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छोटे परदे की जानी-मानी अभिनेत्री पूजा बनर्जी ने सोच-समझकर यह फैसला किया है कि वह सहयोगी मगर अहम भूमिकाओं में नजर आएंगी। पूछे जाने पर कि इस फैसले के पीछे उनका क्या कारण है, वह बताती हैं कि ऐसा उन्होंने इसलिए किया, ताकि वह अन्य माध्यमों को भी एक्सप्लोर कर सके, खासकर वेब माध्यम को। चूंकि मुख्य भूमिका में एक एक्टर के पास इतना समय ही नहीं बचता कि अन्य चीजें भी कर सके, इसलिए पूजा ने यह फैसला किया।
पूजा कहती हैं, ‘मैंने जानबूझकर ऐसे पात्रों को चुना है। मैं वेब में भी काम करना चाहती थी और अगर संभव हो तो फिल्में भी। लेकिन अगर आप एक मुख्य किरदार में हैं, तो ऐसा नहीं कर सकते। मेरे इस फैसले ने काम भी किया। फिलहाल, मैं एक टीवी शो और एक वेब शो दोनों में काम कर रही हूं।’ एक वेब प्रोजेक्ट में व्यस्त पूजा आगे बताती हैं, ‘हम अभी इस पर काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही कोई घोषणा होगी। मैंने पहले ही कुछ मुख्य किरदार निभाए हैं, इसलिए यह एक सही समय था कि मैं न केवल पात्रों या कहानियों के साथ प्रयोग करूं, बल्कि अन्य माध्यमों में भी काम करूं।’ ऐसा नहीं है कि 29 वर्षीय अभिनेत्री के लिए मुख्य भूमिकाओं को अस्वीकार करना आसान है। वह इसे करना मुश्किल काम मानती हैं और फिर निर्माताओं से अनुरोध करती हैं कि वे इसके बदले कोई दिलचस्प सहायक भूमिका उन्हें दें।
‘द एडवेंचर्स ऑफ हातिम’, ‘नागार्जुन-एक योद्धा’ और ‘स्विम टीम’ में मुख्य भूमिका निभा चुकी अभिनेत्री पूजा का कहना है, ‘मुझे अभी भी मुख्य भूमिकाएं निभाने के प्रस्ताव मिलते हैं। उन्हें ठुकराना आसान नहीं है। आपके पास सभी चीजें नहीं हो सकतीं। मुझे कोई शिकायत भी नहीं है। मुझे पता है कि मुझे क्या चाहिए और मैं भी यह सुनिश्चित करती हूं कि ऐसी पेशकशों के लिए जब मैं न कहूं, तो निर्माता-निर्देशक मेरे वास्तविक इरादे जानें, ताकि भविष्य में ऐसे पात्रों को वापस पाने में मुझे कोई समस्या न हो। लेखन के प्रति दिलचस्पी रखने वाली पूजा जल्द ही अपनी यात्रा पर एक पुस्तक लिखने की योजना बना रही हैं। ‘मैंने अभी इस पर काम करना शुरू नहीं किया है, इसलिए अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।’
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मैं एक्सप्लोर करना चाहती हूं, इसलिए जानबूझकर चुना सपोर्टिंग रोल: पूजा बनर्जी