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वॉशिंगटन DC3 मिनट पहले

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ट्रम्प ने कहा कि मुझसे किसी ने इस बारे में बात ही नहीं की अगर मुझे करना पड़ा तो मैं अपनी जेब से इसका भुगतान करूंगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नासा के एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को ओवरटाइम सैलरी देने की बात कही है। दोनों एस्ट्रोनॉट 5 जून 2024 को NASA के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे।
यह मिशन 8 दिन का था, लेकिन स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर्स में आई गड़बड़ी की वजह से 9 महीने तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंस गए थे। इलॉन मस्क के ड्रैगन फ्रीडम स्पेसक्राफ्ट की मदद से उन्हें 19 मार्च को वापस लाया गया।
इसे लेकर शनिवार को ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वो दोनों एस्ट्रोनॉट को इस ओवर टाइम के लिए एक्स्ट्रा सैलरी देंगे? इस पर ट्रम्प ने कहा-

किसी ने भी मुझसे इस बारे में कभी बात नहीं की। अगर मुझे करना पड़ा तो मैं अपनी जेब से इसका भुगतान करूंगा। उन्हें जो कुछ सहना पड़ा, उसके लिए यह बहुत ज्यादा नहीं है।

सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से लौटने पर ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकाला गया। इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी दिख रही थी।
नासा एस्ट्रोनॉट्स को डेली खर्च के लिए रोज 5 डॉलर देता है नासा के एस्ट्रोनॉट्स को सरकारी कर्मचारी ही माना जाता है। उन्हें दूसरे सरकारी कर्मचारियों के जैसे ही सैलरी मिलती है। एक्सटेंडेड मिशन (लंबे मिशन) के लिए एक्स्ट्रा सैलरी नहीं मिलती है- जिसमें ओवरटाइम, वीकेंड या छुट्टियों पर काम करना शामिल है।
नासा एस्ट्रोनॉट्स के आने-जाने, ठहरने और भोजन का खर्च उठाता है। इसके साथ ही छोटे-मोटे डेली खर्च के लिए अलग से 5 डॉलर (430 रुपए) भी देता है।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सैलरी क्रमशः 94,998 डॉलर (81,69,861 रुपए) और 123,152 डॉलर (1,05,91,115 रुपए) है। इसके अलावा अंतरिक्ष में बिताए कुल 286 दिन के लिए उन्होंने 1,430 डॉलर (1,22,980 रुपए) मिलेंगे।

पृथ्वी पर लौटने से पहले एक साथ पोज देते हुए। बाएं से क्लॉकवाइज, अमेरिकी एस्ट्रोनॉट बुच विल्मोर, निक हेग और सुनीता विलियम्स और रूसी एस्ट्रोनॉट अलेक्सांद्र गोरबुनोव।
एस्ट्रोनॉट्स की वापसी के लिए मस्क को शुक्रिया कहा
ट्रम्प ने नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए इलॉन मस्क को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास मस्क नहीं होते तो अंतरिक्ष यात्री वहां पर लंबे समय तक फंस रहते। वह (इलॉन मस्क) इस समय बहुत मुश्किलों से गुजर रहे हैं।
सुनीता और विल्मोर इतने लंबे समय तक स्पेस में कैसे फंस गए?
- स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के 28 रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टरों में से 5 फेल हो गए थे। 25 दिनों में 5 हीलियम लीक भी हुए। हीलियम प्रोपेलैंट को थ्रस्टरों तक पहुंचाने के लिए बहुत अहम है। ऐसे में स्पेसक्राफ्ट के सुरक्षित रूप से लौटने पर चिंताएं थी।
- डेटा का विश्लेषण करने के बाद नासा ने फैसला लिया कि स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट सुनीता और बुच विल्मोर को वापस लाने के लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए वो अंतरिक्ष यात्रियों के बिना ही स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को 6 सिंतबर 2024 को पृथ्वी पर वापस ले आया।
- अब स्पेसएक्स को एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाने की जिम्मेदारी दी गई। स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट हर कुछ महीनों में 4 एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन लेकर जाता है और वहां मौजूद पिछला क्रू स्पेस स्टेशन में पहले से पार्क अपने स्पेसक्राफ्ट से वापस आ जाता है।
- स्पेसएक्स ने जब 28 सितंबर 2024 को क्रू-9 मिशन लॉन्च किया तो इसमें भी 4 एस्ट्रोनॉट जाने वाले थे, लेकिन सुनीता और बुच के लिए दो सीट खाली रखी गई। इनके पहुंचने के बाद क्रू-8 स्पेस स्टेशन में पार्क अपने स्पेसक्राफ्ट से पृथ्वी पर लौट आया।
- 15 मार्च 2025 को SpaceX ने 4 एस्ट्रोनॉट्स के साथ क्रू-10 मिशन लॉन्च किया। 16 मार्च को ये एस्ट्रोनॉट ISS पहुंच गए। क्रू-9 के चारों एस्ट्रोनॉट अपनी जिम्मेदारी क्रू-10 को हैंडओवर करने के बाद स्पेस स्टेशन पर सितंबर से पार्क अपने स्पेसक्राफ्ट से लौट आए हैं।
सुनीता विलियम्स ने 9 महीने तक स्पेस स्टेशन में क्या किया? सुनीता विलियम्स ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर अपने 9 महीने के दौरान स्पेसवॉक से लेकर वैज्ञानिक प्रयोग और स्पेस स्टेशन के मेंटेनेंस जैसे काम किए।
- स्पेसवॉक में रिकॉर्ड बनाया: सुनीता विलियम्स अब तक 62 घंटे और 6 मिनट स्पेसवॉक कर चुकी हैं। यह किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री द्वारा सबसे अधिक स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है। जनवरी 2025 में उन्होंने दो बड़ी स्पेसवॉक की थी- एक 5 घंटे 26 मिनट और दूसरी 6 घंटे की।
- वैज्ञानिक प्रयोग: उन्होंने और उनके साथी बुच विल्मोर ने स्पेस स्टेशन में 150 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए। इनमें जैव-चिकित्सा अनुसंधान, पर्यावरणीय अध्ययन, और नई तकनीकों का परीक्षण शामिल था। इन प्रयोगों में उन्होंने 900 घंटे से अधिक समय बिताया।
- स्पेस स्टेशन का मेंटेनेंस: सुनीता ने ISS की सफाई, पुराने उपकरणों को बदलने, और हार्डवेयर के निरीक्षण जैसे रेगुलर मेंटेनेंस वर्क किए। ISS का आकार एक फुटबॉल मैदान जितना बड़ा है, और इसे सुचारु रूप से चलाने के लिए लगातार मेंटेनेंस की जरूरत होती है।
- फिजिकल फिटनेस: अंतरिक्ष में भारहीनता के कारण मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी से बचने के लिए सुनीता ने नियमित व्यायाम किया। उन्होंने वेट ट्रेनिंग और अन्य फिटनेस गतिविधियों में समय बिताया ताकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।
- टीम के साथ सहयोग: शुरू में वह और बुच विल्मोर गेस्ट के रूप में ISS पर थे, लेकिन बाद में वे वहां के नियमित क्रू का हिस्सा बन गए। उन्होंने अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर दैनिक कार्यों को संभाला और मिशन टास्क में योगदान दिया।
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