हो सकती है।
- रोज सुबह एक्सरसाइज: एक्सरसाइज करने से नींद की क्वालिटी सुधरती है, लेकिन सोने से ठीक पहले एक्सरसाइज से नींद आने में मुश्किल हो सकती है।
- दिन में धूप लें: दिन में धूप लेने से सर्केडियन रिदम सही रहती है और रात को नींद आने में आसानी होती है।
- मेडिटेशन: अगर सोने से कुछ देर पहले मेडिटेशन करते हैं तो दिनभर का तनाव कम होता है और सोने से पहले बार-बार मन नहीं भटकता है।
- स्क्रीन टाइम: रात में सोने से पहले मोबाइल या लैपटॉप की स्क्रीन से बचें। इससे नींद डिस्टर्ब हो सकती है।
- दिन में ले सकते हैं पावर नैप: दिन में 20-30 मिनट की छोटी नैप लेने से ताजगी मिलती है, लेकिन नैप हमेशा 3 बजे से पहले ही लें।
अच्छी डाइट है अच्छी सेहत का राज
एक्सपर्ट: डॉ. अमृता मिश्रा, सीनियर डाइटीशियन, दिल्ली

- संतुलित डाइट: भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट का सही संतुलन रखें।
- फल और सब्जियां: अपनी डाइट में हर दिन ताजे फल और सब्जियां जरूर शामिल करें।
- वेट कंट्रोल: खाने में ऐसे फल-सब्जियां शामिल करें, जिनकी कैलोरी कम हो। इससे वजन कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी।
- लिक्विड डाइट: पर्याप्त पानी और जूस का सेवन करें, लेकिन चीनी वाली चीजों से बचें।
- फास्ट फूड से बचें: बहुत तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड न खाएं। नूडल्स और चाइनीज अवॉइड करें।
- नाश्ता न छोड़ें: नाश्ता दिन की हेल्दी शुरुआत के लिए नाश्ता सबसे महत्वपूर्ण है। इसे स्किप न करें।
- लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स: डेयरी प्रोडक्ट्स जरूरी हैं, लेकिन कोशिश करें कि लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं।
- छोटी-छोटी मील: एक बार में भर पेट खाने की बजाय छोटी-छोटी कई मील लें।
- स्मोकिंग-शराब से परहेज: आप कितनी भी हेल्दी और संतुलित डाइट लें, अगर शराब पी रहे हैं या स्मोकिंग कर रहे हैं तो सब बेकार है।
- नियमित एक्सरसाइज: संतुलित डाइट के साथ फिजिकल एक्टिविटी भी बहुत जरूरी है। इससे वेट कंट्रोल के साथ पाचन तंत्र भी मजबूत होगा।
जिंदगी में सबकुछ संतुलित रखना जरूरी
एक्सपर्ट: डॉ. साकेत कांत, एंडोक्रोनोलॉजी एंड ओबिसिटी मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली

- हॉर्मोनल बैलेंस: 40 की उम्र के बाद समय-समय पर अपनी हॉर्मोनल जांच करवाएं।
- संतुलित डाइट: ओमेगा-3, विटामिन D और आयोडीन से भरपूर डाइट लें।
- वेट कंट्रोल: वजन कंट्रोल में रखें, ज्यादा होने पर हॉर्मोनल असंतुलन हो सकता है।
- स्ट्रेस से बचें: ज्यादा तनाव से हॉर्मोनल असंतुलन बढ़ सकता है।
- पर्याप्त नींद: हॉर्मोनल सिस्टम बैलेंस्ट रहने के लिए पर्याप्त नींद बहुत जरूरी है।
- हॉर्मोनल बदलाव पर नजर: महिलाओं को पीरियड्स और मेनोपॉज के दौरान हॉर्मोनल बदलाव पर नजर रखनी चाहिए।
- नेचुरल हॉर्मोन वाले फूड्स: नेचुरल हॉर्मोन्स बनाने में मदद करने वाले फूड्स सोया, अलसी और अखरोट खाएं।
- फिजिकल एक्टिविटी: हॉर्मोन्स संतुलित रखने के लिए रोज नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
- समय पर जांच: डायबिटीज, थायरॉइड और अन्य हॉर्मोनल समस्याओं की समय पर जांच कराएं।
- शराब-सिगरेट अवॉइड करें: शराब और तंबाकू हॉर्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं।
दिल है हमारे शरीर का इंजन
एक्सपर्ट: डॉ. अवधेश शर्मा, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग संस्थान, कानपुर

- रोज एक्सरसाइज करें: हेल्दी हार्ट के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है।
- नमक और प्रोसेस्ड फूड कम खाएं: ज्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
- स्मोकिंग छोड़ें: यह हृदय के लिए सबसे बुरी आदत है।
- लो फैट डाइट लें: खाने में कम-से-कम फैट वाली चीजें खाएं, इससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ता है।
- ब्लड प्रेशर चेक करवाएं: हर महीने एक बार बीपी जरूर चेक करें, यह हार्ट डिजीज का मुख्य कारण है।
- स्ट्रेस मैनेज करें: तनाव हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है। इसे कंट्रोल करें।
- अल्कोहल अवॉइड करें: शराब से दिल की सेहत खराब होती है।
- खूब पानी पिएं: हार्ट की सही फंक्शनिंग के लिए हाइड्रेटेड रहना जरूरी है।
- स्मोकिंग से बचें: यह ब्लड आर्टरीज को नुकसान होता है। इसे क्विट करें।
- रेगुलर चेकअप करवाएं: कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक से बचने के लिए नियमित चेकअप जरूरी है।
……………………. सेहत की ये खबर भी पढ़िए सेहतनामा- आंखों का साइलेंट किलर है ग्लूकोमा: शुरुआत में नहीं दिखते लक्षण, फिर हो जाता है अंधापन; जानें किसे होता है और कैसे बचें

ग्लूकोमा भारत में पिछले कुछ सालों में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। फिलहाल भारत में इससे 1.2 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। अगर इलाज न किया जाए तो धीरे-धीरे नजर इतनी कमजोर हो जाती है कि अंधापन भी हो सकता है। पूरी खबर पढ़िए…
[ad_2]
सेहतनामा- विश्व स्वास्थ्य दिवस पर पढ़िए 5 डॉक्टरों की सलाह: 8 घंटे की नींद, एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट, यही है अच्छी सेहत का राज