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झज्जर रोड पर स्थित बिजली निगम के सब डिवीजन अर्ध शहरी दफ्तर पर सीएम फ्लाइंग टीम ने सोमवार को जांच पड़ताल की। टीम के पहुंचते ही बिजली निगम के कर्मचारियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जांच के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इनमें गैर-हाजिर कर्मचारी, लंबित फाइलें, ओवरड्यू बिजली कनेक्शन और निपटारे की प्रतीक्षा कर रही शिकायतें शामिल रहीं। यह जांच सीएम फ्लाइंग के इंस्पेक्टर सतेंद्र और मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र यादव के नेतृत्व में की गई। टीम ने सबसे पहले हाजिरी रजिस्टर और कार्यालय से जुड़े अन्य रिकॉर्ड की गहन जांच की। इस दौरान पाया गया कि कुल सात कर्मचारी ड्यूटी से गायब थे। इनमें दो जूनियर इंजीनियर (जेई), दो लाइनमैन, दो असिस्टेंट लाइनमैन और एक लोअर डिवीजन क्लर्क शामिल थे। 7 कर्मचारी गैरहाजिर मिले हैं। इस सब डिवीजन कार्यालय में कुल 25 कर्मचारी कार्यरत हैं। दफ्तर में कर्मचारियों की गैर-मौजूदगी ने निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए।
यही नहीं, कार्यालय में 64 बिजली कनेक्शन की फाइलें भी लंबित मिलीं, जिन्हें समय पर निपटाया नहीं गया था। जांच के दौरान टीम को 41 बिजली कनेक्शन से संबंधित फाइलें ओवरड्यू मिलीं। टीम ने इसे विभागीय लापरवाही का बड़ा उदाहरण बताया है।
सीएम विंडो पर दर्ज की गई 11 शिकायतें बिना कार्रवाई के मिलीं:
इतना ही नहीं सीएम विंडो पर दर्ज की गई 11 शिकायतें भी बिना कार्रवाई के पड़ी मिलीं। 5 शिकायतें तो ओवरड्यू पाई गई, जबकि सरकार द्वारा सीएम विंडो को आमजन की समस्याओं के समाधान का सबसे प्रभावी माध्यम माना जाता है।
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रेवाड़ी: बिजली निगम के कार्यालय में सीएम फ्लाइंग ने की जांच, 41 बिजली कनेक्शन की फाइलें मिली ओवरड्यू


