OP Rajbhar on Elections: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कुछ राज्यों में होने वाले चुनावों पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शुक्रवार (4 अक्टूबर, 2024) को महाराष्ट्र से लेकर बिहार विधानसभा चुनाव और यूपी के उप-चुनाव पर टिप्पणी की.
ओम प्रकाश राजभर ने विपक्षी दलों के नेताओं को भी आईना दिखाने की कोशिश की और कहा कि विपक्षियों को अपने लोगों को खुद सुधारना चाहिए. ‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे पर विपक्षी दलों के नेताओं को हिदायत देते हुए वह आगे बोले, “आप लोग पहले अच्छी तरह से इसके बारे में पढ़िए. जो वह लोग नहीं कर पाए, वही काम अब हो रहा है.”
राहुल-अखिलेश पर निशाना
उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री ने दावा किया कि वह महाराष्ट्र (इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं) और बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव (2025 में) लड़ेंगे, जबकि हर हाल में वहां सीटों पर समझौता कराएंगे. लोजपा चीफ चिराग पासवान के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के हाथ में आरक्षण और संविधान बिल्कुल सेफ है.
राहुल-अखिलेश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “20 साल लगातार राहुल गांधी और अखिलेश यादव सत्ता से बाहर रहेंगे.”
यूपी की किन 10 सीटों पर होने हैं उप-चुनाव?
उत्तर प्रदेश की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वे हैं फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी और कुंदरकी और सीसामऊ. बता दें कि फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी और कुंदरकी की सीट इसलिए खाली हुई क्योंकि यहां से अब तक के विधायक हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सांसद बने हैं, जबकि सीसामऊ के विधायक के सदस्यता आपराधिक मामले की वजह से रद्द कर दी गई थी. उपचुनाव होने वाले कुल 10 सीटों में से 5 सीटों पर एनडीए और 5 सीटों पर समाजवादी पार्टी के विधायक थे. माना जा रहा था कि इन विधानसभा सीटों पर अक्टूबर तक चुनाव हो सकते हैं. हालांकि अब तक चुनाव आयोग ने इसकी जानकारी नहीं दी है.
महाराष्ट्र और बिहार में कब होंगे विधानसभा चुनाव?
महाराष्ट्र में इसी साल नवंबर में कार्यकाल खत्म हो रहा है. चुनाव आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र में 26 नवंबर से पहले चुनाव कराना होगा. आयोग ने कहा कि विधानसभा की 288 सीटों के लिए 9.59 करोड़ वोटर हैं. जिसमें से 49 हजार 39 मतदाता सौ साल से ऊपर की उम्र के हैं. साथ ही महाराष्ट्र में महिला वोटरों की संख्या में 22 फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं बिहार विधानसभा के लिए साल 2025 में चुनाव होने हैं. बिहार में नवंबर 2025 में कार्यकाल खत्म होगा. चुनाव आयोग को उससे पहले चुनाव कराना होगा. बिहार की राजनीति में 2 अक्टूबर को एक नया मोड़ आया है. गांधी जयंती के दिन पॉलिटिकल कंसलटेंट से नेता बने प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी जनसुराज को लांच कर दिया है.
(निशांत के इनपुट्स के साथ)
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