लापरवाही का संक्रमण, 4 दिन में 31 केस


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जींद। जिले में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। पिछले चार दिन में 31 मामले सामने आ चुके हैं। वीरवार को 358 लोगों के सैंपलों की रिपोर्ट मिली, जिसमें से छह लोगों के संक्रतिम होने की पुष्टि हुई। इस समय मौसम बदलाव के कारण लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार व गला में खराश की दिक्कत हो रही है। खांसी, जुकाम भी एक-दूसरे व्यक्ति को बहुत जल्द लगता है। इसी कारण कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण लोगों का सावधानी नहीं बरतना है। इस समय बेशक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हों, लेकिन लोग मास्क लगाना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं। मास्क लगाने से सभी प्रकार की वायरल होने वाली बीमारियों से बचाव रहता है।
फरवरी महीने में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर शांत हो गई थी। अब पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लग गए हैं। 20 जून को पांच, 21 जून को 12, 22 जून को 8 तथा 23 जून को कोरोना संक्रमण के छह मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस समय सैंपलों की संख्या भी बहुत कम है। औसतन जिले में 300 सैंपल भी प्रतिदिन नहीं लिए जा रहे हैं। इसके बावजूद इतने अधिक मामले सामने आ रहे हैं। यदि सैंपलों की संख्या एक हजार प्रतिदन हो जाए तो कोरोना संक्रमण के मामले और भी बढ़ सकते हैं। इस समय रात को ठंड होने तथा दिन में गर्मी रहने के कारण लोग बीमार ज्यादा हो रहे हैं। ठंडी वस्तुएं खाना इस समय बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। इस समय जो बुखार, खांसी व जुकाम हो रहे हैं, वह जल्द एक से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है। संक्रमण जल्द ही एक से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। जिले में अब तक कोरोना के 24,424 केस मिले हैं तथा 23,842 लोग संक्रमित हुए। जबकि संक्रमण से 551 लोगों की मौत हो चुकी है।
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लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि लोग मास्क लगाएं तथा भीड़भाड़ के क्षेत्र से दूर रहें तो कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। यदि लोग लापरवाही करते रहे तो संक्रमण अधिक बढ़ सकता है। अस्पताल में आने वाले हर व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी है। बिना मास्क लगाए अस्पताल में मरीजों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा ओपीडी के बाहर भी मरीजों को अलग-अलग खड़ा होना चाहिए। अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों को मरीजों को दूर-दूर बैठाने के निर्देश दिए गए हैं।
–डॉ. मंजू कादियान, सिविल सर्जन

जींद। जिले में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। पिछले चार दिन में 31 मामले सामने आ चुके हैं। वीरवार को 358 लोगों के सैंपलों की रिपोर्ट मिली, जिसमें से छह लोगों के संक्रतिम होने की पुष्टि हुई। इस समय मौसम बदलाव के कारण लोगों को खांसी, जुकाम, बुखार व गला में खराश की दिक्कत हो रही है। खांसी, जुकाम भी एक-दूसरे व्यक्ति को बहुत जल्द लगता है। इसी कारण कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण लोगों का सावधानी नहीं बरतना है। इस समय बेशक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हों, लेकिन लोग मास्क लगाना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं। मास्क लगाने से सभी प्रकार की वायरल होने वाली बीमारियों से बचाव रहता है।

फरवरी महीने में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर शांत हो गई थी। अब पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लग गए हैं। 20 जून को पांच, 21 जून को 12, 22 जून को 8 तथा 23 जून को कोरोना संक्रमण के छह मामले सामने आए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस समय सैंपलों की संख्या भी बहुत कम है। औसतन जिले में 300 सैंपल भी प्रतिदिन नहीं लिए जा रहे हैं। इसके बावजूद इतने अधिक मामले सामने आ रहे हैं। यदि सैंपलों की संख्या एक हजार प्रतिदन हो जाए तो कोरोना संक्रमण के मामले और भी बढ़ सकते हैं। इस समय रात को ठंड होने तथा दिन में गर्मी रहने के कारण लोग बीमार ज्यादा हो रहे हैं। ठंडी वस्तुएं खाना इस समय बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। इस समय जो बुखार, खांसी व जुकाम हो रहे हैं, वह जल्द एक से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है। संक्रमण जल्द ही एक से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। जिले में अब तक कोरोना के 24,424 केस मिले हैं तथा 23,842 लोग संक्रमित हुए। जबकि संक्रमण से 551 लोगों की मौत हो चुकी है।

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लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि लोग मास्क लगाएं तथा भीड़भाड़ के क्षेत्र से दूर रहें तो कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। यदि लोग लापरवाही करते रहे तो संक्रमण अधिक बढ़ सकता है। अस्पताल में आने वाले हर व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी है। बिना मास्क लगाए अस्पताल में मरीजों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा ओपीडी के बाहर भी मरीजों को अलग-अलग खड़ा होना चाहिए। अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों को मरीजों को दूर-दूर बैठाने के निर्देश दिए गए हैं।

–डॉ. मंजू कादियान, सिविल सर्जन

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