फरीदाबाद: कहावत है ना…शुरुआत अच्छे काम से हो तो दिनभर खुशियों की बहार रहती है. हिंदू धर्म में भी यही माना गया है. चाहे मंदिर हो या घर का आंगन रोज सुबह पूजा से पहले और बाद में शंख बजाना, सदियों पुरानी परंपरा है. मान्यता है कि शंख की आवाज़ घर की नकारात्मक शक्तियों को दूर करती है और वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शंख सिर्फ धार्मिक प्रतीक ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है?
शंख बजाने के लाभ
Local18 से बातचीत में फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल के आयुर्वेद कंसल्टेंट, डॉक्टर चेतन शर्मा ने बताया कि घर में शंख बजाने के लाभ कमाल के हैं. उनका कहना है कि शंख बजाने से घर का वातावरण स्वच्छ रहता है. इसमें निकलने वाली कंपन यानी वाइब्रेशन हमारे आस-पास के बैक्टीरिया, वायरस और फंगस को खत्म करने में मदद करती है. साथ ही यह हमारे शरीर और मन पर भी सकारात्मक असर डालती है.
शंख बजाने से मिलती है मानसिक शांति
डॉक्टर शर्मा के अनुसार आयुर्वेद में शरीर और मन में दो प्रकार के दोष माने गए हैं…शारीरिक और मानसिक। शंख बजाने से यह दोनों दोष संतुलित रहते हैं. विशेषकर यह राजसिक और तामसिक मानसिक ऊर्जा को नियंत्रित करने में मदद करता है. जो घर नियमित रूप से शंख बजाते हैं वहां रहने वाले लोग न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं बल्कि मानसिक शांति भी महसूस करते हैं. यह हार्मोनल संतुलन को बेहतर बनाता है और तनाव कम करता है.
शंख बजाने के शारीरिक लाभ
शंख बजाने के फायदे केवल मानसिक या ऊर्जा तक ही सीमित नहीं हैं. यह गले, डायाफ्राम, छाती और पेट की मांसपेशियों का व्यायाम भी करता है. इससे सांस लेने की क्षमता बढ़ती है खर्राटों और स्लीप एप्निया में राहत मिलती है और बोलने की समस्याओं में भी मदद मिलती है. प्रोस्टेट और गुदा की मांसपेशियां मजबूत होती हैं जिससे पाइल्स जैसी समस्याओं में आराम मिलता है. डॉक्टर शर्मा ने यह भी बताया कि शंख बजाने से दिल और कैंसर के मरीजों को भी अच्छा परिणाम देखने को मिल सकता है.
शरीर और मन दोनों के लिए वरदान
यानी शंख बजाना केवल पूजा-पाठ का हिस्सा नहीं बल्कि यह शरीर और मन दोनों के लिए वरदान है. जो घर इसे नियमित रूप से अपनाते हैं वहां नकारात्मक ऊर्जा का कोई ठिकाना नहीं रहता और लोग स्वस्थ प्रसन्न और तनावमुक्त जीवन जीते हैं.