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Agency:News18 Haryana
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Surajkund Mela Haryana: मेले में हरियाणा की पारंपरिक विरासत को जिंदा रखने की पूरी कोशिश की गई है. यहां हुक्का भी रखा गया है जिसे हरियाणा की शान माना जाता है. गांवों में हुक्के की परंपरा आज भी कायम है लेकिन शहरो…और पढ़ें
सूरजकुंड मेले में हरियाणा की संस्कृति की झलक.
हाइलाइट्स
- सूरजकुंड मेले में हरियाणा की पारंपरिक विरासत प्रदर्शित।
- मेले में हुक्का, रस्सी बनाने की मशीन और लालटेन दिखाए गए।
- पारंपरिक जलनिकासी प्रणाली और जानवरों की घंटियां भी प्रदर्शित।
Hukka in Surajkund Mela: फरीदाबाद के सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेले में कदम रखते ही ऐसा महसूस होता है जैसे समय सैकड़ों साल पीछे चला गया हो. यहां हरियाणा की पारंपरिक संस्कृति और पुरानी जीवनशैली की झलक देखने को मिलती है. मेले में प्रदर्शित किए गए विभिन्न स्टॉलों पर पुरानी तकनीकों और परंपराओं को बड़ी ही खूबसूरती से दर्शाया गया है. खासतौर पर पानी निकालने की पुरानी तकनीक लोगों को आश्चर्यचकित कर रही है.
पारंपरिक जलनिकासी प्रणाली
भिवानी जिले से आए एक व्यक्ति ने बताया कि पुराने समय में कुएं से पानी निकालने के लिए विभिन्न उपकरणों का उपयोग किया जाता था. जैसे, एक विशेष कांटा होता था जो कुएं में गिरी बाल्टी को आसानी से निकालने में मदद करता था. उस समय पीतल और लोहे की बाल्टियां खूब प्रचलित थीं, जो अब यहां मेले में प्रदर्शित की गई हैं.
गांव की परंपराओं की झलक
मेले में जानवरों के गले में बांधी जाने वाली घंटियां भी प्रदर्शित की गई हैं. ये घंटियां न केवल जानवरों की पहचान के लिए होती थीं बल्कि खेतों में काम करते समय एक विशेष ध्वनि से माहौल में एक अलग ही रौनक पैदा करती थीं. इसके अलावा, प्राचीन कुओं से पानी निकालने के लिए ढोल का भी प्रदर्शन किया गया है, जो पुराने समय में बेहद उपयोगी साधन माना जाता था.
रस्सी बनाने की मशीन और लालटेन
यहां एक अनोखी चीज देखने को मिली – रस्सी बनाने की मशीन. पुराने समय में रस्सियां हाथों से नहीं, बल्कि विशेष मशीनों की मदद से बनाई जाती थीं. इन रस्सियों का उपयोग पानी खींचने और अन्य आवश्यक कार्यों में किया जाता था. इसके अलावा, लालटेन भी यहां प्रदर्शित हैं, जिन्हें देखकर आज की पीढ़ी समझ सकती है कि जब बिजली नहीं थी, तब लोग इन्हीं लालटेनों की रोशनी में अपने कार्य किया करते थे.
हरियाणा की शान – हुक्का
हरियाणा की पारंपरिक विरासत को जिंदा रखने के लिए मेले में हुक्का भी रखा गया है, जिसे हरियाणा की शान माना जाता है. गांवों में हुक्के की परंपरा आज भी कायम है, हालांकि शहरों में इसका चलन लगभग समाप्त हो गया है.
Faridabad,Haryana
February 15, 2025, 13:05 IST
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