[ad_1]
जिले के जिन 120 स्थानों पर भूजल में फ्लोराइड की मात्रा अधिक पाई गई है, उनमें बावल क्षेत्र के अधिकतर गांव शामिल हैं। अमर उजाला ने लोगों से जब बातचीत की तो पता चला कि जो लोग फ्लोरोसिस से पीड़ित हैं, उस व्यक्ति को हड्डी, दांत और मसूड़े में दर्द की समस्या अधिक है। इस समस्या से अधिकतर बुजुर्ग जूझ रहे हैं। धीरे-धीरे उनके बच्चों में भी यही लक्षण अब सामने आ रहे हैं।
बुजुर्गों को इस बात का भी डर है कि कहीं आने वाले दिनों में बच्चों को भी गंभीर रूप से हाथ पैर से दर्द की समस्या से न जूझना पड़े। इसे लेकर घरों में अब अधिकतर लोगों ने आरओ लगवा लिया है। मगर आरओ का पानी पीने के बावजूद बहुत ज्यादा स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। लोगों से बातचीत में यह भी पता चला है कि जब तक उन्हें बीमारी के बारे में पता चला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कोई व्यक्ति 15 साल से दर्द से परेशान है तो कोई 10 साल से दर्द झेल रहा है। लोगों ने बताया कि एक टीम आकर गांव से सैंपल लेकर गई थी, उसके बाद फ्लोराइड की पुष्टि भी हुई। बावजूद अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दर्द झेल रहे हैं, मगर सुनने वाला कोई नहीं है। फिलहाल लोगों ने मांग की है कि इस समस्या पर ध्यान दिया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ी को दिक्कत ना झेलनी पड़ी।
फ्लोरोसिस बीमारी के ये हैं लक्षण:
विशेषज्ञों के अनुसार फ्लोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने की वजह से होती है। फ्लोरोसिस अधिकतर दांतों, हड्डियों व मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाती है।
दंत चिकित्सक डॉ. मीत वर्मा ने बताया कि दांतों में पीलापन, हड्डियों से संबंधित बीमारियां जैसे गर्दन, पीठ, कंधे व घुटनों के जोड़ों में दर्द फ्लोरोसिस के लक्षण हैं। इससे स्मरण शक्ति कमजोर होना व गुर्दे की बीमारी भी होने का खतरा रहता है। स्केलेटल फ्लोरोसिस हड्डियों की बीमारी है, जो अंदर ही अंदर हमारी हड्डियों को खोखला कर देती है।
इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को गठिया यानी अर्थराइटिस जैसा दर्द महसूस होता है। यह बीमारी खास तौर पर हड्डियों में दर्द पैदा करती है। इस बीमारी के होने पर कमर दर्द, हाथ पैरों में दर्द और जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है। मांसपेशियों के फ्लोरोसिस में बार-बार पेट में दर्द होना, उल्टी आना, सुन्नपन होना आदि होता है। सिविल अस्पताल में एक साल पहले शुरू हुई फ्लोरोसिस टेस्टिंग लैब, डेंटल ओपीडी में भी होती है।
[ad_2]
रेवाड़ी के बावल क्षेत्र में भूजल में फ्लोराइड की समस्या, बुजुर्ग बोले- हाथ पैर में रहता है हमेशा दर्द; RO लगवाने के बाद भी नहीं सुधार