{“_id”:”679103569598d056dd006856″,”slug”:”child-student-locked-in-class-room-for-two-hours-in-sd-girls-college-narwana-2025-01-22″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”लापरवाही की हद: स्कूल की छुट्टी के बाद क्लास रूम में दो घंटे बंद रहा मासूम, स्टाफ बोला- बच्चे को कोई घर ले गया”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
क्लास रूम में बद बच्चा। – फोटो : वीडियो ग्रैब
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हरियाणा के जींद में एसडी कन्या महाविद्यालय नरवाना में उस समय हडकंप मच गया जब लापरवाही के चलते छुट्टी होने के बाद पहली कक्षा का बच्चा क्लास रूम में ही रह गया। स्टाफ कमरे को ताला लगा कर चला गया। करीब दो घंटे बाद बच्चे के परिजन पहुंचे और कमरा खोल कर बच्चे को बाहर निकाला गया। इस दौरान बच्चा काफी डरा और घबराया हुआ था। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। इसकी वीडियो भी परिजनों ने बनाई है।
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आजाद नगर निवासी ईश्वर सिंह ने बताया कि उसका बेटा एसडी कन्या महाविद्यालय में पहली कक्षा में पढ़ता है। सोमवार को छुट्टी के बाद उसका भाई नरेश बच्चे को लेने स्कूल गया था। जब बच्चा स्कूल के गेट पर नहीं आया तो उसने स्कूल के कर्मचारियों ने बात की। स्कूल कर्मचारियों ने कहा कि बच्चे को कोई घर ले गया है। हालांकि बच्चे को लेने के लिए उसका चाचा नरेश ही आया था। इससे वे चिंतित हुए।
बच्चे को ढूंढते हुए क्लास रूम में पहुंचा चाचा
इसके बाद स्कूल कर्मचारियों ने भी यहां-वहां बच्चे को तलाशा लेकिन वह नहीं मिला। बच्चे का चाचा नरेश स्कूल स्टाफ के साथ ऊपर के कमरे गया और बच्चे को आवाज लगाई तो बच्चा कमरे के अंदर से चिल्लाया। नरेश ने कहा कि बच्चा बुरी तरह डरा व सहमा हुआ था। इस पर जब स्कूल प्रबंधन से बात की गई तो बताया कि गलती से बच्चा स्कूल के अंदर रह गया था। नरेश ने बताया कि इस मामले में स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी अन्य बच्चे के साथ ऐसा न हो। कार्रवाई को शहर थाना पुलिस को शिकायत दी गई है।
दोनों पक्षों ने मांगा समय
जांच अधिकारी गुरमीत ने बताया कि इसकी शिकायत पुलिस के पास आई है। दोनों पक्षों ने दो दिन का समय मांगा है। दोनों पक्षों को बुलाया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
क्या बोली स्कूल प्रिंसिपल
एसडी कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य नीना गुप्ता का कहना है कि चपरासी ने गलती से कमरे को ताला लगा दिया था। बच्चे के परिजन देरी से पहुंचे थे। दो घंटे कमरे के अंदर बंद रहने वाली कोई बात नहीं है।