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केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और पूर्व मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव।
दक्षिण हरियाणा यानी अहीरवाल में भाजपाई फूट खुलकर सामने आई है। नायब सैनी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे पूर्व IAS अफसर डॉ. अभय सिंह यादव ने अपनी ही पार्टी के केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत पर निशाना साधा। एक के बाद एक 2 पोस्ट किए। इनमें राव
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असल में, नारनौल के पास गांव कोरियावास में 725 करोड़ रुपए की लागत से 800 बेड का मेडिकल कॉलेज बना है। इस कॉलेज का नाम सरकार ने महर्षि च्यवन चिकित्सा महाविद्यालय रखा है। राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक इस कॉलेज का नाम शहीद राव तुलाराम के नाम पर रखवाना चाह रहे हैं। 3 माह से विवाद छिड़ा हुआ है। पहला मौका है जब भाजपा के किसी अहीर नेता ने राव इंद्रजीत पर खुला हमला किया है।
पहले पढ़िए पूर्व मंत्री की 2 पोस्ट…

पहली पोस्ट में बगैर नाम लिए अहीर ठेकेदार बताया डॉ. अभय यादव ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया X हैंडल से पहली पोस्ट 7 अगस्त को शाम 4ः15 बजे की। इसमें लिखा- जहां तक अहीर समाज के ठेकेदारों का प्रश्न है, उनका अगर असली चेहरा देखना है तो नांगल चौधरी के पिछले विधानसभा चुनावों का विवरण किसी गांव में पूछ लें। स्वयं से असुरक्षित इन छोटे दिल के बड़े लोगों के लिए महानायक राव तुलाराम केवल राजनीतिक कवच हैं। जिन्हें सुविधानुसार पहनते हैं।
दूसरी पोस्ट में लिखा- मेडिकल कॉलेज का नाम चाहे जो रखें, सुविधाएं मिलें पहली पोस्ट के ठीक आधे घंटे बाद पूर्व मंत्री ने दूसरी पोस्ट 4ः50 बजे की। जिसमें लिखा- गांव कोरियावास में मेडिकल कॉलेज के नामकरण विवाद पर मेरा इतना कहना है कि यह मेडिकल कॉलेज लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए बना है, राजनीति के लिए नहीं। नाम जो पसंद हो, वही रख लो। लेकिन लोगों को इलाज के लिए जयपुर दिल्ली या अन्य जगह जाने से पीछा छुड़ाओ।

गांव कोरियावस में बने मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करते लोगों की फाइल फोटो
अब जानें क्या है मेडिकल कॉलेज नामकरण विवाद…
नारनौल के पास गांव कोरियावास में 725 करोड़ रुपए की लागत से 800 बेड का मेडिकल कॉलेज बना है। इसका अभी औपचारिक उद्घाटन नहीं हुआ है। हालांकि 1 मई से यहां ओपीडी शुरू कर दी गई। ओपीडी की पर्ची में महर्षि च्यवन चिकित्सा महाविद्यालय लिखा है। अब एक बोर्ड लगाया है, जिस पर यही नाम लिखा है।
दूसरी तरफ यहां केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक इस मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद राव तुलाराम के नाम पर रखवाना चाह रहे हैं। जिसके चलते तीन माह से विवाद छिड़ा हुआ है। इसमें डॉ. अभय सिंह पूरी तरह कूदे हुए हैं। मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास मनोहर लाल खट्टर ने किया था। अब राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव स्वास्थ्य मंत्री हैं।
राव तुलाराम अंतिम अहीर शासक तो महर्षि च्यवन च्यवनप्राश के जनक
राव तुलारामः अहीरवाल में रेवाड़ी रियासत के अंतिम स्वतंत्र शासक गिने जाते हैं। 1857 के विद्रोह में दक्षिण-पश्चिम हरियाणा और दिल्ली के आसपास के इलाकों में अंग्रेजों के खिलाफ सबसे बड़ी सशस्त्र क्रांति का नेतृत्व किया।
महर्षि च्यवनः मान्यता है कि भृगु ऋषि के पुत्र महर्षि च्यवन ने नारनौल के पास स्थिति ढोसी की पहाड़ियों में लंबे समय तक तपस्या की। च्यवन ऋषि की गुफा और ऋषियों के आश्रमों के अवशेष पहाड़ी पर मौजूद हैं। आयुर्वेदिक औषधियां रसायन “च्यवनप्राश” उन्हीं की देन है।

इन तारीखों से समझें…रेवाड़ी रैली और राव की डिनर डिप्लोसी के बाद कैसे उबल रही अहीर राजनीति
15 जून 2025ः रेवाड़ी के राव तुलाराम स्टेडियम में रैली में राव इंद्रजीत ने CM नायब सैनी से कहा- हमने भाजपा सरकार बनवाई, अब हमारे काम होने चाहिए। जिस पर CM सैनी ने दो टूक जवाब दिया- हमारी 36 बिरादरी और पौने तीन करोड़ जनता की सरकार है, सभी के बराबर काम होंगे।
18 जून 2025 : राव इंद्रजीत ने अपनी बेटी एवं नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री के चंडीगढ़ में सरकारी आवास पर डिनर रखा। जिसमें दक्षिण हरियाणा से भाजपा के 11 और कांग्रेस की एक (नांगल-चौधरी विधायक मंजू चौधरी) विधायक को बुलाया। कई दिन बाद मीडिया में सुर्खियां बनी तो राव ने इसे हाउसवार्मिंग डिनर बताया।
3 जुलाई 2025 : अहीरवाल में मची सियासी खलबली के बीच राव इंद्रजीत के धुर विरोधी और खट्टर सरकार में मंत्री रहे डॉ. अभय सिंह यादव ने पूर्व सीएम एवं कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल से दिल्ली में मुलाकात की। डॉ. अभय ने खुद X हैंडल पर फोटो पोस्ट की। इस मुलाकात के बाद से राव इंद्रजीत पर लगातार आक्रामक हैं।
13 जुलाई 2025 : डिनर डिप्लोमेसी के बाद चली सियासी हलचल को शांत करने और डैमेज कंट्रोल की नीयत से राव इंद्रजीत ने बेटी आरती राव के निवास पर डिनर रखा। जिसमें CM नायब सैनी पत्नी सुमन सैनी और कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा के साथ पहुंचे। इसकी तस्वीरें वायरल हुईं।

अभय यादव और राव इंद्रजीत की सियासी लड़ाई दक्षिण हरियाणा में अभय यादव की गिनती राव इंद्रजीत के धुर विरोधी में होती है। सियासी हलकों में चर्चा है कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत अभय सिंह का टिकट कटवाना चाहते थे। तब तो सफलता नहीं मिली लेकिन 2024 में डॉ. अभय की हार के पीछे भी उनकी भूमिका मानी गई। नांगल चौधरी सीट से कांग्रेस कैंडिडेट मंजू चौधरी ने ने दावा किया था कि भाजपा के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत ने 2019 के चुनाव में नांगल चौधरी सीट पर पार्टी कैंडिडेट अभय सिंह यादव को हराने की कोशिश की थी।
2024 के विधानसभा चुनाव के दौरान मंजू चौधरी ने कहा- पिछले चुनाव में राव इंद्रजीत ने BJP उम्मीदवार अभय यादव की जगह मेरी मदद की थी। इस बार भी नांगल चौधरी सीट से BJP कैंडिडेट अभय सिंह यादव को हराने में राव इंद्रजीत मेरी मदद करेंगे।
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राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी से हरियाणा में हलचल:12 MLA चंडीगढ़ बुलाए; 3 दिन पहले CM सैनी ने दोटूक जवाब दिया था

गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी ने हरियाणा की राजनीति में हलचल मचा रखी है। 18 जून को चंडीगढ़ में उनकी बेटी आरती राव के आवास पर हुए डिनर में दक्षिणी हरियाणा के 11 भाजपा और एक कांग्रेस विधायक शामिल हुए। डिनर के बाद राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। (पूरी खबर पढ़ें)
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