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Agency:News18 Haryana

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Animal Husbandry: देशराज के पास अलग-अलग नस्ल की गाय और भैंस हैं. उनके पास मुर्रा और सुरती नस्ल की भैंसें हैं जबकि गायों में हरियाणा और गिर नस्ल की गायें हैं. मुर्रा भैंस की कीमत डेढ़ लाख से तीन लाख रुपये तक होत…और पढ़ें
दयालपुर में पशुपालन बढ़ती लागत घटता मुनाफा.
हाइलाइट्स
- देशराज सिंह पशुपालन में मुनाफा नहीं कमा पा रहे हैं.
- पशुओं की देखभाल और पोषण में काफी खर्च आता है.
- दूध की कीमतें बढ़ने के बावजूद लागत निकालना मुश्किल हो गया है.
विकास झा/फरीदाबाद: फरीदाबाद जिले के दयालपुर गांव के किसान देशराज सिंह पिछले कई सालों से पशुपालन का काम कर रहे हैं. उनके पास करीब 35 से 40 गाय और भैंस हैं जिनके दूध से ही उनके परिवार का खर्च चलता है. लेकिन अब देशराज का कहना है कि पशुपालन में मेहनत और लागत बहुत ज्यादा हो गई है जबकि मुनाफा ना के बराबर रह गया है.
देशराज सिंह बताते हैं हम अपने खेतों में चारा खुद ही उगाते हैं जिसमें दलिया, गेहूं और हरा चारा शामिल होता है. लेकिन इसके अलावा हमें बाहर से खल खरीदनी पड़ती है जिसकी कीमत काफी बढ़ गई है. एक बोरी खल की कीमत करीब 2000 रुपये तक पहुंच चुकी है. उनका कहना है कि इस महंगाई के चलते दूध बेचकर लागत निकालना भी मुश्किल हो गया है. गांव में दूध 70 से 75 रुपये प्रति किलो बिकता है लेकिन खर्चे निकालने के बाद बचत नहीं हो पाती.
देशराज के पास अलग-अलग नस्ल की गाय और भैंस हैं. उनके पास मुर्रा और सुरती नस्ल की भैंसें हैं जबकि गायों में हरियाणा और गिर नस्ल की गायें हैं. मुर्रा भैंस की कीमत डेढ़ लाख से तीन लाख रुपये तक होती है और यह 12 से 13 लीटर दूध देती है. वहीं गिर नस्ल की गायें 12 से 14 लीटर तक दूध दे देती हैं. लेकिन इनकी देखभाल और पोषण में काफी खर्च आता है.

देशराज सिंह के परिवार में पशुपालन का काम पीढ़ियों से चला आ रहा है. उनके माता-पिता भी यही काम करते थे और अब वह इसे आगे बढ़ा रहे हैं. पशुओं के गोबर से वह खेतों में खाद तैयार करते हैं और जैविक खेती करते हैं. देशराज कहते हैं हम मेहनत कर रहे हैं लेकिन मुनाफा नहीं हो रहा. लागत इतनी बढ़ गई है कि अब पशुपालन में पहले जैसी बात नहीं रही.
गांव में आज भी कई परिवार पशुपालन से जुड़े हैं लेकिन बढ़ते खर्चों और दूध के दाम में ज्यादा अंतर न होने के कारण यह व्यवसाय अब घाटे का सौदा बनता जा रहा है.
Faridabad,Haryana
February 15, 2025, 14:03 IST
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