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मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री को बातचीत और डिप्लोमेसी के जरिए हमास से युद्ध खत्म करने को कहा। (फाइल फोटो)
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से शुक्रवार (16 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया। मोदी ने X पर पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नेतन्याहू ने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें बधाई दी।
दोनों प्रधानमंत्री के बीच पश्चिम एशिया में तनाव पर भी चर्चा हुई। मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री को बातचीत और डिप्लोमेसी के जरिए हमास से युद्ध खत्म करने को कहा। उन्होंने सभी बंधकों की तत्काल रिहाई, युद्ध विराम पर भी जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गाजा में मानवीय संकट का सामान कर रहे लोगों के लिए सहायता मुहैया कराई जानी चाहिए। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच भारत और इजराइल के संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई।
इजराइल-हमास के बीच 11 महीने से युद्ध जारी
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जंग की वजह से गाजा के 85 फीसदी लोगों को अपने घर से बेघर होना पड़ा है।
इजराइल और हमास बीच इस जंग को लगभग 11 महीनों का वक्त बीत गया है। बीते साल 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। इस हमले में लगभग 1200 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई थी। वहीं आंतकवादी लगभग 250 लोगों बंधक बनाकर गाजा ले गए थे।
इजराइल के मुताबिक अभी भी 111 लोग हमास की कैद में मौजूद है। इनमें 39 शव भी शामिल हैं। बंधकों में 15 महिलाएं और 5 साल से कम उम्र के 2 बच्चे शामिल हैं। 7 अक्टूबर के हमले के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था। इस जंग में अब तक इजराइल के 329 सैनिकों की भी मौत हो गई है।
वहीं इजराइली सेना के मुताबिक उन्होंने अब तक हमास के 15 हजार से अधिक आतंकियों का मार गिराया है। जंग की वजह से गाजा में लगभग 18 लाख लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। इजराइल और दक्षिणी लेबनान में भी हजारों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।
5 लाख लोगों पर भुखमरी का संकट
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एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के लगभग 5 लाख लोगों को आने वाले महीनों में खाद्य संकट का सामना करना पड़ेगा।
जंग की वजह से गाजा में मानवीय संकट खड़ा हो गया है। इजराइली हमलों की मार झेल रहे गाजा के नागरिकों के सामने भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के लगभग 5 लाख लोगो को आने वाले महीनों में खाद्य संकट का सामना करना पड़ेगा। ये आंकड़ा गाजा की कुल आबादी का लगभग एक चौथाई हिस्सा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइली हमलों ने अब तक गाजा की 59% इमारतों को ध्वस्त कर दिया है। उत्तरी गाजा में ये आंकड़ा 70% से ज्यादा है।
गाजा में सीजफायर के लिए कतर में बातचीत
इजराइल- हमास के बीच सीजफायर और बंधकों की अदला-बदली के लिए कतर में 15 अगस्त से बातचीत शुरू हो गई है। ये बातचीत दो दिन चलेगी। इस सीजफायर डील में इजराइल के अलावा कतर, अमेरिका और मिस्त्र के नेताओं ने हिस्सा लिया। हमास की कोई भी प्रतिनिधि इस बातचीत में शामिल नहीं हुआ।
इस डील के लिए पिछले दो महीने से ज्यादा समय से कोशिश चल रही थी। डील के तहत गाजा में 3 फेज में सीजफायर लागू करने का प्लान है।
इस प्लान के मुताबिक हमास 7 अक्टूबर को बंधक बनाए कुछ लोगों को रिहा करेगा। साथ ही इजराइली सेना गाजा के इलाके से पीछे हटेगी। इसके अलावा इजराइल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा।
इजराइल पर ईरानी हमले का खतरा
पिछले महीने 31 जुलाई को ईरान में हमास चीफ हानियेह की मौत के बाद से इजराइल पर ईरानी हमले का खतरा मंडरा रहा है। ईरान ने हानियेह की मौत के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया था। इसके बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामनेई ने इजराइल से बदला लेने का आदेश दिया था।
इजराइल पर ईरानी हमले की बढ़ती आशंका के कारण अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में पनडुब्बियों और युद्धपोतों को तैनात कर दिया है। वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी समेत 5 देशों के प्रमुख नेताओं की तरफ से जारी किए गए संयुक्त बयान में ईरान से इजराइल के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए कहा है।
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खामेनेई बोले- इजराइल पर नरमी बरती तो खुदा का कहर:सुप्रीम लीडर ने कहा- कोई समझौता नहीं कर सकते, दुश्मन से मुकाबले के लिए तैयार
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ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने इजराइल से बदला न लेने पर चेतावनी जारी की है। खामेनेई ने कहा है कि अगर ईरान ने किसी भी तरह से इजराइल के साथ समझौता करने की कोशिश की तो उस पर खुदा का कहर टूट पड़ेगा।
86 साल के खामेनेई ने कहा, “ईरान ने अगर सैन्य, राजनीतिक या आर्थिक किसी भी तरह से इजराइल पर नरमी बरती तो उसे सजा जरूर मिलेगी। आज कुछ सरकारें अपने देश की ताकत के बारे में सोचे बिना कुछ प्रमुख शक्तियों के आगे झुक जाती हैं। अगर वे अपने लोगों की ताकत का इस्तेमाल करें तो दुश्मन को कड़ा मुकाबला दे सकते हैं।” पूरी खबर यहां पढ़ें…
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मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से फोन पर बात की: पश्चिम एशिया में तनाव कम करने को कहा; बंधकों की रिहाई-युद्धविराम पर चर्चा की