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Faridabad News: लोग अपने घरों को सुदंर बनाने के लिए महंगे पेंट का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पेंट हमारी हेल्थ पर बुरा असर डालते हैं, क्योंकि इनमें हानिकारक केमिकल होता है. लेकिन अब फरीदाबाद के तिगांव गांव स्थित द…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- गोबर से बना केमिकल फ्री पेंट फरीदाबाद में तैयार
- पेंट की कीमत 700 से 10,000 रुपये तक
- पेंट की लाइफ 2 से 12 साल तक
फरीदाबाद: फरीदाबाद के तिगांव गांव की देवाश्रय गौशाला अब सिर्फ गायों की देखभाल तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां गाय के गोबर से ऐसा पेंट तैयार किया जा रहा है जो पूरी तरह से केमिकल फ्री है. इस पेंट की सबसे बड़ी खासियत यही है कि इसमें किसी तरह का केमिकल नहीं मिलाया जाता और इसकी मांग दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों से लगातार बढ़ रही है.
गौशाला में काम कर रहे रघु ने बताया कि इस पेंट की शुरुआत गोबर से होती है. सबसे पहले 48 घंटे के अंदर ताजा गोबर गौशाला से इकट्ठा किया जाता है. इसके बाद मशीन में गोबर को पानी के साथ मिलाकर स्लो आरपीएम में घुमाया जाता है. तकरीबन आधे से एक घंटे तक यह मिश्रण अच्छे से घुमाया जाता है. फिर
सक्शन पंप के जरिए दूसरी मशीन में डाला जाता है. इस मशीन में हाई स्पीड पंखुड़ियां लगी होती हैं जो गोबर को बारीक करके उसका पार्टिकल साइज कम करती हैं जिसे टीडीआर कहते हैं.
पेंट तैयार होने के बाद उसे पैक करके देशभर में सप्लाई किया जाता है. फिलहाल, यहां दो मशीनें लगी हुई हैं जिनमें से एक मशीन 4 घंटे में 1000 किलो और दूसरी मशीन 800 किलो पेंट तैयार करती है. अभी ऑर्डर कम है, तो एक शिफ्ट में काम होता है लेकिन दिवाली जैसे त्योहारों के समय डिमांड बढ़ने पर दो शिफ्ट में मशीनें चलती हैं. इस डिपार्टमेंट में 18 लोग काम करते हैं.
पेंट की बाल्टी की शुरुआत 700 रूपये से लेकर 10 हज़ार तक की होती है. पेंट की लाइफ की बात करें तो जो बाल्टी 700 या 800 की आती हैं उसकी लाइफ 2 से ढाई साल होती हैं और जो बाल्टी 10 हज़ार रूपये की आती हैं. इसकी लाइफ 12 साल से अधिक होती है.
देवाश्रय गौशाला की यह पहल न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि इससे स्वदेशी उत्पादों को भी बढ़ावा मिल रहा है. पेंट की बिक्री ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए भी की जा रही है और सबसे ज्यादा मांग दिल्ली एनसीआर से आ रही है.
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