[ad_1]
2 दिन पहलेलेखक: गौरव तिवारी
- कॉपी लिंक
दही इंसानों के लिए प्रकृति का दिया खूबसूरत तोहफा है। यह सेहत का खजाना है। इसमें एक साथ फाइबर, प्रोटीन, शुगर और फैट सबकुछ मिल जाता है। इसके अलावा ढेर सारे विटामिन्स और मिनरल्स भी मिलते हैं।
दही के इतिहास को लेकर विवाद है। एक बड़ा वर्ग मानता है कि यह भारतीय उपमहाद्वीप में लगभग 5 हजार साल पहले से खाया जा रहा है। इसका जिक्र पौराणिक कथाओं और भगवान कृष्ण की कथाओं में मिलता है।
जबकि यूरोप में इसके इतिहास को लेकर बुल्गारिया का अपना दावा है। बुल्गारिया के लोग इसे अपने देश के इतिहास जितना पुराना बताते हैं। करीब 4 हजार साल पहले एक खानाबदोश जाति के लोगों के पास रात में अतिरिक्त दूध बचा रह गया, जो सुबह दही बन गया। इसे अगले दिन खाया गया तो यह बड़ा स्वादिष्ट था। यहीं से दही जमाकर खाने की परंपरा शुरू हो गई। यह जगह बुल्गारिया ही थी। मौजूदा वक्त में बुल्गारिया के बारे में कहा जाता है कि यहां हर डिश में दही मिला होता है या फिर ये थाली में स्टेपल के तौर पर परोसा जाता है।
इतिहास से इतर दही न सिर्फ हमारे खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेदह फायदेमंद होता है। यह हमारे पाचन तंत्र, इम्यून सिस्टम, वेट मैनेजमेंट और हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी है। इसके अलावा ये हमारी हार्ट हेल्थ भी अच्छी रखता है।
इसलिए आज ‘सेहतनामा’ में बात करेंगे सुपरफूड दही की। साथ ही जानेंगे कि-
- इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?
- दही में कौन से विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं?
- दही हमारी सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद है?
- किन लोगों को दही नहीं खाना चाहिए?
दही के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ जानने से पहले इसके बारे में जरूरी रोचक तथ्य जानते हैं।
दही की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के मुताबिक, अगर होल मिल्क से 100 ग्राम दही तैयार किया गया है तो इसमें लगभग 61 कैलोरी मिल जाती हैं, जिसमें लगभग 88% पानी होता है। इसमें प्रोटीन, कार्ब्स, शुगर और फैट भी होता है। इनकी मात्रा कितनी होती है, आइए ग्राफिक में देखते हैं।
दही खाने में भले ही स्टेपल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू चकित करती है। इसमें लगभग सारे न्यूट्रिशन, सभी जरूर मिनरल्स और विटामिन्स मौजूद होते हैं।
दही में कौन से विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं?
दिल्ली की सीनियर न्यूट्रिशनिस्ट और ‘वनडाइटटुडे’ की फाउंडर डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि दही असल में दूध का बिगड़ा हुआ रूप है और इसके बावजूद यह दूध से कई गुना ज्यादा फायदेमंद है। इसकी कमाल की न्यूट्रिशनल वैल्यू और इसमें मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स के कारण ही इसे सुपरफूड कहा जाता है। इसमें लगभग हर वह मिनरल मौजूद है, जो हमारे शरीर के लिए जरूरी है।
दही खाने से सेहत को हैं कई फायदे
डॉ. अनु कहती हैं कि आमतौर पर लोग यह जानते हैं कि दही खाने से पाचन आसान हो जाता है। इसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया हमारे गट में मौजूद गुड बैक्टीरिया की संख्या में इजाफा करते हैं। इससे पाचन तंत्र सुधरने के साथ इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। यह हमारे दांत और हड्डियों की सेहत के लिए भी जरूरी है। इसके अलावा दही खाने के और क्या फायदे हैं, ग्राफिक में देखिए।
आइए ग्राफिक में दिए कुछ पॉइंट्स विस्तार से समझते हैं।
दांत और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, दही में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम होता है, जो दांतों और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी मिनरल है। अगर कोई रोज एक कप दही खा रहा है तो उसकी प्रतिदिन की कैल्शियम की जरूरत का 49% इससे ही मिल जाएगा।
हार्ट डिजीज का जोखिम कम होता है
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के मुताबिक, दही में विटामिन B और उसमें भी खास तौर पर विटामिन B-12 और B-2 यानी राइबोफ्लेविन प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये दोनों विटामिन हार्ट डिजीज और कुछ न्यूरल ट्यूब बर्थ डिफेक्ट से बचा सकते हैं।
ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के मुताबिक, रोजाना एक कप दही हमारी फास्फोरस की दैनिक जरूरत का 28%, मैग्नीशियम का 10% और पोटेशियम का 12% पूरा कर देता है। ये मिनरल्स हमारे शरीर में कई जरूरी बायोलॉजिकल प्रोसेस के लिए जरूरी होते हैं। इनकी मदद से ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है और मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है। ये हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।
इम्यून सिस्टम मजबूत करता है
दही में विटामिन D भी होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, दही हमारी हड्डियों और इम्यून सिस्टम को मजबूती देता है। इसके अलावा हार्ट हेल्थ को भी बेहतर रखता है। इससे डिप्रेशन जैसी कई बीमारियों के जोखिम कम होते हैं।
वेट मैनेजमेंट में मदद करता है
दही में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है। यह हमें बार-बार भूख लगने से रोकता है। इसके अलावा दही के सेवन से मेटाबॉलिक सिस्टम में सुधार होता है। इन दोनों कारणों से वेट मैनेजमेंट में मदद मिलती है।
बॉडी को हाइड्रेटेड रखता है
दही की जबरदस्त न्यूट्रिशनल वैल्यू और ढेर सारे मिनरल्स के अलावा खास बात ये है कि इसमें 66% पानी होता है। इसलिए दही के रोजाना सेवन से बॉडी हाइड्रेटेड बनी रहती है।
किन लोगों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए?
वाराणसी के राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार कहते हैं कि आमतौर पर हर कोई दही का सेवन कर सकता है, लेकिन कुछ बीमारियों में इसका सेवन करना ठीक नहीं है। इसलिए किन लोगों को दही नहीं खाना चाहिए, देखिए-
- अर्थराइटिस या गठिया के रोगियों को
- अस्थमा के मरीजों को
- किडनी पेशेंट्स को
- जिन्हें लैक्टोज इनटॉलेरेंस है
- जिन्हें एसिडिटी की समस्या है
- अगर कोई स्किन की समस्या है
- लिकोरिया पेशेंट्स को
……………………. ये खबर भी पढ़िए
सेहतनामा- प्रकृति का दिया सबसे मीठा तोहफा है गन्ना: लिवर, किडनी की बीमारियों में लाभकारी
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक गन्ने के रस में विटामिन्स और मिनरल्स के साथ फेनलिक और फ्लेवोनॉयड जैसे पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट ही इसे इतना लाभकारी बनाते हैं। पूरी खबर पढ़िए…
[ad_2]
सेहतनामा- दही है एक सुपरफूड: प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर प्रकृति का वरदान, डॉक्टर ने बताए रोज दही खाने के 10 फायदे