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हिसार। नगर निगम में जी-8 5443 से दो रसीदें गायब मिलने के मामले में सीएसआई ने एएसआई की तरफ से स्पष्टीकरण के दिए गए जवाब पर नाराजगी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने इस बारे में उच्चाधिकारियों को लिखित में अवगत करा दिया है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से इस मामले में कमेटी बनाकर जांच करवाने की मांग की है। हालांकि इस बारे में अब उच्चाधिकारी ही फैसला लेंगे।
बता दें कि जी-8 5443 में से रसीद नंबर 22 व 49 गायब मिलने पर सीएसआई की तरफ से संबंधित एएसआई से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इस मामले में 8 जून को निगम कार्यालय में काफी हंगामा भी हुआ था। शुरू में एएसआई का कहना था कि जिस समय यह जी-8 जमा करवाई गई, उस समय वह अवकाश पर था। बाद में एएसआई ने कहा था कि शाखा के अन्य कर्मचारियों ने उसे फंसाने के लिए ये रसीदें बाद में फाड़ी है। क्योंकि यह जी-8 उसके पास 16 व 17 जनवरी को आई थी। इसमें खाद की रसीदें काटने के बाद उसने यह जी-8 व राशि 18 जनवरी को निगम में जमा करवा दी थी। इसके बाद एएसआई की तराफ से दिए गए जवाब में कहा गया कि ये रसीदें पहले से गायब थीं। यह उसकी नई नौकरी है और जब उसे जी-8 मिली तो उसने जांच नहीं की।
अभी भी मामला अनसुलझा
एएसआई स्पष्टीकरण का जवाब दे चुका है। वहीं, अधिकारी सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल चुके हैं। मगर, अभी तक यह मामला सुलझा नहीं है। अभी भी यह एक सवाल है कि ये रसीदें किसने फाड़ी हैं। चूंकि इससे पहले ये इस तरह का एक मामला सामने आ चुका है। ऐसे में इस मामले को भी काफी गंभीर माना जा रहा है।
हिसार। नगर निगम में जी-8 5443 से दो रसीदें गायब मिलने के मामले में सीएसआई ने एएसआई की तरफ से स्पष्टीकरण के दिए गए जवाब पर नाराजगी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने इस बारे में उच्चाधिकारियों को लिखित में अवगत करा दिया है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से इस मामले में कमेटी बनाकर जांच करवाने की मांग की है। हालांकि इस बारे में अब उच्चाधिकारी ही फैसला लेंगे।
बता दें कि जी-8 5443 में से रसीद नंबर 22 व 49 गायब मिलने पर सीएसआई की तरफ से संबंधित एएसआई से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इस मामले में 8 जून को निगम कार्यालय में काफी हंगामा भी हुआ था। शुरू में एएसआई का कहना था कि जिस समय यह जी-8 जमा करवाई गई, उस समय वह अवकाश पर था। बाद में एएसआई ने कहा था कि शाखा के अन्य कर्मचारियों ने उसे फंसाने के लिए ये रसीदें बाद में फाड़ी है। क्योंकि यह जी-8 उसके पास 16 व 17 जनवरी को आई थी। इसमें खाद की रसीदें काटने के बाद उसने यह जी-8 व राशि 18 जनवरी को निगम में जमा करवा दी थी। इसके बाद एएसआई की तराफ से दिए गए जवाब में कहा गया कि ये रसीदें पहले से गायब थीं। यह उसकी नई नौकरी है और जब उसे जी-8 मिली तो उसने जांच नहीं की।
अभी भी मामला अनसुलझा
एएसआई स्पष्टीकरण का जवाब दे चुका है। वहीं, अधिकारी सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल चुके हैं। मगर, अभी तक यह मामला सुलझा नहीं है। अभी भी यह एक सवाल है कि ये रसीदें किसने फाड़ी हैं। चूंकि इससे पहले ये इस तरह का एक मामला सामने आ चुका है। ऐसे में इस मामले को भी काफी गंभीर माना जा रहा है।
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