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भीषण भूकंप का नजारा
थाईलैंड और पड़ोसी म्यांमार में शुक्रवार दोपहर को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे बैंकॉक में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई और एक निर्माणाधीन ऊंची बिल्डिंग के ढह जाने से 90 लोग दब गए। वहीं, भूकंप के बाद म्यांमार ने कई राज्यों में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। बता दें कि दोपहर के समय आए इस भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था, जिसके बाद 6.4 तीव्रता का एक और शक्तिशाली झटका आया है।
हालात को देखते हुए म्यांमार की सैन्य सरकार ने राजधानी नेपीता और मांडले सहित 6 क्षेत्रों और राज्यों में इमरजेंसी की घोषणा की है, लेकिन देश में लंबे समय से चल रहे खूनी गृहयुद्ध के कारण यह पता नहीं चल सका है कि कई क्षेत्रों में मदद कैसे पहुंचाई जा रही या जाएगी। भूकंप को देखते हउए रेड क्रॉस सोसाइटी ने कहा कि बिजली की लाइनें गिरने से मांडले और सागाइंग क्षेत्रों और दक्षिणी शान राज्य तक पहुंचने की कोशिश कर रही उनकी टीमों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं।रेड क्रॉस ने कहा, “शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि इस भूकंप से काफी नुकसान हुआ है, मानवीय जरूरतों के बारे में जानकारी अभी भी जुटाई जा रही है।”
क्रेन समेत इमारत धूल के गुबार में ढह गई
बैंकॉक के बचावकर्मी सोंगवुत वांगपोन ने बताया कि एक मजदूर की मौत तब हुई जब ढहती इमारत का मलबा उसके ट्रक से टकराया और वह दूसरे मलबे के नीचे दब गया। वहीं, रक्षा मंत्री फुमथम वेचायाचाई ने कहा कि घटनास्थल पर कुल 3 लोग मारे गए और 90 लोग लापता हैं। इसके बाद उन्होंने चल रहे राहत-बचाव कार्य के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी, लेकिन बचाव कार्य करने वाले लोगों ने कहा कि ढही हुई बिल्डिंग के बाहर से अब तक 7 लोगों को बचाया गया है। आगे कहा कि मलबा अभी भी इतना अस्थिर है कि वे नीचे फंसे लोगों को खोजने की कोशिश नहीं कर सकते।
बैंकॉक के फेमस चतुचक बाजार के पास बिल्डिंग के ढहने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैला, जिसमें क्रेन के साथ बहुमंजिला इमारत धूल के गुबार में गिरती दिखाई दी, जबकि देखने वाले लोग चीखते-चिल्लाते भाग गए। दूसरी तरफ, बैंकॉक में लोगों से उनकी बिल्डिंग्स को खाली करा दिया क्योंकि अभी बैंकॉक में और अधिक झटके आने की आशंका जताई गई है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे और जर्मनी के GFZ जियोसाइंस सेंटर ने कहा कि भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर था।
पीएम ने बुलाई बैठक
थाईलैंड के आपदा निवारण विभाग ने कहा कि भूकंप का असर देश के लगभग सभी क्षेत्रों में महसूस किया गया। प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक इमरजेंसी बैठक भी बुलाई है।
इमारतों के हिलने से मची चीख-पुकार और फैली दहशत
भूकंप आते ही सायरन की आवाज़ पूरे सेंट्रल बैंकॉक में गूंज उठी और सड़कों पर वाहनों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे शहर की पहले से ही भीड़भाड़ वाली कुछ सड़कें जाम हो गईं। एलिवेटेड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और सबवे को बंद कर दिया गया। सिटी हॉल ने शहर को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया, ताकि इंटरएजेंसी हेल्प और इमरजेंसी हेल्प मिल सके। बता दें कि ग्रेटर बैंकॉक में 17 मिलियन से ज़्यादा लोग रहते हैं, जिनमें से कई लोग ऊंची बिल्डिंग वाले अपार्टमेंट में रहते हैं।
अप्रैल कनिचवानाकुल, जो बैंकॉक के सिटी सेंटर में एक ऑफिस बिल्डिंग में काम करती हैं, उन्होंने अनुभव शेयर कहते हुए कहा कि पहले तो उन्हें एहसास ही नहीं हुआ कि यह भूकंप है, जो उन्होंने पहली बार महसूस किया था। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि मुझे चक्कर आ रहा है।” फिर वह और उनके सहकर्मी अपनी बिल्डिंग, टोनसन टॉवर की 10वीं मंजिल से नीचे भागे और बाहर इंतजार करने लगे कि कब वापस अंदर जाना सुरक्षित है।
बैंकॉक के कई मॉल में कैमरा उपकरण खरीदने गए स्कॉटलैंड के एक पर्यटक फ़्रेज़र मॉर्टन ने कहा, “अचानक पूरी बिल्डिंग हिलने लगी। तुरंत चीख-पुकार मच गई और काफ़ी अफ़रा-तफ़री मच गई, मैंने पहले तो शांति से चलना शुरू किया, लेकिन फिर इमारत में हलचल शुरू हो गई, हाँ, बहुत चीख-पुकार मच गई, बहुत घबराहट होने लगी, लोग एस्केलेटर से गलत दिशा में भागने लगे, मॉल के अंदर बहुत धमाके और दुर्घटनाएं होने लगीं।” मॉर्टन की तरह, हज़ारों लोग बैंकॉक के सुखुमविट रोड के किनारे स्थित शॉपिंग मॉल, ऊंची बिल्डिंग्स और अपार्टमेंट बिल्डिंग्स से बेंजासिरी पार्क में आ गए। कई लोग अपने रिश्तेदारों से बात करने के लिए फोन करने में व्यस्त दिखे, जबकि अन्य दोपहर की तपती धूप से बचने के लिए छांव की तलाश कर रहे थे। वहीं, कुछ अन्य लोग शहर के घनी आबादी वाले हिस्से में ऊंची बिल्डिंग को डर से देख रहे थे। मॉर्टन ने आगे कहा, “मैं बाहर निकली और फिर बिल्डिंग की तरफ देखा तो पूरी इमारत हिल रही थी, धूल और मलबा था, यह बहुत भयानक था।”
म्यांमार में 20 लोगों की मौत
फेसबुक सोशल मीडिया पर जारी वीडियो और तस्वीरों की मानें तो, म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर और भूकंप के केंद्र के करीब मांडले में भूकंप ने पूर्व शाही महल और इमारतों के हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया है। मांडले के दक्षिण-पश्चिम में सागाइंग क्षेत्र में, एक 90 साल पुराना पुल ढह गया और मांडले और म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून को जोड़ने वाले हाईवे के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हो गए। भूकंप आने पर यांगून के निवासी अपने घरों से बाहर निकल आए।
वहीं, राजधानी नेपीता में भूकंप से कुछ धार्मिक स्थल भी क्षतिग्रस्त हो गए, उसके कुछ हिस्से गिर गए और कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हो गए, जिसमें कम से कम 20 लोगों के मारे जाने की खबर है।
चीन में भी कई लोगों के घायल होने की खबर
चीनी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पूर्वोत्तर में, भूकंप का असर चीन के युन्नान और सिचुआन प्रांतों में भी महसूस किया गया और म्यांमार की सीमा पर स्थित रुइली शहर में कुछ घरों को नुकसान पहुँचा और वहां भी लोग घायल हुए। एक आनलाइन मीडिया आउटलेट ने जानकारी दी कि उसे रुइली के एक व्यक्ति से जो वीडियो मिले हैं, उनमें सड़क पर इमारत का मलबा बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है और एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर एम्बुलेंस की ओर ले जाया जा रहा है।
एक निवासी ने ऑनलाइन मीडिया आउटलेट द पेपर को बताया कि रुइली से लगभग 100 किलोमीटर (60 मील) उत्तर-पूर्व में स्थित चीनी शहर मंगशी में भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। युन्नान की प्रांतीय राजधानी कुनमिंग के एक निवासी ने द पेपर को बताया कि उसकी छत की लैंप बेतहाशा हिल रही थी और कंपन 10 सेकंड से ज़्यादा समय तक रहा।
(इनपुट- AP)
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