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यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मोदी से फोन पर बातचीत की: रूसी हमलों की जानकारी दी, कहा- भारत शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा Today World News

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मोदी से फोन पर बातचीत की:  रूसी हमलों की जानकारी दी, कहा- भारत शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा Today World News

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2 मिनट पहले

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पिछले साल सितंबर में मोदी और जेलेंस्की की अमेरिका में मुलाकात हुई थी।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को पीएम मोदी को फोन कर बातचीत की। जेलेंस्की ने X पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा- मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लंबी बातचीत की। हमने द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक कूटनीतिक पर विस्तार से चर्चा की।

जेलेंस्की ने मोदी को यूक्रेन पर रूसी हमलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा- मैंने उन्हें (पीएम मोदी को) हमारे ऊपर रूसी हमलों के बारे में बताया, खासकर कल जापोरिझिया में बस स्टेशन पर हुए हमले के बारे में, जहां रूस ने जानबूझकर एक शहर पर बमबारी की, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए।

जेलेंस्की ने कहा कि- भारत हमारे शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और इस बात पर सहमत है कि यूक्रेन से जुड़ा हर फैसला यूक्रेन की भागीदारी के साथ ही होना चाहिए।

साथ ही जेलेंस्की ने मोदी से रूस पर प्रतिबंध लगाने पर भी बात की।

शुक्रवार को मोदी की पुतिन से बात हुई थी

पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। ट्रम्प टैरिफ विवाद के बीच पीएम मोदी और पुतिन ने भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।पीएम मोदी ने X पर लिखा- मेरी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और डिटेल बातचीत हुई। मैंने यूक्रेन के हालात पर जानकारी शेयर करने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा। हमने अपने आपसी सहयोग बढ़ाने और भारत-रूस की रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई। मैं इस साल के अंत में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा का इंतजार कर रहा हूं।

पुतिन इस साल भारत आएंगे

राष्ट्रपति पुतिन इस साल के आखिरी हफ्ते में भारत दौरे पर आएंगे। रूसी न्यूज एजेंसी तास ने कल यह जानकारी NSA अजीत डोभाल के हवाले से दी थी। अब पीएम मोदी से हुई बातचीत के बाद यह तय है कि पुतिन इस साल के आखिर में भारत आएंगे।

डोभाल ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात में कहा था, “अब हमारे रिश्ते बहुत खास बन गए हैं, जिनकी हम कदर करते हैं। हमारे देशों के बीच एक मजबूत साझेदारी है और हम हाई लेवल पर बातचीत करते हैं।”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ से रूस के साथ भारत के संबंधों पर की गई टिप्पणियों की वजह से ये यात्रा काफी अहम मानी जा रही है।

ट्रम्प ने रूस से तेल खरीदने को वजह बताकर ही भारत पर पहले 25% फिर 50% टैरिफ लगाया है।

2021 में पुतिन महज कुछ घंटे के लिए भारत आए थे, उन्होंने नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी।

2021 में पुतिन महज कुछ घंटे के लिए भारत आए थे, उन्होंने नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी।

2024 में दो बार रूस गए थे मोदी

PM मोदी ने साल 2024 में दो बार रूस की यात्रा की थी। वे BRICS समिट के लिए 22 अक्टूबर को रूस गए थे। इससे पहले जुलाई में भी मोदी ने दो दिन का रूस दौरा किया था। तब उन्होंने पुतिन को भारत आने का न्योता दिया था।

अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद दूसरे देशों की यात्रा से बच रहे पुतिन

मार्च 2023 में ICC ने पुतिन के खिलाफ अरेस्‍ट वारंट जारी किया था। कोर्ट ने यूक्रेन में बच्चों के अपहरण और डिपोर्टेशन के आरोपों के आधार पर पुतिन को वॉर क्राइम्स के लिए जिम्मेदार माना था।

यह पहला मौका था जब ICC ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के किसी स्थायी सदस्य देश के टॉप लीडर के खिलाफ अरेस्‍ट वारंट जारी किया था। अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस UNSC के स्थायी सदस्य हैं।

इसके बाद से पुतिन दूसरे देशों की यात्राएं करने से बचते रहे हैं। वह पिछले साल G20 समिट में शामिल होने भारत नहीं आए थे। उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस साल के आखिर में ब्राजील में होने वाली G20 समिट में भी पुतिन संभवत: हिस्सा नहीं लेंगे।

भारत रूसी तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार

भारत, चीन के बाद रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से सिर्फ 0.2% (68 हजार बैरल प्रतिदिन) तेल इम्पोर्ट करता था। मई 2023 तक यह बढ़कर 45% (20 लाख बैरल प्रतिदिन) हो गया, जबकि 2025 में जनवरी से जुलाई तक भारत हर दिन रूस से 17.8 लाख बैरल तेल खरीद रहा है।

पिछले दो साल से भारत हर साल 130 अरब डॉलर (11.33 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा का रूसी तेल खरीद रहा है।

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PM मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच संबंध 17 जून को फोन पर 35 मिनट बातचीत हुई थी, जिसके बाद भारत और अमेरिका के बीच संबंध बहुत ज्यादा खराब हो गए। यह दावा ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बातचीत ऐसे समय में हुई थी जब ट्रम्प कनाडा में G7 समिट से जल्दी निकल गए। मोदी और ट्रम्प के बीच मुलाकात होने वाली थी, लेकिन ये नहीं हो पाई। यहां पढ़ें पूरी खबर…

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