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सोनीपत। जिले में शुक्रवार को मानसून पूरी तरह सक्रिय नजर आया। सोनीपत शहर व राई क्षेत्र में करीब डेढ़ घंटे तक रुक-रुककर बारिश हुई। इससे गर्मी व उमस का सामना कर रहे लोगों को राहत मिली है, लेकिन विभिन्न सड़क मार्ग व गलियों में हुए जलभराव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। सोनीपत शहर में 16 तो राई में हुई 37 एमएम बारिश ने एक बार फिर पानी निकासी को लेकर प्रशासनिक तैयारियों के दावों पर सवाल खड़ा कर दिया है। मौसम वैज्ञानिक ने सप्ताह के अंत तक बारिश होने के आसार जताए हैं।
जिले में अगस्त की शुरुआत से ही मानसून सक्रिय रहा है। शुक्रवार को सुबह ही आसमान पर घने काले बादल छा गए थे। सुबह करीब सात बजे बारिश का दौर शुरू हो गया, जो करीब डेढ़ घंटे तक जारी रही। इसके बाद बाद भी रुक-रुककर सुबह करीब 11 बजे तक बूंदाबांदी जारी रही। बारिश ने एक तरफ लोगों को उमस व गर्मी से राहत दिलाई वहीं दूसरी तरफ सड़कों व गलियों में हुए जलभराव ने परेशानी बढ़ा दी है। बारिश का आलम यह था कि कॉलोनियों की गलियों, मुख्य सड़क मार्गों, नागरिक अस्पताल परिसर सहित कई कार्यालय परिसरों में पानी भरा रहा। बारिश थमने के बाद भी आसमान पर बादल छाए रहे और दिन भर धूप-छांव का खेल चलता रहा। बारिश से जिले के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30.4 और न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि एक दिन पहले अधिकतम तापमान 35.7 और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सोनीपत नागरिक अस्पताल परिसर में भी जलभराव, टपकती रही छत
बरसात की वजह से शुक्रवार को सोनीपत नागरिक अस्पताल परिसर में भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। नागरिक अस्पताल के मुख्य गेट के सामने ही जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। इसके कारण अस्पताल में आने-जाने वाले मरीजों व उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यही नही अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर भी कई जगहों पर छत टपकती नजर आई। ऐसे में मरीजों की परेशानी और अधिक बढ़ गई।
पॉश क्षेत्रों में भी बनी जलभराव की स्थिति
बारिश से शहर के पॉश क्षेत्रों में भी जलभराव की स्थिति बनी रही। इससे आने-जाने वालों को परेशानी उठानी पड़ी। सूरी पेट्रोल वाली गली सहित कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण लोगों को पानी के बीच से होते ही गुजरना पड़ा। जलभराव के कारण सबसे ज्यादा परेशानी विद्यार्थियों को उठानी पड़ी। दोपहर बाद ही परिस्थितियों में सुधार हो पाया।
बारिश से खिले किसानों के चेहरे
जिले में हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिले हुए नजर आए। किसानों का कहना है कि बारिश से धान की फसल के साथ ही हरे चारे की फसल को काफी फायदा मिलेगा। कृषि विभाग ने किसानों का आह्वान किया है कि कपास उत्पादक किसान अपने खेतों में पानी जमा न होने दें और सुनिश्चित करें कि पानी निकासी की बेहतर व्यवस्था हो। जिले में करीब 90 हजार हैक्टेयर भूमि में धान की रोपाई की गई है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मानसून सक्रिय है। शुक्रवार को सोनीपत शहर व राई क्षेत्र में बारिश हुई है। अगस्त माह के अंत तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान बारिश के आसार बने रहेंगे।
– डॉ. प्रेमदीप, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, जगदीशपुर
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मौसम : डेढ़ घंटे तक बरसे बदरा, गर्मी से मिली राहत तो जलभराव ने बढ़ाई परेशानी