in

शेयर बाजार में 10 सितंबर को हाई-मोमेंटम मूव्स की उम्मीद: जानें सपोर्ट और रेजिस्टेंस के अहम लेवल; 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल Business News & Hub

शेयर बाजार में 10 सितंबर को हाई-मोमेंटम मूव्स की उम्मीद:  जानें सपोर्ट और रेजिस्टेंस के अहम लेवल; 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल Business News & Hub
  • Hindi News
  • Business
  • Stock Market Weekly Prediction 2025; Intraday Trading | Nifty Sensex BSE NSE

मुंबई6 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 5 सितंबर को शेयर बाजार में 750 अंक से ज्यादा का उतार-चढ़ाव रहा। आखिर में सेंसेक्स 7 अंक नीचे 80,711 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 7 अंक की तेजी रही, ये 24,741 बंद हुआ।

शेयर बाजार में कल से शुरू होने वाले हफ्ते में 10 सितंबर (±1 दिन) को हाई-मोमेंटम मूव्स दिख सकते हैं। वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह ने अपनी वीकली मार्केट रिपोर्ट में इसकी संभावना जताई है।

इसके अलावा महंगाई दर के आंकड़े, ग्लोबल मार्केट के संकेत, अमेरिकी टैरिफ से लेकर विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री और टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे।

चलिए समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार में क्या हो सकता है…

सपोर्ट जोन: 24,676 | 24,540 | 24,480 | 24,445 | 24,382 | 24,331 | 24,140

सपोर्ट यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदारी बढ़ने से कीमत आसानी से नीचे नहीं जाती। इन स्तरों पर खरीदारी का मौका मिल सकता है।

रेजिस्टेंस जोन: 24,806 | 24,856 | 24,987 | 25,083 | 25,145 | 25,322 | 25,435

रेजिस्टेंस यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को ऊपर जाने में रुकावट आती है। ऐसा बिकवाली बढ़ने से होता है। अगर निफ्टी रजिस्टेंस जोन को पार करता है, तो नई तेजी आ सकती है।

ट्रेडिंग टिप्स: क्या करें ट्रेडर्स?

  • 10 सितंबर पर खास नजर: इस दिन बाजार में बड़े मूवमेंट की संभावना है। ट्रेडर्स को 10:20 AM, 11:20 AM और 12:25 PM के आसपास सावधानी से ट्रेड करना चाहिए, क्योंकि ये समय स्विंग हाई, लो या रिवर्सल के लिए अहम हो सकते हैं।
  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस का ध्यान: निफ्टी के बताए गए लेवल्स पर नजर रखें। अगर निफ्टी सपोर्ट लेवल के नीचे जाता है, तो शॉर्ट ट्रेड्स पर विचार कर सकते हैं। वहीं, रेजिस्टेंस लेवल पार करने पर लॉन्ग पोजीशन लेने का मौका हो सकता है।
  • टाइम क्लस्टर का इस्तेमाल: डे ट्रेडर्स इन टाइम क्लस्टर का इस्तेमाल करके बाजार के मूवमेंट को पकड़ सकते हैं। ये समय बाजार में तेजी या गिरावट की शुरुआत का संकेत दे सकते हैं।
  • सावधानी जरूरी: बाजार में कभी भी उतार-चढ़ाव तेज हो सकता है, इसलिए रिस्क मैनेजमेंट और स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल जरूर करें।

अब 5 फैक्टर्स जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं…

1. महंगाई दर के आंकड़े: 12 सितंबर को अगस्त महीने की रिटेल महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे। जुलाई में रिटेल महंगाई घटकर 1.55% पर आ गई थी। ये 8 साल 1 महीने का निचला स्तर है। इसके अलावा निवेशकों की नजर विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़ों पर भी रहेगी।

2. FII की बिकवाली: विदेशी निवेशकों (FIIs/FPIs) ने शुक्रवार को 1,305 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 1,821 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की।

इस साल अब तक, FIIs कुल 2.15 लाख करोड़ रुपए के नेट सेलर रहे हैं, वहीं DIIs नेट खरीदार के रूप में उभरे हैं। इनकी खरीदारी 5.24 लाख करोड़ रुपए तक पहुंची है।

3. अमेरिकी बाजार: वॉल स्ट्रीट की चाल अन्य बाजारों को भी प्रभावित करती है। भारतीय बाजारों पर भी इसका कुछ असर दिख सकता है।

  • डाउ जोंस शुक्रवार को 220 अंक या 0.48% गिरकर 45,400 पर बंद हुआ।
  • S&P 500 इंडेक्स 20 अंक या 0.32% की गिरावट के साथ 6,481 पर बंद हुआ।
  • नैस्डैक कम्पोजिट 7 अंक या 0.034% गिरकर 21,700 पर आ गया।

4. अमेरिकी टैरिफ: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें उन व्यापारिक भागीदारों को टैरिफ छूट दी गई है, जिन्होंने इंडस्ट्रियल एक्सपोर्ट एग्रीमेंट कर लिए। इसमें निकल, सोना, अन्य धातुएं, फार्मास्यूटिकल कंपाउंड और केमिकल शामिल है।

5. टेक्निकल फैक्टर: SBI सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा कि निफ्टी के लिए रेजिस्टेंस जोन 24,950-25,000 के बीच है, जबकि सपोर्ट 24,550-24,500 के दायरे में है।

वहीं रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के अजित मिश्रा ने कहा- 25,000 के ऊपर ब्रेकआउट नया मोमेंटम ला सकता है। ये निफ्टी को 25,250 और फिर 25,400 की ओर ले जा सकता है।

इस हफ्ते निफ्टी 1.29% चढ़कर बंद हुआ

1-5 सिंतबर के हफ्ते निफ्टी 1.29% की तेजी के साथ 24,741 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 1.13% चढ़कर 80,710 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेसेस भी क्रमशः 1.8% और 2.5% बढ़े। पहले तिमाही की 7.8% जीडीपी ग्रोथ और जीएसटी स्लैब को 4 से घटाकर दो करने के कारण बाजार में ये तेजी दिखाई दी।

खबरें और भी हैं…

Source: https://www.bhaskar.com/business/news/high-momentum-moves-expected-in-stock-market-on-september-10-135861601.html

सोते-सोते क्यों हो जाती है लोगों की मौत? जानें इसके लक्षण और जान बचाने का तरीका Health Updates

सोते-सोते क्यों हो जाती है लोगों की मौत? जानें इसके लक्षण और जान बचाने का तरीका Health Updates

अडाणी ग्रुप 2032 तक ₹5.34 लाख करोड़ निवेश करेगा:  पावर में ₹1.94 लाख करोड़ इन्वेस्टमेंट होगा, रिन्यूएबल एनर्जी और ट्रांसमिशन पर भी फोकस रहेगा Business News & Hub

अडाणी ग्रुप 2032 तक ₹5.34 लाख करोड़ निवेश करेगा: पावर में ₹1.94 लाख करोड़ इन्वेस्टमेंट होगा, रिन्यूएबल एनर्जी और ट्रांसमिशन पर भी फोकस रहेगा Business News & Hub