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लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर सोमवार को आपत्तिजनक नारे लिखे जाने की घटना सामने आई। उपद्रवियों ने प्रतिमा पर पेंट से गांधी, मोदी और हिंदुस्तानियों को आतंकी बताया।
भारतीय उच्चायोग ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। उच्चायोग ने कहा है कि यह सिर्फ प्रतिमा के साथ छेड़-छाड़ नहीं है, महात्मा गांधी के अहिंसा और शांतिपूर्ण विचारों पर भी हमला है।
उच्चायोग ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों को इस घटना की सूचना दी गई। इसके बाद ब्रिटिश अधिकारी मौके पर पहुंचे। स्थानीय पुलिस घटना की जांच कर रही है।
उच्चायोग ने बयान में कहा,
यह शर्मनाक घटना अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस से तीन दिन पहले हुई है और इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। हम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्रतिमा की मरम्मत और सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।


इस साल जून में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन का दौरा किया था। इस दौरान सदस्यों ने गांधी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि दी थी।
गांधी की यह प्रतिमा 1968 में बनी थी
गांधी की इस प्रतिमा का निर्माण 1968 में हुआ। इसे प्रसिद्ध पोलिश-भारतीय मूर्तिकार फ्रेडा ब्रिलियंट ने बनाया था। कांसे से बनी इस प्रतिमा को यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के पास के उद्यान टैविस्टॉक स्क्वायर में लगाया गया है।
गांधी 1888-1891 के दौरान UCL में कानून के छात्र थे। यह प्रतिमा उनके लंदन में बिताए समय और उनकी वैश्विक विरासत को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाई गई।
इसमें गांधीजी को उनकी पारंपरिक धोती में बैठे हुए दर्शाया गया है, जो उनके सादगी और अहिंसा के दर्शन को दर्शाता है।
फ्रेडा ने प्रतिमा का डिजाइन गांधी के व्यक्तित्व और उनके शांतिपूर्ण स्वभाव को ध्यान में रखकर तैयार किया था।
हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर इस प्रतिमा के पास समारोह आयोजित किए जाते हैं। इसमें फूल चढ़ाना, भजन गायन और स्मृति सभाएं शामिल होती हैं।
मार्च में जयशंकर की

लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की कार को घेर लिया था।
इस साल मार्च में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिटेन का दौरा किया था। इस दौरानखालिस्तानी प्रदर्शनकारियों ने चाथम हाउस के पास उनकी कार को घेरकर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने झंडे और स्पीकर लेकर नारे लगाए थे।
उस प्रदर्शन के बाद भारत ने इस घटना की कड़ी निंदा की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि भारत लोकतांत्रिक स्वतंत्रताओं के दुरुपयोग की निंदा करता है और उम्मीद करता है कि मेजबान देश ऐसे मामलों में अपने कूटनीतिक कर्तव्यों को पूरा करे।
विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने दौरे के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, विदेश सचिव डेविड लैम्मी और अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की।
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लंदन में गांधी प्रतिमा पर लिखा- गांधी, मोदी, हिंदुस्तान टेररिस्ट: भारतीय हाईकमीशन ने कहा- यह बर्बरता नहीं, अहिंसा के सिद्धांत पर हमला

