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हरियाणा में भी दिल्ली की तरह पीने की पानी की समस्या गहराती जा रही है। दक्षिणी हरियाणा के भिवानी में सबसे ज्यादा पेयजल संकट बना हुआ है। पिछले एक सप्ताह से शहर में पेयजल संकट होने से लोग जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं,
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कुछ कालोनियों में तो गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है। स्थिति ये है कि लोग मजबूर होकर 500-800 रुपए में पानी का टैंकर खरीद कर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं।
शहर में बढ़ती जा रही पानी की समस्या
हरियाणा के भिवानी में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किरण चौधरी जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मंत्री रहीं। उसके बाद भिवानी के स्थानीय भाजपा विधायक घनश्याम दास सर्राफ जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंत्री रहे। इसके बाद भी यहां की पेयजल व सीवेज समस्या नहीं सुधर पाई है।
किरण चौधरी व घनश्याम दास सर्राफ पर लोग आरोप लगाते हैं कि इन दोनों ने भी इस समस्या को दूर करने की बजाय केवल बड़े-बड़े दावे किए। इसी का नतीजा है कि आज भी लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। शहर में पेयजल संकट बना हुआ है और अधिकारी व नेता सुनते तक नहीं हैं।
800 रुपए में खरीद रहे टैंकर
शहर के पॉश इलाके हों या फिर सामान्य कालोनी हर जगह पानी की किल्लत बनी हुई है। लोग अब 500 से 800 रुपए का पीने के पानी का टैंकर मंगवा रहे हैं।
टैंकर आते ही दौड़ पड़ती महिलाएं
हालू मोहल्ला निवासी राज देवी व कृष्णा ने बताया कि वह 800 रुपए में पानी का टैंकर मंगवाते हैं। टैंकर दिखाई देते ही महिलाएं खाली बर्तन लेकर दौड़ पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर व सांसद-एमएलए से पेयजल के लिए गुहार लगा चुके हैं, मोटर खराब होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
इन कालोनियों में पेयजल संकट
हालू मोहल्ला, शिवनगर कालोनी, हालुवास गेट, हनुमान ढाणी, दादरी गेट, न्यू हाउसिंग बोर्ड, पुराना हाउसिंग बोर्ड, पतराम गेट, हालू बाजार, कृष्णा कालोनी, जैन चौक में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। अधिकारियों का कहना है कि मुख्य जलघर की वाटर मोटर खराब है, जिसके वजह से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
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