सेक्टर 14 में खुला जिले का पहला साइबर थाना, सीधी दर्ज करवा सकेंगे एफआईआर


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रोहतक। जिले का पहला साइबर थाना सेक्टर-14 में शुरू हो गया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना ने थाने का उद्घाटन किया। अब आम लोग सीधे साइबर थाने में भी आकर एफआईआर दर्ज करवा सकेंगे। इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह को थाना प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई, जबकि एएसपी सांपला मेधा भूषण के दिशा निर्देशन में थाना काम करेगा।
पुलिस रिकॉर्ड के अंतर्गत जिले में हर रोज दो-तीन साइबर क्राइम के केस सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं, 80 केस अब भी पेंडिंग पड़े हैं, जिनको पुलिस अधिकारियों से गंभीरता से हल करने का निर्णय लिया है। लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हर जिले में साइबर क्राइम थाना खोलने का निर्णय लिया था, जबकि पहले रेंज स्तर पर एक क्राइम थाना था। रोहतक रेंज का साइबर थाना सेक्टर-14 से चल रहा था, जिसके अंतर्गत रोहतक, सोनीपत, झज्जर, दादरी व भिवानी जिला आता था। अब रोहतक रेंज के थाने को खत्म करके उसे रोहतक जिले का साइबर थाना बना दिया गया है। साथ ही रेंज के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप को जिले के साइबर थाने का प्रभारी बनाया गया है।
महिला थाने की तर्ज पर रहेगा आम जन के पास विकल्प
एसपी उदय सिंह मीना ने बताया कि जिस तरह महिलाओं से संबंधित अपराधों के लिए महिला थाना खोले गए हैं वैसे ही साइबर अपराधों से संबंधित साइबर थाना की शुरुआत की गई है। साइबर क्राइम थाने में जिले के साइबर क्राइम, ऑनलाइन धोखाधड़ी व अन्य केस दर्ज कर उनकी जांच की जाएगी। इसके अतिरिक्त हर थानों में साइबर हेल्प डेस्क भी खोली जा चुकी हैं, जो साइबर थाने से सीधी जुड़ी रहेंगी। एसपी ने बताया कि साइबर अपराधी स्मार्ट फोन से, मोबाइल एप व इंटरनेट बैंकिंग व अन्य तरीकों से लोगों के साथ धोखाधड़ी कर पैसे हड़प रहे हैं। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति को समस्या का सामना न करना पड़े और अपराधी तक पुलिस जल्दी पहुंच सके। इसके लिए जिलास्तर पर साइबर थाने की शुरुआत कि गई है। आम आदमी चाहे तो सीधा साइबर थाने में केस दर्ज करवा सकता है या संबंधित थाने में दर्ज करवा सकेगा। अगर गंभीर अपराध होगा तो पुलिस प्रशासन खुद भी संबंधित थाने से केस साइबर थाने में ट्रांसफर कर सकते हैं।
यह रहेगा साइबर थाने में स्टाफ
साइबर थाना एएसपी सांपला मेधा भूषण के मार्गदर्शन में काम करेगा। थाने में दो इंस्पेक्टर व 17 जांच अधिकारी लगाए गए हैं। साथ ही पूरे स्टाफ को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाएगी। क्योंकि साइबर अपराधी वारदात अंजाम देने के लगातार तरीके बदल रहे हैं।
वर्जन-
जल्दी बनेगा आम आदमी को न्याय : मीना
जिलास्तर पर साइबर क्राइम थाना खुलने से आम लोगों को जल्दी न्याय मिलेगा, क्योंकि साइबर अपराध लगातार बढ़ रहा है। आम आदमी से आग्रह है कि वे संबंधित थाने के अलावा सीधे साइबर क्राइम थाने में जाकर केस दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल नंबर 1930 या वेब पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट साइबरक्राइम डॉट जीओवी डॉट इन या साइबर क्राइम डेस्क पर भी शामिल कर सकते हैं।
– उदय सिंह मीना, पुलिस अधीक्षक रोहतक

रोहतक। जिले का पहला साइबर थाना सेक्टर-14 में शुरू हो गया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीना ने थाने का उद्घाटन किया। अब आम लोग सीधे साइबर थाने में भी आकर एफआईआर दर्ज करवा सकेंगे। इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह को थाना प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई, जबकि एएसपी सांपला मेधा भूषण के दिशा निर्देशन में थाना काम करेगा।

पुलिस रिकॉर्ड के अंतर्गत जिले में हर रोज दो-तीन साइबर क्राइम के केस सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं, 80 केस अब भी पेंडिंग पड़े हैं, जिनको पुलिस अधिकारियों से गंभीरता से हल करने का निर्णय लिया है। लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हर जिले में साइबर क्राइम थाना खोलने का निर्णय लिया था, जबकि पहले रेंज स्तर पर एक क्राइम थाना था। रोहतक रेंज का साइबर थाना सेक्टर-14 से चल रहा था, जिसके अंतर्गत रोहतक, सोनीपत, झज्जर, दादरी व भिवानी जिला आता था। अब रोहतक रेंज के थाने को खत्म करके उसे रोहतक जिले का साइबर थाना बना दिया गया है। साथ ही रेंज के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप को जिले के साइबर थाने का प्रभारी बनाया गया है।

महिला थाने की तर्ज पर रहेगा आम जन के पास विकल्प

एसपी उदय सिंह मीना ने बताया कि जिस तरह महिलाओं से संबंधित अपराधों के लिए महिला थाना खोले गए हैं वैसे ही साइबर अपराधों से संबंधित साइबर थाना की शुरुआत की गई है। साइबर क्राइम थाने में जिले के साइबर क्राइम, ऑनलाइन धोखाधड़ी व अन्य केस दर्ज कर उनकी जांच की जाएगी। इसके अतिरिक्त हर थानों में साइबर हेल्प डेस्क भी खोली जा चुकी हैं, जो साइबर थाने से सीधी जुड़ी रहेंगी। एसपी ने बताया कि साइबर अपराधी स्मार्ट फोन से, मोबाइल एप व इंटरनेट बैंकिंग व अन्य तरीकों से लोगों के साथ धोखाधड़ी कर पैसे हड़प रहे हैं। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति को समस्या का सामना न करना पड़े और अपराधी तक पुलिस जल्दी पहुंच सके। इसके लिए जिलास्तर पर साइबर थाने की शुरुआत कि गई है। आम आदमी चाहे तो सीधा साइबर थाने में केस दर्ज करवा सकता है या संबंधित थाने में दर्ज करवा सकेगा। अगर गंभीर अपराध होगा तो पुलिस प्रशासन खुद भी संबंधित थाने से केस साइबर थाने में ट्रांसफर कर सकते हैं।

यह रहेगा साइबर थाने में स्टाफ

साइबर थाना एएसपी सांपला मेधा भूषण के मार्गदर्शन में काम करेगा। थाने में दो इंस्पेक्टर व 17 जांच अधिकारी लगाए गए हैं। साथ ही पूरे स्टाफ को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाएगी। क्योंकि साइबर अपराधी वारदात अंजाम देने के लगातार तरीके बदल रहे हैं।

वर्जन-

जल्दी बनेगा आम आदमी को न्याय : मीना

जिलास्तर पर साइबर क्राइम थाना खुलने से आम लोगों को जल्दी न्याय मिलेगा, क्योंकि साइबर अपराध लगातार बढ़ रहा है। आम आदमी से आग्रह है कि वे संबंधित थाने के अलावा सीधे साइबर क्राइम थाने में जाकर केस दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल नंबर 1930 या वेब पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट साइबरक्राइम डॉट जीओवी डॉट इन या साइबर क्राइम डेस्क पर भी शामिल कर सकते हैं।

– उदय सिंह मीना, पुलिस अधीक्षक रोहतक

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