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भिवानी। शिक्षिका मनीषा की मौत मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पहुंची सीबीआई की टीम वीरवार को दिनभर रेस्ट हाउस के बंद कमरे में इससे जुड़े तथ्यों को बारीकी से खंगालती रही। वीरवार को भी टीम ने मनीषा के परिजनों व किसी गवाह से संपर्क नहीं साधा। परिजन और ग्रामीण दिनभर यह कयास लगाते रहे कि सीबीआई की टीम मौका मुआयना करने गांव व वारदात स्थल पर पहुंचेगी लेकिन टीम ने इन स्थलों का अब तक मुआयना नहीं किया है।
दिल्ली से भिवानी के रेस्ट हाउस में आने के बाद सीबीआई की छह सदस्यीय टीम ने सीआईए प्रथम के रवींद्र कुमार से मनीषा के केस से जुड़े तथ्य जुटाए थे। करीब तीन से चार घंटे तक सीआईए प्रथम के इंचार्ज रवींद्र के साथ सीबीआई के अधिकारियों की मनीषा मौत मामले में तथ्यों को लेकर बातचीत भी हुई थी। इसके बाद सीबीआई ने फिलहाल किसी से कोई बात नहीं की है। हालांकि वीरवार को दिनभर सीबीआई टीम की गतिविधि रेस्ट हाउस के कमरे के अंदर तक ही सीमित रही।
हर पहलु पर सीबीआई करेगी बारीकी से जांच
अधिकारियों को अनुमान है कि सीबीआई टीम भिवानी पुलिस से मनीषा की मौत मामले में जुटाए गए तथ्यों को बारीकी से खंगाल रही है। सीबीआई के अधिकारी पूरे मामले को अच्छी तरह समझने के लिए हर उस तथ्य को खंगाल रहे हैं, जिसके बूते उनकी जांच आगे बढ़ पाएगी। वीरवार को सीबीआई अधिकारियों ने पहले भिवानी पुलिस की जांच को बारीकी से स्टडी करना ही जरूरी समझा। इसलिए उसने किसी से संपर्क नहीं साधा। हालांकि, दिनभर रेस्ट हाउस परिसर में सीबीआई की गाड़ी पार्किंग में खड़ी रही।
मनीषा के पिता बोले
मनीषा के पिता संजय ने बताया कि वीरवार को उनके पास सीबीआई के अधिकारियों का कोई फोन नहीं आया है। न ही सीबीआई की टीम अब तक गांव में आई है। अभी तक मनीषा मौत मामले में सीबीआई की टीम भिवानी रेस्ट हाउस में ही ठहरी हुई है। जब भी सीबीआई परिवार के लोगों से संपर्क करेगी तो पूरा सहयोग किया जाएगा। हमारी मांग सिर्फ बेटी को न्याय दिलाना है।
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मनीषा मौत मामला : रेस्ट हाउस के बंद कमरे में दिनभर तथ्यों को खंगालती रही सीबीआई टीम, भिवानी पुलिस से जुटाए तथ्यों को खंगाला


