राष्ट्रीय खेलों में छाया चंडीगढ़: शूटर गनीमत ने जीता स्वर्ण, रेसलर नीतू को रजत और सुमित को मिला कांस्य


नीतू, सुमित और गनीमत।

नीतू, सुमित और गनीमत।
– फोटो : अमर उजाला

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राष्ट्रीय खेलों में रविवार को शूटर गनीमत सेखों ने चंडीगढ़ के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। वहीं, रेसलर नीतू ने रजत और सुमित ने कांस्य पदक अपने नाम किया। एक ही दिन तीन पदक जीतकर खिलाड़ियों ने चंडीगढ़ का नाम रोशन कर दिया। इस उपलब्धि पर कोच और शहर के खिलाड़ियों में खुशी का माहौल है।

नीतू ने 57 किलो भार वर्ग के फ्री स्टाइल इवेंट में रजत पदक हासिल किया जबकि सुमित ने 60 किलो भार वर्ग के ग्रीको रोमन स्टाइल इवेंट में कांस्य पदक जीता। सुमित के कोच दर्शन लाल ने बताया कि सात वर्ष बाद देश में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया है। इससे पहले वर्ष 2016 में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हुआ था। इसके बाद दो साल तक आयोजन नहीं हुआ फिर वर्ष 2019 में कोविड आ गया था। इसके बाद अब जाकर गुजरात में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है। रेसलिंग में एक ही दिन में दो पदक आने से शहर के पहलवानों में जोश भर गया है।

उधर, गनीमत सेखों के स्वर्ण पदक जीतने के बाद एसडी कॉलेज में जश्न का माहौल रहा। गनीमत पीयू से संबद्ध एसडी कॉलेज सेक्टर-32 में ही पढ़ती हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी के शूटिंग रेंज के वरिष्ठ कोच दिलीप सिंह चंदेल ने गनीमत की इस उपलब्धि पर खुशी जताई।

सुमित ने चोट से उबरकर की वापसी

राष्ट्रीय खेलों में चंडीगढ़ के दल की अगुवाई करने वाले सुमित के लिए रविवार का दिन खुशी लेकर आया। पदक जीतने के बाद उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले मैं चोटिल हो गया था। चोट से उबरकर मैंने काफी मेहनत की। वापसी के बाद पहली चैंपियनशिप में पदक हासिल करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। सुमित ने बताया कि वह इससे पहले कैडिट वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं। अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 में कांस्य पदक जीत चुके हैं। पिछले तीन साल से लगातार स्टेट चैंपियन हैं। कोच कोच दर्शन लाल ने बताया कि सुमित रोजाना खेल परिसर मनीमाजरा में 5 से 6 घंटे अभ्यास करते हैं।

रेसलिंग की बेहतरीन खिलाड़ी हैं नीतू

शहर की पहलवान नीतू जूनियर स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं। वह खेल परिसर सेक्टर-34 में रेसलिंग कोच जुगविंदर सिंह के पास अभ्यास करती हैं। कोच जुगविंदर ने कहा कि नीतू एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। कभी हार न मानने का जज्बा लेकर वह अभ्यास सत्र में उतरती हैं। मुझे खुशी है वह रजत पदक जीतने में कामयाब रहीं। इससे शहर के अन्य खिलाड़ियों में जोश भर गया है।

वर्ष 2021 में इतिहास रच चुकी हैं गनीमत

वर्ष 2021 में पेरू की राजधानी लीमा में खेली गई जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारतीय निशानेबाजों ने महिला स्कीट टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। अरीबा खान, रायजा ढिल्लों और गनीमत सेखों की तिकड़ी ने फाइनल मुकाबले में शीर्ष पर रही थी। भारतीय टीम ने इटली को 6-0 से हराया था।

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राष्ट्रीय खेलों में रविवार को शूटर गनीमत सेखों ने चंडीगढ़ के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। वहीं, रेसलर नीतू ने रजत और सुमित ने कांस्य पदक अपने नाम किया। एक ही दिन तीन पदक जीतकर खिलाड़ियों ने चंडीगढ़ का नाम रोशन कर दिया। इस उपलब्धि पर कोच और शहर के खिलाड़ियों में खुशी का माहौल है।

नीतू ने 57 किलो भार वर्ग के फ्री स्टाइल इवेंट में रजत पदक हासिल किया जबकि सुमित ने 60 किलो भार वर्ग के ग्रीको रोमन स्टाइल इवेंट में कांस्य पदक जीता। सुमित के कोच दर्शन लाल ने बताया कि सात वर्ष बाद देश में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया है। इससे पहले वर्ष 2016 में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हुआ था। इसके बाद दो साल तक आयोजन नहीं हुआ फिर वर्ष 2019 में कोविड आ गया था। इसके बाद अब जाकर गुजरात में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है। रेसलिंग में एक ही दिन में दो पदक आने से शहर के पहलवानों में जोश भर गया है।

उधर, गनीमत सेखों के स्वर्ण पदक जीतने के बाद एसडी कॉलेज में जश्न का माहौल रहा। गनीमत पीयू से संबद्ध एसडी कॉलेज सेक्टर-32 में ही पढ़ती हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी के शूटिंग रेंज के वरिष्ठ कोच दिलीप सिंह चंदेल ने गनीमत की इस उपलब्धि पर खुशी जताई।

सुमित ने चोट से उबरकर की वापसी

राष्ट्रीय खेलों में चंडीगढ़ के दल की अगुवाई करने वाले सुमित के लिए रविवार का दिन खुशी लेकर आया। पदक जीतने के बाद उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले मैं चोटिल हो गया था। चोट से उबरकर मैंने काफी मेहनत की। वापसी के बाद पहली चैंपियनशिप में पदक हासिल करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। सुमित ने बताया कि वह इससे पहले कैडिट वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं। अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप 2022 में कांस्य पदक जीत चुके हैं। पिछले तीन साल से लगातार स्टेट चैंपियन हैं। कोच कोच दर्शन लाल ने बताया कि सुमित रोजाना खेल परिसर मनीमाजरा में 5 से 6 घंटे अभ्यास करते हैं।

रेसलिंग की बेहतरीन खिलाड़ी हैं नीतू

शहर की पहलवान नीतू जूनियर स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं। वह खेल परिसर सेक्टर-34 में रेसलिंग कोच जुगविंदर सिंह के पास अभ्यास करती हैं। कोच जुगविंदर ने कहा कि नीतू एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। कभी हार न मानने का जज्बा लेकर वह अभ्यास सत्र में उतरती हैं। मुझे खुशी है वह रजत पदक जीतने में कामयाब रहीं। इससे शहर के अन्य खिलाड़ियों में जोश भर गया है।

वर्ष 2021 में इतिहास रच चुकी हैं गनीमत

वर्ष 2021 में पेरू की राजधानी लीमा में खेली गई जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारतीय निशानेबाजों ने महिला स्कीट टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। अरीबा खान, रायजा ढिल्लों और गनीमत सेखों की तिकड़ी ने फाइनल मुकाबले में शीर्ष पर रही थी। भारतीय टीम ने इटली को 6-0 से हराया था।

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