[ad_1]
Union Budget 2025: देश में गणतंत्र दिवस के उल्लास के साथ ही शेयर बाजार में उछाल की उम्मीदों के साथ यह हफ्ता खत्म होने जा रहा है. अगले हफ्ते आ रहे यूनियन बजट पर दलाल स्ट्रीट की उम्मीदें टिकी हैं. लग रहा है कि बजट की घोषणाएं देश की इकोनॉमी को ताकत देंगी और इसके जोर से 2024 में गोता लगाते शेयर उछाल का रुख दिखाएंगे. इसलिए 27 जनवरी से एक फरवरी तक का हफ्ता देश के आर्थिक जगत के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि कारोबार से लेकर बाजार तक की नींव इसी पर टिकी रहेगी.
बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से यह आशा है कि वे खपत को बढ़ावा देने पर फोकस कर इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट करेंगी. इसके लिए लोगों के हाथ में अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से सीधा कैश देने के तरीको पर मंथन चल रहा है. इसी तरह कैपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ावा देकर, कृषि में निवेश बढ़ाकर और सब्सिडी बिल को बढ़ाकर जमीनी स्तर पर लिक्विडिटी बढ़ाई जा सकती है. यहां तक कि रोजमर्रा की खपत बढ़ाने के लिए टैक्स कटौती का फैसला भी आगामी बजट में लिया जा सकता है.
तिमाही रिपोर्ट भी तय करेगा शेयर बाजार की दिशा
एक फरवरी को भारत के आम बजट के अलावा अगले हफ्ते आने जा रही कंपनियों की तिमाही रिपोर्ट शेयर बाजार की दिशा तय करेगी. 500 बड़ी कंपनियां अगले हफ्ते अपनी तिमाही रिपोर्ट का एलान करने जा रही है. इनमें कोल इंडिया, ओएनजीसी, टाटा स्टील, बजाज ऑटो, सिपला, बजाज फाइनांस, बजाज फिनसर्व, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टूब्रो, इंडसइंड बैंक, नेसले इंडिया, सन फार्माच्यूटिकल्स और अडानी इंटरप्राइजेज जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं. इसके अलावा हुंडई मोटर्स, इंडियन ऑयल, गेल, केनरा, बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और अंबुजा सीमेंट जैसी कंपनियां भी शामिल हैं. इन कंपनियों की आमदनी से ही यह तय होगा कि निवेशक इनके शेयरों को अधिक खरीदने में रुचि दिखाते हैं या फिर बिकवाली का रुख बनता है.
31 जनवरी को आ रहे आर्थिक आंकड़े बताएंगे रुझान
एक फरवरी को आगामी बजट से पहले देश के आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े सामने आएंगे. इससे राजकोषीय घाटे और इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट भी सामने आ जाएंगे. शेयर बाजार की चाल पर इसका भी असर पड़ेगा.
ये भी पढ़ें:
[ad_2]
शेयर बाजार के लिए कैसा रहेगा अगला हफ्ता, आम बजट समेत ये मुद्दे तय करेंगे मार्केट की दशा और दिशा