in

भूकंप के बाद रूस के शिवेलुच ज्वालामुखी में विस्फोट: 8 किमी ऊंचा उठा धुएं का गुब्बार, 1999 से लगातार उगल रहा है लावा Today World News

भूकंप के बाद रूस के शिवेलुच ज्वालामुखी में विस्फोट:  8 किमी ऊंचा उठा धुएं का गुब्बार, 1999 से लगातार उगल रहा है लावा Today World News

[ad_1]

5 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

रूस के पूर्वी तट के पास रविवार (18 अगस्त) सुबह 7.0 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की वजह से इलाके में मौजूद शिवेलुच नाम के ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया। रूसी न्यूज एजेंसी TASS की रिपोर्ट के मुताबिक ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद उठा धुएं का गुब्बार समुद्र तट से 8 किमी की ऊंचाई तक दिखाई दिया।

यह ज्वालामुखी रूस के तटीय शहर पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 450 किमी दूर है। इस शहर की आबादी 1 लाख 80 हजार है। हालांकि विस्फोट में किसी भी तरह के नुकसान और जान-माल की हानि की खबर नहीं है।

भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 55 मील दूर था।

भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 55 मील दूर था।

अमेरिका के भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने बताया कि भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से लगभग 88 किमी दूर समुद्र में था। भूकंप के केंद्र की गहराई 48 किमी थी। अमेरिका में सुनामी की चेतावनी देने वाले सिस्टम ने भूकंप के केंद्र से 300 किमी के दायरे में सुनामी की चेतावनी जारी की है।

शिवेलुच में पिछले साल भी हुआ था विस्फोट, 1999 से लगातार उगल रहा है लावा
शिवेलुच रूस का सबसे एक्टिव ज्वालामुखी है। पिछले साल, 11 अप्रैल को भी इसमें विस्फोट हुआ था। इसके बाद 20 किलोमीटर ऊंचा राख और धुएं का गुब्बार उठा था। यह धुआं 1 लाख 8 हजार वर्ग किलोमीटर में फैल गया था।

शिवेलुच में 1854 और 1964 में विस्फोट हुए थे, जिससे लावा का एक बड़ा हिस्सा ढह गया था। इसके बाद 15 अगस्त 1999 को यंग शिवलुच में विस्फोट हुआ था। जिसके बाद से यह लगातार एक्टिव है और लावा उगल रहा है।

27 फरवरी 2015 को भी शिवेलुच में भयानक विस्फोट हुआ था। विस्फोट इतना तेज था कि, राख लगभग 9,100 मीटर दूर अलास्का में जा गिरी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस में कुल 61 एक्टिव ज्वालामुखी है।

रूस में आए भूकंप और ज्वालामुखी की तस्वीरें…

रविवार सुबह 7.0 तीव्रता का भूकंप आया।

रविवार सुबह 7.0 तीव्रता का भूकंप आया।

भूकंप से कार और बिल्डिंग हिलने लगे।

भूकंप से कार और बिल्डिंग हिलने लगे।

शिवेलुच ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद 8 किलोमीटर तक धुआं उठ रहा है।

शिवेलुच ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद 8 किलोमीटर तक धुआं उठ रहा है।

कई किलोमीटर दूर तक धुएं का गुब्बार दिख रहा है।

कई किलोमीटर दूर तक धुएं का गुब्बार दिख रहा है।

ज्वालामुखी क्या होता है?
ज्वालामुखी धरती की सतह पर मौजूद प्राकृतिक दरारें होती हैं। इनसे होकर धरती के आंतरिक भाग से पिघला हुआ पदार्थ जैसे मैग्मा, लावा, राख आदि विस्फोट के साथ बाहर निकलते हैं। ज्वालामुखी पृथ्वी पर मौजूद 7 टेक्टोनिक प्लेट्स और 28 सब टेक्टोनिक प्लेट्स के आपस में टकराने के कारण बनते हैं। दुनिया का सबसे एक्टिव ज्वालामुखी माउंट एटना इटली में है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]
भूकंप के बाद रूस के शिवेलुच ज्वालामुखी में विस्फोट: 8 किमी ऊंचा उठा धुएं का गुब्बार, 1999 से लगातार उगल रहा है लावा

Motorola Edge 50 Fusion से लेकर OnePlus Nord CE 4 तक, इन स्मार्टफोन्स की मार्केट में जबरदस्त डि Today Tech News

Motorola Edge 50 Fusion से लेकर OnePlus Nord CE 4 तक, इन स्मार्टफोन्स की मार्केट में जबरदस्त डि Today Tech News

क्या आप भी रात-रातभर नहीं लेते नींद तो दे रहे इन बीमारियों को दावत Health Updates

क्या आप भी रात-रातभर नहीं लेते नींद तो दे रहे इन बीमारियों को दावत Health Updates