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मौत का दूसरा नाम बना मोहना-बागपुर का यमुना पुल, अब तक निगल चुका है कईयों की जान, लेकिन प्रशासन है शांत Haryana News & Updates

मौत का दूसरा नाम बना मोहना-बागपुर का यमुना पुल, अब तक निगल चुका है कईयों की जान, लेकिन प्रशासन है शांत Haryana News & Updates

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Faridabad News: मोहना से बागपुर को जोड़ने वाला यमुना पुल पांच साल से खस्ताहाल है. जगह-जगह गहरे गड्ढों में बरसात में पानी भरने से हादसों का खतरा बढ़ गया है.

फरीदाबाद: जान है तो जहान है, लेकिन मोहना से बागपुर और आसपास के करीब 12 गांवों को जोड़ने वाला यमुना पुल पिछले पांच साल से लोगों की जान के लिए खतरा बना हुआ है. पुल पर जगह-जगह बने गहरे गड्ढे अब मौत को दावत दे रहे हैं. बरसात के मौसम में इन गड्ढों में पानी भरने से हालात और बिगड़ जाते हैं. आए दिन दुपहिया वाहन चालक और छोटे वाहन फिसलकर गिर जाते हैं. नतीजा कभी किसी का हाथ टूट जाता है तो कभी किसी की जिंदगी ही खत्म हो जाती है. पुल की बदहाली ने लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को ऐसा जकड़ा है कि सफर करना मानो रोज जोखिम उठाने जैसा हो गया है.

Local18 से बातचीत में बागपुर निवासी भजन सिंह ने कहा यह रास्ता 12 गांवों को जोड़ता है और मैं रोज इसी से आता-जाता हूं. हालत बेहद खराब है आगे का हिस्सा तो और ज्यादा टूटा है. पंचायती झुग्गी के जीवन सिंह ने बताया कि वे पिछले तीन-चार साल से इस सड़क को खराब देख रहे हैं लेकिन मरम्मत की कोई कोशिश नहीं हुई. दिलीप सिंह का भी कहना है कि यह रास्ता लंबे समय से खराब है और सफर दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है.

कईयों की हो चुकी है मौत

लोकप्रीत सिंह बोले मैं इस रास्ते को छह-सात साल से इसी हालत में देख रहा हूं. यहां हादसे बहुत होते हैं तीन-चार लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं स्थानीय निवासी रोहताश भाटी ने दर्द बयां करते हुए कहा मेरे भाई का भी इसी पुल पर गंभीर एक्सीडेंट हुआ था. एक आदमी की मौके पर ही मौत हो गई थी. पंचायत और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यह गांवों को जोड़ने वाला इकलौता रास्ता है अगर यह बंद हो गया तो पलवल का बाजार ठप हो जाएगा.

खादर निवासी ऑटो चालक प्रेम पाल ने कहा करीब 13-14 गांवों का आना-जाना इसी पुल पर निर्भर है, लेकिन सालों से हालत खराब है. हादसे आम हो गए हैं और कई मौतें हो चुकी हैं. बागपुर निवासी सुनील भाटी ने भी सरकार की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अब तक किसी ने इस सड़क की सुध नहीं ली.
ग्रामीणों का कहना है कि यह पुल उनके लिए सांस लेने जितना जरूरी है, लेकिन इसकी हालत जिंदगी को हर दिन दांव पर लगा रही है. लोग प्रशासन से पुल की मरम्मत कराने की मांग कर रहे हैं. वरना यह पुल मौत का जाल बनकर और जानें निगल सकता है.

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मौत का दूसरा नाम बना मोहना-बागपुर का यमुना पुल, अबतक निगल चुका है कईयों की जान

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