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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन 72वें दिन में दाखिल।
पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को 13 फरवरी को एक साल पूरा होने जा रहा है। ऐसे में अब किसानों ने 11 से 13 फरवरी तक होने वाली किसान महापंचायतों को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है, क्योंकि 14 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद
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हरियाणा के किसानों का किया धन्यवाद
डल्लेवाल ने कहा किसान भाईयों कल हरियाणा के किसान भाईयों ने पूरे हरियाणा के अलग-अलग जिलों के खेतों से पानी लेकर खनौरी आए थे। यह बहुत बड़ा प्रयास है। जो हमारे लिए पीने के लिए पानी लेकर लाए हैं। हम इसके लिए हरियाणा के किसानों के आभारी हैं और उनका धन्यवाद करते हैं। 12 फरवरी को किसान महांपंचायत का प्रोग्राम दिया है। हाथ जोड़कर आपसे विनती पूरे देश से किसान यहां आए । आपके यहां पहुंचने से हमें ऊर्जा ,शक्ति व ताकत मिलती है। भले ही हमारा शरीर बैठक मे ंजाने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन हो सकता है कि उस ऊर्जा की वजह से हम उस बैठक में शामिल हो पाए और वहां जाकर आपकी बात मजबूती से रख पाए। हमारी आप सबसे विनती और निवेदन है कि आप इस महापंचायत में शामिल हो। पानी लाने के लिए हरियाणा के किसानों का एक बार फिर धन्यवाद करता हूं।
6 फरवरी से जल लेकर आएंगे खनौरी
जगजीत सिंह डल्लेवाल अब किसानों द्वारा अपने खेतों से लाए जा रहे पानी को ही पी रहे हैं। मंगलवार को हरियाणा के 50 गांवों के किसान अपने खेतों के टयूबवेल का जल लेकर खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे थे । जबकि 6, 8 और 10 फरवरी को हरियाणा के किसानों के बड़े जत्थे जल लेकर खनौरी मोर्चे पर पहुंचेंगे।
बॉर्डर पर पहुंचे किसान नेताओं ने बताया कि डल्लेवाल 71 दिनों से सिर्फ जल ग्रहण कर के अपने शरीर पर कष्ट झेल रहे हैं ताकि किसानों की जमीन एवम किसानों की अगली पीढ़ी को बचाया जा सके।
किसानों की भावना है कि उन्हीं खेतों का पवित्र जल जगजीत सिंह डल्लेवाल ग्रहण करें जिन्हें बचाने के लिए वो सत्याग्रह कर रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि यह सिर्फ जल नहीं है बल्कि उन हजारों किसानों की भावनाएं हैं। जिन्हें यह महसूस होता है कि MSP गारंटी कानून बनवाने के लिए चल रहे किसान आंदोलन – 2 में सहयोग करना जरूरी है।
किसान नेताओं ने सभी किसानों से अपील की है कि 11 फरवरी को रत्नपुरा, 12 फरवरी को खनौरी और 13 फरवरी को शंभू मोर्चे पर आयोजित महापंचायतों में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचना है।
अपने खेतों के टयूबवेल का जल लेकर पहुंचे हरियाणा के किसान।
एसकेएम भी संघर्ष की तैयारी में
दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा भी अब केंद्र सरकार के खिलाफ अब दोबारा एक्टिव हो रहा है। केंद्रीय कृषि मार्केटिंग पॉलिसी ड्रॉफ्ट के खिलाफ पूरे देश में किसान नौ फरवरी को लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों को मांग पत्र सौंपेंगे।15 फरवरी को एसकेएम की अहम मीटिंग चंडीगढ़ में होगी। इसमें कैसे आगे संघर्ष चलाया जाना है।
इस पर रणनीति तय की जाएगी। दूसरी तरफ मोर्चे की एकता के लिए भी प्रयास चल रहे है। एसकेएम की तरफ से खनौरी व शंभू मोर्चे को एकता के लिए पत्र भेजा गया है। लेकिन अभी तक मीटिंग कब होगी, इस पर निर्णय नहीं हो पाया है। एसकेएम ने 12 फरवरी का समय दिया है।

पंजाब के कृषि मंत्री किसानों के परिवारों को नियुक्ति पत्र देते हुए।
किसानों के 597 पारिवारिक मेंबरों को नौकरी दी
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चले किसान आंदोलन एक में जान गंवाने वाले किसानों के पारिवारिक मेंबरों काे पंजाब सरकार द्वारा नौकरी मुहैया करवाई जा रही हैं। अब तक किसानों के 597 पारिवारिक सदस्यों को नौकरियां दी गई हैं। कृषि मंत्री ने बताया कि गुरमीत सिंह खुड्डिया ने बताया कि काफी समय से प्रक्रिया चल रही है। इन लोगों को कई विभागों में नौकरियां दी गई है।
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महापंचायत में शामिल होने का किसानों को दिया न्योता: डल्लेवाल ने 2.19 मिनट का वीडियाे किया जारी, अनशन 72वें दिन में दाखिल – Punjab News