सड़क पर बहता है गंदा पानी, परेशान ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी


हांसी। प्रेमनगर गांव में घर के पास जमा पानी को दिखाती महिलाएं।

हांसी। प्रेमनगर गांव में घर के पास जमा पानी को दिखाती महिलाएं।
– फोटो : Hisar

ख़बर सुनें

हांसी। उपमंडल के गांव प्रेम नगर के उमरा रोड पर नाले का का गंदा पानी सड़क पर जमा रहता है। इससे आवागमन के दौरान लोगों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं ने इस पर नाराजगी जताते हुए प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है। महिलाओं का कहना था कि गांव में आज भी सड़क, पेयजल, जलनिकासी व सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है।
ग्रामीण सुमन रानी, बीरमती, संतोष, बाली, भतेरी, मंजू, रोशनी, कपूरी, साधू व राधा आदि ने सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि गांव में पानी जमा होने से बीमारी फैलने का डर सताता है। नालियों की सफाई पर ध्यान नहीं दिए जाने से समस्या बढ़ती जा रही है। सुरेश कुमार ने बताया कि गंदे पानी से होकर जाना उनकी नियति बन गई है। प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। प्रिंस ने बताया कि गंदा पानी जमा रहने से सड़क पर कीचड़ व फिसलन हो गई है। लोग अक्सर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीणों की समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा हैं। नाली जाम हो जाने से बारिश के मौसम में स्थिति खराब हो जाती है। महिलाओं ने कहा कि गांव की अधिकतर सड़कें भी टूटी पड़ी हैं। बारिश में लोगों को अपने घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। बीते 30 वर्षों से इस गांव के लोग पीने के पानी को भी परेशान हैं। गांव में जो पानी की सप्लाई की जा रही है वह खारा है। ग्रामीणों ने प्रशासन को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द नाले की सफाई का प्रबंध व पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो मजबूरन हमें आंदोलन का रुख करना पड़ेगा।

हांसी। उपमंडल के गांव प्रेम नगर के उमरा रोड पर नाले का का गंदा पानी सड़क पर जमा रहता है। इससे आवागमन के दौरान लोगों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं ने इस पर नाराजगी जताते हुए प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की है। महिलाओं का कहना था कि गांव में आज भी सड़क, पेयजल, जलनिकासी व सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है।

ग्रामीण सुमन रानी, बीरमती, संतोष, बाली, भतेरी, मंजू, रोशनी, कपूरी, साधू व राधा आदि ने सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि गांव में पानी जमा होने से बीमारी फैलने का डर सताता है। नालियों की सफाई पर ध्यान नहीं दिए जाने से समस्या बढ़ती जा रही है। सुरेश कुमार ने बताया कि गंदे पानी से होकर जाना उनकी नियति बन गई है। प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। प्रिंस ने बताया कि गंदा पानी जमा रहने से सड़क पर कीचड़ व फिसलन हो गई है। लोग अक्सर गिरकर चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीणों की समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा हैं। नाली जाम हो जाने से बारिश के मौसम में स्थिति खराब हो जाती है। महिलाओं ने कहा कि गांव की अधिकतर सड़कें भी टूटी पड़ी हैं। बारिश में लोगों को अपने घरों से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। बीते 30 वर्षों से इस गांव के लोग पीने के पानी को भी परेशान हैं। गांव में जो पानी की सप्लाई की जा रही है वह खारा है। ग्रामीणों ने प्रशासन को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द नाले की सफाई का प्रबंध व पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो मजबूरन हमें आंदोलन का रुख करना पड़ेगा।

.


What do you think?

संकट में 69 रन की तूफानी पारी खेलने के बाद बोले सूर्यकुमार यादव- ‘मैंने सोचा था कि मुझे एक…’

मुख्य मंत्री के हाथों सम्मानित होकर मेधावी उत्साहित