राजस्थान कांग्रेस चीफ का अल्टीमेटम- छुट्टी हो जाएगी, जानिए क्यों नाराज हुए डोटासरा


Khushendra Tiwari | Navbharat Times | Updated: 28 Mar 2023, 3:27 pm

Rajasthan Congress News : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस के आंदोलन में शामिल ना होने वाले नेताओं को अल्टीमेटम दिया है। डोटासरा ने कहा कि कार्यक्रम नहीं कर पाते, आंदोलन नहीं कर पाते , वो आज से छुट्टी मान लीजिए।

 

राजस्थान कांग्रेस चीफ का अल्टीमेटम- छुट्टी हो जाएगी, जानिए क्यों नाराज हुए डोटासरा
राजस्थान कांग्रेस चीफ का अल्टीमेटम- छुट्टी हो जाएगी, जानिए क्यों नाराज हुए डोटासरा
जयपुर: राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के बाद लगातार कांग्रेस आंदोलन कर रही है। इसी बीच केंद्र सरकार के खिलाफ हो रहे धरना प्रदर्शन और आंदोलन में शामिल नहीं होने वालों पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुस्सा जाहिर किया है। राजस्थान कांग्रेस चीफ डोटासरा ने इस मामले में दो टूक ऐसे नेताओं की पदों से छुट्टी कर देने तक की चेतावनी दी है। रविवार को कांग्रेस के सत्याग्रह कार्यक्रम के दौरान नेताओं के देर से पहुंचने पर डोटासरा ने यह नाराजगी जताई। डोटासरा की नाराजगी की दूसरी वजह यह भी बताई जा रही है कि कई जिलों में हाल के दिनों में पार्टी के विरोध-प्रदर्शन हुए। लेकिन उतनी भीड़ नहीं जुटी, जितनी उम्मीद थी। इसी बात से नाराज होकर डोटासरा ने खुले मंच से नेताओं को चेतावनी दे दी है।

कांग्रेस चीफ ने दिया अल्टीमेटम

गोविंद सिंह डोटासरा ने राहुल गांधी के समर्थन में हो रहे पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रहने वाले कांग्रेसी नेताओं पर नाराजगी जताते हुए पार्टी नेताओं को अल्टीमेटम दिया है। डोटासरा ने कहा है कि जो लोग पार्टी के कार्यक्रम नहीं कर पाते, आंदोलन नहीं कर पाते , वो आज से छुट्टी मान लीजिए। जब तक मैं अध्यक्ष हूं, तब तक हाईकमान के आदेश के अनुसार उसे पूरा करना पड़ेगा।

कार्यक्रमों में औपचारिकता करने वालों पर जताया गुस्सा

इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जिस पार्टी ने हमें पहचान, पद और बहुत कुछ दिया। हमारे नेता राहुल गांधी को संसद से डिस्क्वालिफाई करने के बाद भी हमारे कांग्रेस के लोगों का खून नहीं खौलता है। ये सोच रखते हैं कि आधे घंटे हम धरने पर जाकर आ जाएं, औपचारिकता पूरी कर दें, तो लानत है ऐसी राजनीति पर।

गुटबाजी का दिख रहा है असर

कांग्रेस के धरने प्रदर्शन में नेताओं के सक्रिय नहीं रहने के पीछे गुटबाजी को भी बड़ा कारण बताया जा रहा है। यह जानकारी भी दी जा रही है कि ज्यादातर जगहों पर विरोधी खेमे के नेता धरने प्रदर्शन में सक्रिय नहीं होते। कई जिलों में संगठन के पद खाली हैं, उनमें निवर्तमान जिलाध्यक्ष इसलिए रुचि नहीं ले रहे क्योंकि आगे उन्हें पद पर बने रहने का भरोसा नहीं है। पार्टी के धरने प्रदर्शनों में कम रुचि लेने के पीछे यह भी बड़ी वडह बताई जाती है।

आसपास के शहरों की खबरें

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

.


What do you think?

धोनी से लेकर रोहित शर्मा तक… आईपीएल का सबसे अनुभवी कप्तान कौन, नितीश राणा पहली बार संभालेंगे कमान

मेटा ‘आशावादी और उत्साहित’ भारत के बारे में: संध्या देवनाथन