[ad_1]

प्रोटीन सिर्फ मांसपेशियों को नहीं बनाता, यह दिमाग को भी सही रखता है. इसमें मौजूद अमीनो एसिड दिमाग के केमिकल्स (जैसे डोपामिन, सेरोटोनिन) बनाने में मदद करते हैं. इनकी कमी होने पर इंसान चिड़चिड़ा, उदास और डिप्रेस महसूस कर सकता है.

अगर आप पूरी नींद लेने के बाद भी थका हुआ महसूस करते हैं तो इसका कारण प्रोटीन की कमी हो सकती है. प्रोटीन शरीर को ऊर्जा देने वाले हार्मोन और एंजाइम बनाने में जरूरी है. इसकी कमी से कमजोरी, सुस्ती और दिमागी थकान बढ़ जाती है.

प्रोटीन में मौजूद केराटिन और कोलेजन बाल, स्किन और नाखून के लिए बहुत जरूरी हैं. जब शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता तो बाल गिरने लगते हैं, नाखून टूटते हैं और त्वचा रूखी हो जाती है.

शुरुआती लक्षण अक्सर लोग मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन अगर इन संकेतों को समय रहते नहीं समझा गया तो गंभीर प्रोटीन की कमी (जैसे क्वाशीओरकर) हो सकती है.

अपने खाने में प्रोटीन से भरपूर चीज़ें ज़रूर शामिल करें. दूध, दालें, अंडे, मछली, सोया, पनीर और ड्राई फ्रूट्स अच्छे स्रोत हैं. अगर लक्षण ज्यादा हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
Published at : 20 Aug 2025 10:29 AM (IST)
हेल्थ फोटो गैलरी
[ad_2]
ये 5 लक्षण दिखें तो समझ जाएं बॉडी से कम हो रहा प्रोटीन, तुरंत करें डॉक्टर को कॉल