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इजराइल ने रविवार देर रात सीरिया के तटीय प्रांत टारटस पर हवाई हमला किया है। इस हमले में इजराइल ने टारटस के सैन्य ठिकाने के निशाना बनाया है, जहां भारी मात्रा में गोला बारूद और हथियार जमा थे। हमले के बाद मौके पर एक बड़ा धमाका भी हुआ।
सीरिया वॉर मॉनिटर ने इजराइल के हमले को पिछले एक दशक में टारटस पर सबसे बड़ा हमला बताया है। इजराइल के फाइटर जेट्स ने जिन ठिकानों पर हमला किया, उनमें एयर डिफेंस यूनिट और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के डिपो भी शामिल थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धमाका इतना तेज था कि टारटस में भूकंप भी आया। इस भूकंप की तीव्रता 3.1 थी। हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं।
रूस ने सीरिया से अपने राजनयिकों को निकाला
रूस ने सीरिया में जारी इजराइली हमलों और विद्रोही गुटों के कब्जे के बाद अपने राजनयिकों को निकाल लिया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वायुसेना की एक स्पेशल फ्लाइट के जरिए सीरिया के खमीमिम एयरपोर्ट से दमिश्क में मौजूद कुछ रूसी राजनयिकों को वापस रूस लाया गया है।
रूसी राजनयिकों के अलावा बेलारूस और नॉर्थ कोरिया के राजनयिकों को भी इसी विमान से वापस लाया गया है। हालांकि मंत्रालय ने साफ किया कि दमिश्क में मौजूद दूतावास अभी भी अपना काम जारी रखेगा। इसके लिए टेलीग्राम की मदद ली जाएगी।
UAE ने इजराइल के गोलान हाइट्स प्लान की निंदा की
यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) ने गोलान हाइट्स में नागरिकों को संख्या को दोगुना करने के इजराइल के प्लान की निंदा की है। इससे पहले इजराइल ने रविवार को गोलान हाइट्स में नागिरकों की संख्या बढ़ाकर दोगुना करने का ऐलान किया था।
इसके लिए इजराइल के दूसरे हिस्सों के नागरिकों को गोलान हाइट्स में बसाया जाएगा। UAE के अलावा ईरान और सऊदी अरब ने भी इजराइल के इस कदम की निंदा की है।
इजराइल ने गोलान हाइट्स पर 1967 में कब्जा किया था। इससे पहले ये सीरिया का हिस्सा था, जिसे 6 दिन चले युद्ध के बाद इजराइल ने जीत लिया था। सीरिया ने इजराइल से इस क्षेत्र से हटने की मांग की है, लेकिन इजराइल ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए इनकार कर दिया है।
गोलान हाइट्स पर इजराइली कब्जे को 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मान्यता दे दी थी।
शनिवार, 14 नवंबर को ही नेतन्याहू और ट्रम्प के बीच सीरिया को लेकर फोन पर बातचीत भी हुई।
गाजा में इजराइली हमले में 35 की मौत
इजराइल ने सोमवार को गाजा में एक स्कूल पर हमला किया। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं। दक्षिणी गाजा में मौजूद इस स्कूल का नाम अहमद बिन अब्दुल अजीज स्कूल है।
इस स्कूल को फिलिस्तीनियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था (UNRWA) चलाती है। इसके अलावा नॉर्थ गाजा के बेत हनून में भी एक स्कूल को निशाना बनाया गया है। इस हमले में 15 लोगों की मौत की खबर है।
इसके अलावा रविवार को सेंट्रल गाजा में इजराइली स्ट्राइक के दौरान अल जजीरा के एक रिपोर्टर की मौत हो गई थी।
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