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रोहतकः बात ओलंपिक की हो या कॉमनवेल्थ की. कुश्ती में हरियाणा ने हमेशा झंडा गाड़ा है. यहां की महिला पहलवानों ने दुनिया भर में परचम लहराया है, हालांकि अभी तक हैवीवेट कैटेगरी में कोई भी महिला पहलवान ओलम्पिक क्वालीफाई नहीं कर पाई थी, लेकिन इस बार रितिका हुड्डा ने ये भी कर दिखाया. वे 76 किलोग्राम भार वर्ग कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. सभी पहलवान अभ्यास के लिए अलग-अलग देशों में गए हुए हैं, लेकिन रितिका रोहतक के सर छोटूराम स्टेडियम में ही अपने कोच मनदीप के पास ही प्रैक्टिस कर रही हैं और ओलंपिक मुकाबलों के लिए जमकर पसीना बहा रही हैं. रोहतक के खरकड़ा गांव की रहने वाली रितिका बचपन में हैंडबॉल खेलती थीं, लेकिन बाद में उसके पिता के कहने के बाद उसने कुश्ती को अपना लिया. पहले वह 72 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कुश्ती खेलती थी, जिसमें उसने काफी मेडल भी जीते, लेकिन ओलंपिक में यह भार वर्ग न होने के कारण उसने 76 किलोग्राम वेट कैटेगरी में तैयारी शुरू की है.
प्रसव पीड़ा से तड़प रही बेसहारा गर्भवती मदद मांगने के लिए यमुनानगर जिले के कस्बा छछरौली की नई अनाज मंडी के पास झुग्गी में रहने वाली महिलाओं के पास पहुंची. गर्भवती ने उनके पास आकर मदद की गुहार लगाई और कहा कि वह गर्भवती है. उसके बच्चे का जन्म होने वाला है. झुग्गी में रहने वाली महिलाएं बिना देरी के गर्भवती महिला को छछरौली के सरकारी अस्पताल में लेकर गई. कुछ देर बाद महिला ने बेटे को जन्म दिया.
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